"हमारी बेटी को मृत घोषित कर दो..." 20 साल की छात्रा के माता-पिता क्यों कर रहे हैं ये मांग ?
punjabkesari.in Thursday, Mar 20, 2025 - 10:43 AM (IST)

नारी डेस्क: हमारे बेटी को मृत घोषित कर दिया जाए जरा सोचिए उस माता-पिता पर क्या गुजर रही होगी जिन्होंने अपनी बेटी के लिए यह बात बोली । डोमिनिकल गणराज्य में लापता हुई 20 वर्षीय भारतीय छात्रा सुदीक्षा कोनांकी के परिवार को मजबूरी में पुलिस से यह कहना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी बेटी जब से लापता हुई है उसकी कोई खबर नहीं है।
भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक कोनांकी को आखिरी बार छह मार्च को पुंटा काना शहर के रिउ रिपब्लिक रिसॉर्ट में देखा गया था। वह डोमिनिकन गणराज्य में छुट्टियां मनाते समय लापता हो गई थी। अमेरिकी संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां उसके लापता होने की जांच में कैरेबियाई देश के प्राधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। काफी तलाश के बावजूद उसका शव नहीं मिला है।
रुआत में परिवार को शक था कि सुदिक्षा की गुमशुदगी में कोई साजिश हो सकती है, लेकिन अब उन्होंने जांच प्रक्रिया पर यकीन जताते हुए कहा कि उन्हें कोई साजिश नहीं लगती। ‘एनबीसी न्यूज' ने मंगलवार को डोमिनिकन रिपब्लिक नेशनल पुलिस के प्रवक्ता डिएगो पेस्क्वेरा के हवाले से कहा कि कोनांकी के परिवार ने एजेंसी को एक पत्र भेजकर उसकी मृत्यु की घोषणा करने का अनुरोध किया है। कोनांकी परिवार से सोमवार रात टिप्पणी का अनुरोध किया गया था जिसका तत्काल कोई जवाब नहीं दिया गया।
खबरों के मुताबिक अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के छात्र जोशुआ रीबे ने सुदीक्षा को आखिरी बार देखा था। रीबे ने पुलिस को बताया कि वह समुद्र तट पर कोनांकी के साथ शराब पी रहा था इसी दौरान समुद्र में तेज लहरें उठीं और दोनों पानी में चले गए। वह तो बच गए लेकिन सुदीक्षा कही नहीं मिली। ‘न्यूयॉर्क पोस्ट' की खबर के अनुसार, कोनांकी के परिजन ने सोमवार को प्राधिकारियों को एक औपचारिक पत्र भेजा, जिसमें कहा गया किया गया कि छह मार्च की सुबह पुंटा काना समुद्र तट से गायब होने के बाद कोनांकी की कथित मौत में कोई संदिग्ध साजिश शामिल नहीं है। सूत्रों के अनुसार उसके माता-पिता ने यह भी लिखा कि इस मामले में प्राधिकारियों द्वारा की जा रहीं जांच पर उन्हें भरोसा है। उसके माता-पिता ने कहा कि युवती को जीवित देखने वाले अंतिम व्यक्ति रीबे ने जांचकर्ताओं के साथ सहयोग किया है।