क्या इस बटन के कारण गई 270 लोगों की जान? Air India हादसे को लेकर आया नया अपडेट
punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 05:58 PM (IST)

नारी डेस्क: प्रतिष्ठित विमानन पत्रिका एयर करंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून को एयर इंडिया की उड़ान संख्या 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की चल रही जांच "इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच की गति पर केंद्रित हो गई है"। लेख में रिपोर्ट के लिए जानकारी के स्रोत के रूप में जांच की जानकारी रखने वाले कई लोगों का हवाला दिया गया है। सूत्रों ने एयर करंट को बताया कि ब्लैक बॉक्स डेटा इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि स्विच गलती से, जानबूझकर, या थ्रस्ट के स्पष्ट नुकसान से पहले या बाद में किसी अन्य समस्या के कारण हिले थे।
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कंट्रोल स्विच पर फोकस
एयर इंडिया के विमान ने 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद अचानक नियंत्रण खो दिया था, और हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोग और19 लोग जमीन पर मारे गए थे। द एयर करंट की रिपोर्ट सीधे तौर पर मानवीय त्रुटि को कारण नहीं बताती, लेकिन ईंधन कंट्रोल स्विच पर जांच का फोकस इस ओर इशारा करता है कि पायलट से कोई गंभीर गलती हुई हो सकती है। हादसे की जांच से जुड़े नहीं रहे कुछ एविएशन विशेषज्ञों ने बताया कि अगर टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के एक इंजन में खराबी आई हो, तो हो सकता है पायलट ने गलती से चालू इंजन का ईंधन सप्लाई भी बंद कर दिया हो।
क्या काम होता है इस स्विच का
अमेरिकी विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ जॉन कॉक्स ने एयर करंट को बताया कि पायलट गलती से भी इंजनों को ईंधन देने वाले स्विच को नहीं हिला पाएगा। उन्होंने कहा- "आप उन्हें टकरा नहीं सकते, और वे हिल जाते हैं।" ड्रीमलाइनर 787 में इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच (रन और कटऑफ) ज़मीन पर इंजन शुरू या बंद करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। उड़ान के दौरान ईंधन नियंत्रण स्विच को रन से कटऑफ पर ले जाने से संबंधित इंजन में ईंधन की आपूर्ति रुक जाएगी। एयर करंट की रिपोर्ट के अनुसार, इससे इंजन तुरंत बंद हो सकता है और थ्रस्ट भी कम हो सकता है। इससे प्रत्येक इंजन पर लगे दो विद्युत जनरेटर भी विमान के कई सिस्टम और उसके कुछ कॉकपिट डिस्प्ले को बिजली नहीं दे पाते।
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जल्द आ सकती है हादसे से जुड़ी रिपोर्ट
एयर करंट रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि- ''25 जून को एएआईबी द्वारा दिल्ली में प्रारंभिक ब्लैक बॉक्स रीडिंग के बाद के 13 दिनों में बोइंग या जीई ऑपरेटरों की ओर से किसी भी प्रकार की सलाहकार चेतावनी, जिसे मल्टी-ऑपरेटर मैसेज (एमओएम) या ऑल-ऑप्स वायर के रूप में जाना जाता है, का अभाव एक महत्वपूर्ण संकेत है कि दुर्घटना के संभावित कारण के रूप में यांत्रिक विफलता का तुरंत संदेह नहीं है।'' हालांकि, एयर करंट रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच, भारत के विमान दुर्घटना जांच बोर्ड (एएआईबी) ने अहमदाबाद में लंदन जाने वाले बोइंग ड्रीमलाइनर की दुखद दुर्घटना पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट जल्द ही सार्वजनिक होने की उम्मीद है।
घटना के 30 दिनों के भीतर आती है रिपोर्ट
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के सदस्य के रूप में, भारत द्वारा घटना के 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट जारी करने की उम्मीद है। इसलिए, व्यापक रूप से माना जा रहा है कि प्रारंभिक रिपोर्ट 11 जुलाई को या उससे पहले जारी कर दी जाएगी। दुर्घटना की आधिकारिक जांच AAIB के अधिकारियों द्वारा की जा रही है और इसमें भारतीय वायु सेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के तकनीकी सदस्य शामिल हैं, जो विमान के डिज़ाइन और निर्माण वाले देश की आधिकारिक जांच एजेंसी है। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन-गैटविक जा रही AI-171 उड़ान के उड़ान भरने के 35 सेकंड के भीतर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 270 से ज़्यादा लोग मारे गए थे। ड्रीमलाइनर में सवार एक यात्री चमत्कारिक रूप से बाल-बाल बच गया।