पैरेंटिंग टिप्स: रिजल्ट से नहीं, बच्चों के मानसिक शांति से मिलती है असली सफलता

punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 01:26 PM (IST)

नारी डेस्क: बच्चों का रिजल्ट उनकी सफलता का एकमात्र पैमाना नहीं हो सकता है। अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चों का रिजल्ट आता है, तो घरों में तनाव और दबाव बढ़ जाता है, जिससे बच्चे ठीक से सो नहीं पाते और मानसिक चिंता का सामना करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ एक एग्जाम का रिजल्ट पूरे जीवन को तय कर सकता है? बच्चों और उनके माता-पिता को इस तनाव से निपटने के लिए कुछ विशेष उपाय अपनाने चाहिए।

सही डाइट से मिलेगा मानसिक शांति

हमारे शरीर का दिमाग और पेट एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। जब पेट में कोई गड़बड़ी होती है, तो मानसिक तनाव बढ़ सकता है। इसका समाधान सही आहार से हो सकता है। बच्चों को फल, साबुत अनाज, छाछ और अलसी के बीज जैसे पोषक तत्व देने से उनका शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे।

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सोच बदलें और ग्रोथ माइंडसेट अपनाएं

मार्क्स को जीवन की असली सफलता का पैमाना मानना गलत है। असली पहचान उनके गुणों से बनती है। बच्चों को यह समझाएं कि मेहनत और सीखने से हर कोई बेहतर बन सकता है, इससे उनका मानसिक संतुलन बेहतर होगा और वे सही दिशा में आगे बढ़ेंगे।

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बच्चों से करें संवाद

बच्चे अक्सर परिवार के व्यवहार की नकल करते हैं। अगर आप शांत और सकारात्मक रहेंगे, तो बच्चे भी ऐसा ही महसूस करेंगे। बच्चों से ‘रैंक क्या आई?’ की बजाय ‘तुम्हें अपने प्रयास पर कैसा लग रहा है?’ जैसे सवाल पूछें। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपनी मेहनत पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

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बच्चों की मेहनत की सराहना करें

बच्चों के रिजल्ट की बजाय उनकी मेहनत और प्रयासों को सराहें। इससे उन्हें यह महसूस होगा कि उनकी पहचान सिर्फ अंक और परिणामों से नहीं, बल्कि उनकी कड़ी मेहनत और अच्छे गुणों से बनती है।

इन उपायों से आप न सिर्फ बच्चों का मानसिक संतुलन बनाए रख सकते हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास और विकास में भी मदद कर सकते हैं।

 
 

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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