न्यूबॉर्न बेबी की गर्दन पर क्यों होते हैं Rashes, पेरेंट्स बचाव के लिए अपनाएं ये Tricks

punjabkesari.in Tuesday, Jun 27, 2023 - 02:52 PM (IST)

नए जन्मे बच्चे की त्वचा बहुत ही कोमल होती है। खासकर गर्मी के मौसम में त्वचा पर इंफेक्शन होने लगता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है गर्दन के रैशेज। गर्मियों में शिशु की गर्दन पर रैशेज होना आम है। इसके कारण बच्चे को परेशानी होने लगती है लेकिन यह होते क्यों है और इसके कारण और लक्षण क्या है। आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं....

आखिर क्यों होते हैं शिशु को रैशेज?

. ज्यादा देर तक धूप में ले जाने के कारण 

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. गर्मी और उमस के कारण 
. फंगल या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण
. शिशु की लार साफ न करने के कारण

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. स्किन ड्राई होने के कारण 

इसके अलावा यदि शिशु की त्वचा ज्यादा ड्राई है तो आप गर्दन पर नारियल तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। 

रैशेज के लक्षण

. दाने नजर आ सकते हैं। 

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.पपड़ीदार त्वचा दिख सकती है। 
. शिशु का व्यवहार चिड़चिड़ा हो सकता है। 
. रैशेज होने के कारण गर्दन पर रेडनेस हो सकती है। 
. सूजन हो सकती है। 

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. शिशु को हो सकती है खुजली 
. बार-बार शिशु गर्दन पर हाथ लगा सकता है। 

कैसे करें शिशु का बचाव? 

. शिशु को गर्दन के रैशेज से बचाने के लिए आप उन्हें कॉटन फैब्रिक के कपड़े डालें। 

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. साफ कपड़े पहनाएं, गंदे कपड़े इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। 
. साफ-सफाई रखें। अगर आप शिशु को रोजाना नहीं नहला सकते तो स्पंज की मदद से उसे साफ जरुर करें।

इन चीजों का करें इस्तेमाल 

बर्फ से सिकाई 

गर्दन पर रैशेज होने पर आप शिशु की त्वचा की बर्फ से सिकाई कर सकते हैं। इससे उन्हें काफी फायदा मिलेगा। ठंडी सिकाई के लिए एक छोटा बर्फ का टुकड़ा लें फिर उसे कॉटन के कपड़े से लपेट लें। इस कपड़े को रैशेज वाली जगह पर लगाएं। समस्या से काफी आराम मिलेगा। 

शहद 

आप शहद का इस्तेमाल करके भी शिशु की रैशेज की समस्या से राहत पा सकते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटीमाइक्रोबियल गुण समस्या से राहत दिलाने में मदद करेंगे। 1 चम्मच शहद लें इसके बाद इसमें थोड़ा सा बादाम ऑयल डालें। मिक्स करके मिश्रण गर्दन पर लगाएं। रैशेज से राहत मिलेगी। 

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palak

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