सुशांत के पिता का शॉकिंग बयान आया सामने, बताया बेटे की मौत का सच
punjabkesari.in Thursday, Sep 03, 2020 - 01:55 PM (IST)
सुशांत सिंह राजपूत केस की गुत्थी को सुलझाने के लिए सीबीआई समेत 2 और एंजेसीयां जांच कर रही हैं लेकिन 2 महीने बीत जाने के बाद भी यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर यह मर्डर है या फिर सुसाइड। वहीं दूसरी तरफ इस केस में सुशांत के करीबियों के बयान लिए जा रहे हैं।
इन सब के बीच हाल ही में सुशांत की फेमिली के वो बयान सामने आ रहे है जो उन्होंने 16 जून को पुलिस को दिए थे हाल ही में जहां सुशांत की बहनों के बयान सामने आए थे वहीं अब सुशांत के पिता का वो बयान सामने आया है जो उन्होंने 16 जून को दिया था। सुशांत के पिता के बयान की मानें तो उन्होंने कहा था कि सुशांत के मामले में कोई शक या शिकायत नहीं है, हो सकता है कि बेटे ने उदास होकर आत्महत्या की हो।
ये कहा था अपने बयान में
16 जून को दिए गए बयान में सुशांत के पिता के. के सिंह ने कहा था कि,' 14 जून से पहले सुशांत सिंह की तबीयत कुछ ठीक नहीं थी। 7 जून को उनकी और सुशांत की आखिरी बार बात हुई थी।' इसके आगे अपने बयान में सुशांत के पिता ने कहा ,' 15 मई 2019 को सुशांत मुंडन समारोह में आए थे। तब वह तनाव में नहीं था। वह 16 मई को वापस मुंबई चला गया था। मैं उसे वॉट्सऐप पर मैसेज करता था और वह भी मुझे वहीं जवाब देता था मैं उसे ज्यादा फोन नहीं करता था क्योंकि वह अपने काम में बिजी रहता था।'
पटना आने के लिए कहा था
वहीं आपको बता दें कि अपने बयान में सुशांत के पिता ने आगे कहा ,' सुशांत ने मुझे आखिरी बार 7 जून को कॉल किया और मैंने उससे कहा कि तुम्हें पटना आए एक साल से ज्यादा हो गया। अगर तुम चाहते हो तो पटना आओ। उसने कहा था कि देखता हूं...मेरी तबीयत ठीक नहीं है। ठीक होते ही आऊंगा।'
आत्महत्या करने का कारण नहीं पता
दी गई स्टेटमेंट में सुशांत के पिता ने आगे कहा था ,' मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि मेरे बेटे ने आत्महत्या क्यों की। उसने कभी किसी तरह के तनाव के बारे में चर्चा नहीं की। मुझे कोई शक या शिकायत नहीं है। लगता है कि सुशांत ने निराशा में आत्महत्या कर ली होगी।'
वकील ने किया इन बयानों का खंडन
वहीं आपको बता दें कि परिवार द्वारा दी गई इस स्टेटमेंट पर वकील विकास सिंह ने अपनी हाल ही कॉनफ्रेंस में कहा है कि , 'परिवार ने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया कि सुशांत की मौत आत्महत्या की वजह से हुई है। ये बयान मुंबई पुलिस ने मराठी में दर्ज किए थे। उस वक्त परिवार ने भी आपत्ति जताई थी और कहा था कि अगर आप हमारा सिग्नेचर चाहते हैं तो बयान कृपया मराठी में न लिखें। उन्हें मराठी में लिखे गए एक बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। उन्हें जरा भी इस बात की भनक नहीं थी कि मराठी में क्या बयान लिखा जा रहा है।'