बच्चे को पेशाब न आने पर अपनाएं ये घरेलू उपाय, जल्दी मिलेगी राहत
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 02:42 PM (IST)

नारी डेस्क: बच्चों की देखभाल एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है क्योंकि वे अक्सर अपनी समस्याओं को ठीक से व्यक्त नहीं कर पाते हैं। कभी उनका पेशाब ज्यादा आता है तो कभी कम, और इन स्थितियों में माता-पिता के लिए सही कदम उठाना महत्वपूर्ण हो जाता है। इस लेख में हम बच्चों में पेशाब न आने के कारणों और इसके समाधान के बारे में जानेंगे।
बच्चों में पेशाब न आने के कारण
यूरिनरी ट्रैक्ट में बाधा: जब बच्चे के मूत्र मार्ग में किसी प्रकार की रुकावट होती है, तो किडनी से पेशाब बाहर नहीं निकल पाता। इस समस्या में बच्चे को पेशाब न आने या पेशाब करने में कठिनाई हो सकती है। यह समस्या बच्चे की एक या दोनों किडनी को प्रभावित कर सकती है।
शौचालय का डर: कई बार बच्चे पेशाब करते समय डर या दर्द महसूस करते हैं। इस कारण से वे जानबूझकर पेशाब रोक सकते हैं। यदि बच्चा शौचालय जाने से डरता है या पेशाब करते वक्त असहज महसूस करता है, तो यह भी पेशाब न करने का कारण हो सकता है।
दवाओं के प्रभाव: यदि बच्चा किसी प्रकार की दवाएं ले रहा है, तो दवाओं के कारण भी पेशाब न आने की समस्या हो सकती है। जैसे कि उच्च रक्तचाप की दवाएं, ड्यूरेटिक्स (जिन्हें पेशाब बढ़ाने के लिए दिया जाता है), या एंटी-इंफ्लेमेट्री दवाएं (जो सूजन को कम करने के लिए दी जाती हैं), इनसे भी बच्चे में पेशाब न आने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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बच्चे को पेशाब न आने पर क्या करें?
यदि आपके बच्चे को पेशाब नहीं आ रहा है, तो सबसे पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। लेकिन जब तक आप डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाते, तब तक आप घर पर कुछ उपाय आजमा सकते हैं:
पानी की मात्रा बढ़ाएं: यह सुनिश्चित करें कि बच्चा पर्याप्त पानी पी रहा है। अगर बच्चा कई घंटों तक पेशाब नहीं करता है, तो यह संकेत हो सकता है कि वह पर्याप्त पानी नहीं पी रहा है।
नारियल पानी और पतला फलों का रस: नारियल पानी और पतला फलों का रस बच्चे को हाइड्रेटेड रखने में मदद कर सकते हैं। यह बच्चों को तरोताजा रखने के साथ-साथ पेशाब की समस्या में भी सहायक हो सकता है।
गर्म स्नान: बच्चे को गर्म पानी से स्नान करने से मूत्राशय की मांसपेशियों को आराम मिलता है, और इससे पेशाब करना आसान हो सकता है। यह एक प्राकृतिक उपाय है जो बच्चे को आराम देने में सहायक हो सकता है।
धीरे-धीरे पेट की मालिश: बच्चे के पेट के निचले हिस्से की हल्के हाथों से मालिश करने से भी मदद मिल सकती है। यह मूत्राशय को आराम देने में मदद करता है और पेशाब की प्रक्रिया को आसान बनाता है।
खाद्य पदार्थों से बचाव: बच्चों को मसालेदार या अम्लीय खाद्य पदार्थ देने से बचें, क्योंकि ये मूत्राशय में समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों से परहेज करने से पेशाब की समस्या से बचा जा सकता है।
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बच्चे के पेशाब न आने की गंभीरता
बच्चे के पेशाब न आने के कारण कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अगर बच्चे को पेशाब करते समय दर्द, बुखार, सूजन या अन्य लक्षण दिखाई दें, तो 7-8 घंटे से अधिक समय तक पेशाब नहीं आता है, तो इसे हल्के में न लें। बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श करें।
समय पर इलाज से गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है, और बच्चा जल्दी आराम पा सकता है। अगर बच्चे को पेशाब न आने की समस्या हो, तो सही उपचार से उसे जल्दी राहत मिल सकती है और उसकी स्थिति बेहतर हो सकती है।
बच्चों में पेशाब न आना एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन अगर आप समय रहते सही कदम उठाते हैं, तो इसे आसानी से हल किया जा सकता है। माता-पिता को बच्चों की सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए और पेशाब की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ध्यान रखें कि डॉक्टर की सलाह लेना सबसे महत्वपूर्ण कदम है, ताकि बच्चे को सही इलाज मिल सके।