लश्कर-ए-तैयबा से लेकर जैश तक घबराए, Operation Sindoor- 2 में कौन होगा अगला निशाना
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 02:40 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया है। लेकिन अभी यह ऑपरेशन पूरा नहीं हुआ है। जब तक हर एक आतंकवादी ठिकाना खत्म नहीं होता, भारत चुप बैठने वाला नहीं है।
21 ठिकानों की पहचान, 9 पर कहर, 12 अब भी बाकी
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान और PoJK में कम से कम 21 ऐसे स्थानों की पहचान की है जहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है और फिर भारत में हमले करने के लिए भेजा जाता है। अब तक 9 जगहों पर करीब 70 आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया गया है लेकिन 12 स्थान अभी भी बाकी हैं।
पीएम मोदी का स्पष्ट संदेश: "यह सिर्फ शुरुआत है"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद अपनी पहली कैबिनेट मीटिंग में इसे सिर्फ शुरुआत बताया है। यह बड़ा संकेत है कि आतंक के खिलाफ भारत की जंग अभी खत्म नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को इस विषय पर राजनीतिक बयानबाजी से बचने की सलाह भी दी है।
जिन 9 आतंकी ठिकानों पर हुआ हमला
6 और 7 अप्रैल 2025 की रात भारतीय सेना ने इन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां मौजूद लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) के आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया गया
सवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद (PoJK)
सैयदाना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद (PoJK)
गुलपुर कैंप, कोटली (PoJK)
अब्बास कैंप, कोटली (PoJK)
बरनाला कैंप, भीमबेर (PoJK)
मरकज सुभान, बहावलपुर (पाकिस्तान)
मेहमूना जोया कैंप, सियालकोट (पाकिस्तान)
सरजल कैंप, सियालकोट (पाकिस्तान)
मरकज तैयबा, मुदिरके (पाकिस्तान)
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ऑपरेशन सिंदूर-2 की तैयारी, अगली 12 जगहों पर नजर
भारतीय एजेंसियों के मुताबिक, अब भी 12 जगहें बची हैं, जहां आतंकवादी सक्रिय हैं। इनमें से 5 स्थान पाकिस्तान में और 7 स्थान PoJK में हैं। ये सभी इलाके आतंकी लॉन्च पैड्स के रूप में काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान में संभावित लक्ष्य: गढ़ी हबीबुल्ला, बतरासी, बालाकोट, ओघी, बोई
PoJK में संभावित लक्ष्य: मस्कर-ए-अक्सा, चेलाबंदी, अब्दुल्ला-बिन-मसूद, दुलाई, सेनसा, बराली, डुंगी
पहलगाम हमले के गुनहगार निशाने पर
22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ संगठन है। इस हमले में शामिल आतंकियों की पहचान के लिए NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) जांच कर रही है और आम जनता से भी फोटो व वीडियो मांगी जा रही हैं। इस बार एजेंसियों ने सभी आतंकी संगठनों को जड़ से खत्म करने की योजना बनाई है, और ऑपरेशन सिंदूर-2 में इससे जुड़ी हर जानकारी काम आएगी।
भारत का कूटनीतिक मोर्चा भी मजबूत
भारत सिर्फ सैन्य कार्रवाई ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी पूरी तरह सक्रिय है। गृहमंत्री अमित शाह सीमावर्ती राज्यों के नेताओं से चर्चा कर रहे हैं, वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल विदेशों में भारत का पक्ष मजबूती से रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत ने अपनी बात रखी है, और सुरक्षा परिषद के कई सदस्य भारत की कार्रवाई को जायज़ मानते हैं, क्योंकि यह आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई है।
भारत ने यह साफ कर दिया है कि जब तक आतंक के आखिरी ठिकाने को खत्म नहीं किया जाएगा, तब तक उसकी कार्रवाई जारी रहेगी। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक शुरुआत है, अबकी बार भारत आतंक को उसकी जड़ों से उखाड़ने का संकल्प लेकर चला है।