Operation Sindoor के बाद Smartphone यूजर्स बरते ये 5 जरूरी सावधानियां, सेना को मिलेगी मदद

punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 01:04 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत ने गुरुवार को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में कई आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की। इस ऑपरेशन की सफलता के बाद संभावना है कि पाकिस्तान की ओर से भी कोई जवाबी कार्रवाई या साइबर हमला किया जा सकता है। ऐसे माहौल में देश की सुरक्षा के साथ-साथ हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह सतर्क रहे और अपने स्मार्टफोन के इस्तेमाल में सावधानी बरते। यहां हम आपको कुछ ऐसी जरूरी बातें बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप न केवल अपनी सुरक्षा कर सकते हैं, बल्कि भारतीय सेना की भी मदद कर सकते हैं।

सेना की गतिविधियां सोशल मीडिया पर शेयर न करें

सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की सैन्य गतिविधि की फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर न करें। आजकल लगभग हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन होता है जिससे लोग आसानी से फोटो या वीडियो बना लेते हैं। लेकिन अगर आप किसी सेना की मूवमेंट, गाड़ियों या ऑपरेशन की जानकारी या तस्वीरें पोस्ट करते हैं तो अनजाने में दुश्मन की मदद कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप देशभक्ति का सही परिचय दें और ऐसी कोई भी जानकारी सोशल मीडिया पर न डालें जो सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है।

GPS लोकेशन बंद रखें

अगर आप तनाव या आपात स्थिति वाले क्षेत्र में हैं तो अपने स्मार्टफोन की लोकेशन सर्विस (GPS) को बंद कर दें। लोकेशन ऑन रहने से आपकी रियल-टाइम लोकेशन ट्रैक की जा सकती है जिससे दुश्मन को आपकी सही जगह का पता चल सकता है। उदाहरण के लिए यदि आप किसी बंकर में छिपे हैं और फोन की लोकेशन ऑन है तो वह सेना की रणनीति को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए संकट की स्थिति में, खासतौर पर बॉर्डर एरिया या मिलिट्री मूवमेंट वाले क्षेत्रों में, लोकेशन ऑफ रखें।

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अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें

इस समय साइबर हमलों का खतरा बढ़ सकता है। दुश्मन देश फर्जी मैसेज और लिंक भेजकर वायरस या हैकिंग टूल आपके फोन में डाल सकता है। आपको ऐसे मैसेज मिल सकते हैं जैसे – “देखिए कहां हमला हुआ” या “इस लिंक पर क्लिक करके वीडियो देखें।” इन पर क्लिक करने से आपका फोन हैक हो सकता है या बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। ऐसे में कोई भी अनजान लिंक, संदिग्ध मैसेज या कॉल से बचें और तुरंत डिलीट कर दें।

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फेक न्यूज से बचें और दूसरों को भी बचाएं

तनाव की स्थिति में सोशल मीडिया पर अफवाहें और फर्जी खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं।किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसकी ऑनलाइन पुष्टि (fact-check) जरूर करें। फर्जी खबरें समाज में डर और अफरा-तफरी फैला सकती हैं, जो दुश्मन का मुख्य मकसद होता है। यदि आपको कोई संदिग्ध न्यूज़ या पोस्ट मिले, तो उसे न सिर्फ शेयर करने से बचें बल्कि रिपोर्ट भी करें।

सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा से रहें सावधान

ऐसे समय में कई लोग और ग्रुप सोशल मीडिया पर झूठा या भड़काऊ कंटेंट फैलाने की कोशिश करते हैं। यदि आप किसी प्रोपेगेंडा को पहचानते हैं तो उसकी सच्चाई सही जानकारी और स्रोतों के साथ सामने रखें। लेकिन इस दौरान किसी से बहस में न उलझें और अपनी भाषा में संयम बनाए रखें। आपका मकसद होना चाहिए – सच को सामने लाना न कि झगड़ा करना।

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एक जागरूक नागरिक बनें, देश की मदद करें

इस तरह की सावधानियां अपनाकर आप सिर्फ खुद को नहीं बल्कि पूरे देश को सुरक्षित बनाए रखने में योगदान दे सकते हैं। याद रखें – सुरक्षा सिर्फ सीमा पर तैनात जवानों की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक की भी है।

इसलिए हर स्मार्टफोन यूजर को चाहिए कि सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार करें, अफवाहों से बचें और सेना की रणनीति में अनजाने में कोई रुकावट न डालें।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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