आटा फायदेमंद तो मैदा नुकसानदायक क्यों? जानिए 7 बड़े कारण
punjabkesari.in Tuesday, Jan 08, 2019 - 04:53 PM (IST)

मैदा हर किसी के किचन में पाया जाता है। यह सेहत के लिए काफी हानिकीरक होता है फिर भी आप इससे बने कई फूड को हर रोज स्वाद लेकर खाते हैं। इसे खाने से शरीर को तूरंत नुकसान नहीं पहुंचता है। लंबें समय तक इसका सेवन करने के बाद कई साइड इफैक्ट्स होते हैं। आज हम आपको मैदे का सेवन करने से होने वाले खतरे के बारे में बताएंगे।
आटा फायदेमंद तो मैदा नुकसानदायक क्यों?
मैदा व आटा दोनों गेंहूं से ही बनते हैं लेकिन इन्हें बनाने के तरीका बिलकुल अलग होता है। आटा बनाते समय गेंहूं की ऊपरी गोल्डन पर्त को आटे में ही रहने देते हैं। यह डाइट्री फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत है। आटे को थोड़ा दरदरा पीसा जाता है, जिससे गेंहूं में मौजूद पोषक तत्व ज्यादा में नष्ट नहीं होते हैं। हालांकि मैदा बनाने से पहले गेंहूं की ऊपरी गोल्डन पर्त हटाकर गेहूं के सफेद भाग को अच्छी तरह से खूब महीन पीस लिया जाता है। इससे मैदे के सारे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
केमिकल ब्लीच से आती है मैदे में सफेदी
मैदा को ज्यादा सफेदी और चमक देने के लिए गेंहूं को पीसने के बाद केमिकल्स से ब्लीच किया जाता है। मैदा को तैयार करने के लिए कैल्शियम परऑक्साइड, क्लोरीन, क्लोरीन डाई ऑक्साइड से ब्लीचिंग की जाती है। यह केमिकल्स का सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं।
मैदे के नुकसान
पेट के लिए खराब
मैदा बहुत चिकना और स्मूद होता है। इसमें डाइट्री फाइबर ना होने के कारण पचाना बहुत मुश्किल होता है जस वजह से यह आंतों में चिपक जाता है और कई बीमारियों के लिए खतरा बनता है। इसका सेवन करने से अक्सर कब्ज की समस्या रहती है।
गठिया व दिल के लिए खतरा
मैदे से बनी चीजें खाने से ब्लड सुगर लेवल बढ़ जाता है और खून में ग्लूकोज जमने लगता है जिससे गठिया और दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल और मोटापा बढ़ाए
मैदा में स्टार्च की मात्रा अधिक होने की वजह से मोटापा बढ़ता है। इसका अधिक सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड में ट्राइग्लीसराइड स्तर बढ़ता है।
डायबिटीज का खतरा
इसमें बहुत ज्यादा हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता है जो शुगर लेवल तुरंत ही बढ़ाता है। यह पैंक्रियास के लिए दिक्कत बन सकता है। डायबिटीज के मरीज को मैदे के सेवन से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
इम्यून सिस्टम करे कमजोर
मैदे का सेवन करते रहने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिससे बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। सेहतमंद रहने के लिए मैदे का बहुत कम सेवन करें।
हड्डियों की कमजोरी
मैदे को तैयार करते समय इसके सारे पोष्क तत्व निकल लिए जाते हैं जिससे यह एसिडिक बन जाता है। यह हड्डियों से कैल्शियम को खींच लेता है। इससे हड्डियों में कमजोरी आ जाती है।
फूड एलर्जी
मैदे में भारी मात्रा में ग्लूटन भी पाया जाता है जो फूड एलर्जी को पैदा करता है।