गर्मियों में बच्चों को हो सकती हैं ये 5 समस्याएं, पेरेंट्स दे ध्यान
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 03:09 PM (IST)

नारी डेस्क: अभी अप्रैल का महीना खत्म नहीं हुआ है लेकिन गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। हर तरफ से लोगों को हीट स्ट्रोक से बचने की सलाह दी जा रही है। खासकर जो लोग दोपहर में घर से बाहर रहते हैं, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। ऐसे में बच्चों की देखभाल बहुत जरूरी हो जाती है, क्योंकि गर्मियों में बच्चों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में बच्चों को किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है और पेरेंट्स को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
हीट स्ट्रोक का खतरा
गर्मी के दिनों में बच्चों को हीट स्ट्रोक होने का खतरा बहुत ज़्यादा होता है। अक्सर बच्चे दोपहर के समय स्कूल से लौटते हैं, जब धूप सबसे ज़्यादा तेज़ होती है। इस समय शरीर पर गर्मी का सीधा असर होता है और बच्चा हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकता है। अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है। हीट स्ट्रोक की वजह से शरीर के अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए बच्चों को दोपहर में धूप से बचाना बहुत जरूरी है।
हीट रैश या घमौरी
गर्मी के मौसम में बच्चों के शरीर पर रैशेज या घमौरियां होना आम बात है। गर्मियों में शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है, जो त्वचा पर जमा हो जाता है। अगर समय पर पसीना साफ न किया जाए, तो त्वचा पर खुजली, जलन और रैशेज हो सकते हैं। इनसे बचने के लिए बच्चों को हल्के और सूती (cotton) कपड़े पहनाना चाहिए जो उनकी त्वचा को सांस लेने का मौका दें और पसीना आसानी से सोख लें।
पेट खराब होना
गर्मियों में खाना बहुत जल्दी खराब हो जाता है। अगर बच्चे बासी खाना खा लें, तो उन्हें पेट दर्द, उल्टी या डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। क्योंकि बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इसलिए वे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि बच्चों को ताजा और साफ खाना ही दें। फ्रिज में रखा पुराना खाना, बाहर का तला-भुना खाना या खुला पानी देने से बचें।
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आंखों में इंफेक्शन
गर्मियों में हवा में धूल-मिट्टी बहुत होती है। जब बच्चे बाहर खेलते हैं या घूमते हैं, तो यह धूल आंखों में चली जाती है जिससे आंखों में जलन, लालपन और संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा, स्विमिंग पूल का गंदा पानी भी आंखों की बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे कि कंजंक्टिवाइटिस (आंख आना)। बच्चों को साफ और हाइजीनिक स्विमिंग पूल में ही तैरने दें और धूप में बाहर जाने से पहले धूप का चश्मा पहनाएं।
डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी
गर्मी में बच्चे अक्सर कम पानी पीते हैं जिसकी वजह से उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसे डिहाइड्रेशन कहते हैं। डिहाइड्रेशन से बच्चे को थकान, कमजोरी और ब्लड प्रेशर लो होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए उन्हें बार-बार पानी पीने के लिए कहें। पानी के अलावा नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत जैसे घरेलू पेय भी पिलाए जा सकते हैं।
बच्चों को गर्मी में कैसे रखें सुरक्षित? – पेरेंट्स के लिए टिप्स
बच्चों को दोपहर के समय घर के अंदर ही रखें। ज्यादा से ज्यादा पानी और तरल पदार्थ (जूस, छाछ, नींबू पानी आदि) पिलाएं। बच्चों को हल्के और सूती कपड़े पहनाएं। दिन में बार-बार चेहरा और हाथ-पैर धोने को कहें। बच्चों को धूल, धूप और गंदगी से बचाकर रखें। अगर बच्चा बीमार लगे, तो डॉक्टर के पास तुरंत ले जाएं। उनकी डाइट में हाइड्रेटिंग और ताजा चीजें शामिल करें।
गर्मी का मौसम बच्चों के लिए कई तरह की दिक्कतें लेकर आता है। लेकिन थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल से हम उन्हें इन बीमारियों से बचा सकते हैं। पेरेंट्स को चाहिए कि वे मौसम के अनुसार बच्चों की दिनचर्या और खानपान पर ध्यान दें, ताकि उनका स्वास्थ्य सही रहे और वे गर्मियों का आनंद भी ले सकें।