क्यों मनाई जाती है नागमपंचमी? जानिए इस दिन का महत्व
punjabkesari.in Monday, Aug 01, 2022 - 05:06 PM (IST)
श्रावण मास का प्रारंभ हो चुका है। इस मास की शुक्ल पंचमी तिथि को नागपंचमी भी मनाई जाती है। इस साल नाग पचंमी कल यानी 2 अगस्त को मनाई जाएगी। नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा की जाती है। इस दिन सारे शिवभक्त भगवान शिव के प्रिय आभूषण नागों की पूजा करते हैं। नागों की दूध पिलाकर उनका आर्शीवाद भी लिया जाता है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि जो इस दिन नाग देवता की पूजा और भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हैं। उनके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। तो चलिए जाते हैं कि आप इस दिन का क्या महत्व है और आपको इस दिन क्या नहीं करना चाहिए...
नागपंचमी का महत्व
हिंदू धर्म में नाग देवता का बहुत ही खास महत्व होता है। इस दिन सुख-समृद्धि, खेतों में उगाई गई फसलों की रक्षा के लिए नागों की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करते हैं। नाग भगवान शिव का प्रिय आभूषण होता है। जो इस दिन भगवान शिव के साथ नाग देवता की पूजा करते हैं, उन्हें कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा इस दिनों सर्पों को स्नान करवाने से आपको पुण्य की भी प्राप्ति होती है। इस दिन यदि आप घर के मुख्य द्वार पर सांप का चित्र बनाएं तो नाग देवता की कृपा हमेशा घर पर होती है और परिवार वालों के सारे कष्ट और दुख भी दूर हो जाते हैं।
क्या करें इस दिन?
. इस दिन यदि आप उपवास रखते हैं तो आप सांप काटने से बच जाएंगे।
. नागपंचमी के दिन नाग देवताओं की पूजा जरुर करें। उन्हें आप दूध,मिठाई और फूल भी जरुर चढाएं।
. यदि आपकी कुंडली में राहु और केतु भारी हैं तो आप इस दिन नाग-देवता की पूजा भी जरुर करें। इससे कुडंली का राहु और केतु दोष दूर हो जाएगा।
. इस दिन आप शिवलिंग और नाग देवता पर पीतल के लोटे से ही दूध चढ़ाएं। आप जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल भी न करें।
क्या नहीं करना चाहिए?
. नागपंचमी के दिन खेती नहीं करनी चाहिए। इससे वहां पर रहने वाले सांपों की नुकसान पहुंच सकता है।
. इसके अलावा इस दिन पेड़ भी नहीं काटने चाहिए। पेड़ में छिपे सांपों को भी चोट लग सकती है। सांपों की मृत्यु भी हो सकती है।
. नाग पचंमी के दिन भूलकर भी सूई-धागे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दिन सूई-धागे का इस्तेमाल करना बहुत ही अशुभ माना जाता है। किसी भी तरह की नुकीली चीज का इस्तेमाल भी न करें।
. आप खाना बनाने और खाने के लिए लोहे की बर्तनों का इस्तेमाल न करें। इससे नाग देवता को कष्ट हो सकता हैं।
. नागपंचमी के दिन आप मांस, मदिरा और पान का सेवन भी न करें। आप भगवान शिव के मंत्र का जाप भी जरुर करें।