Operation Sindoor की खबर सुन रो पड़ी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी, सरकार से बोली- हर आंतकवादी को खत्म करना
punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 05:35 PM (IST)

नारी डेस्क: पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी को वो तस्वीर आज तक आंखों से नहीं गई है जिसमें वह अपने पति की लाश के पास बैठी नजर आई थी। इस तस्वीर को देख हर पत्नी रोई थी और सभी ने भगवान से बस एक ही दुआ की थी भगवान ऐसा दिन किसी को ना दिखाए। आज लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी की तरफ से भारत ने पाकिस्तान बदला ले लिया, ऐसे में हिमांशी अपने आंसू नहीं रोक पाई।
अपने पति विनय नरवाल को खोने वाली हिमांशी नरवाल ऑपरेशन सिंदूर की खबर सुनकर भावुक हो गई। उन्होंने मीडिया से कहा- ''मेरा पति डिफेंस में था और वो जब ज्वाइन किया तो चाहता था कि देश में शांति हो। निर्दोषों की जान नहीं जानी चाहिए। इस देश में नफरत और आतंक न हो। उसका स्प्रिट इस ऑपरेशन (ऑपरेशन सिंदूर) में है। आतंकवाद और नफरत सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.'।
हिमांशी ने बताया कि हमले के बाद उन्होंने दो घंटे तक अकेले युद्ध लड़ा और उनके साथ 26 और महिलाएं भी थीं, जिन्हें उम्मीद थी कि सरकार और सेना उनके ज़ख्मों पर मरहम लगाएगी। उन्होंने कहा कि आज की इस सर्जिकल एक्शन ने पूरे देश का सिर ऊंचा कर दिया है। विनय नरवाल की पत्नी ने कहा- ''इस ऑपरेशन के लिए मैं भारत सरकार का धन्यवाद करती हूं, मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि ये यहीं खत्म नहीं होना चाहिए, यह आतंकवाद के खात्मे की शुरुआत है, ताकि जैसी घटना मेरे साथ हुई, वैसी घटना किसी के साथ नहीं हो.'' ।
हिमांशी ने आगे कहा- इस घटना की वजह से बहुत सी औरतों ने अपना एक हिस्सा खोया है, मैं उम्मीद करती हूं कि ऐसा ऑपरेशन करने की नौबत आगे कभी नहीं आए, ऐसा कुछ दोबारा किसी और के साथ न हो.'' । 26 साल के विनय नरवाल पत्नी हिमांशी के साथ पहलगाम में हनीमून मनाने गए थे। आतंकी हमले से 3 सप्ताह पहले ही नरवाल की हिमांशी से शादी हुई थी। हिमांशी के सामने ही उनके पति को गोली मार दी गई थी।