माता-पिता की एक गलती ने ली 9 साल की बच्ची की जान, डॉक्टर ने दी सख्त चेतावनी
punjabkesari.in Friday, Jun 20, 2025 - 03:04 PM (IST)

नारी डेस्क: मां-बाप हमेशा अपने बच्चों को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश करते हैं। वे यही चाहते हैं कि बच्चा हमेशा स्वस्थ और खुश रहे। लेकिन कई बार प्यार या घबराहट में वे ऐसी गलती कर बैठते हैं जो बच्चे की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां माता-पिता की एक छोटी सी गलती के कारण 9 साल की बच्ची की मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला?
इस मामले की जानकारी पेडियाट्रिशियन (बाल रोग विशेषज्ञ) डॉ. पवन मंडाविया ने दी। उन्होंने बताया कि बच्ची को दस्त (डायरिया) हो रहा था। रात भर उसके पैरेंट्स ने उसे बार-बार शक्कर मिला पानी पिलाया ताकि वह डिहाइड्रेट न हो। लेकिन इस दौरान वे ये नहीं समझ पाए कि इस शक्कर के पानी से बच्ची के शरीर में शुगर की मात्रा खतरनाक स्तर तक पहुंच गई।
डॉ. मंडाविया के अनुसार, लगातार शक्कर का पानी पीने से सुबह तक बच्ची का ब्लड शुगर लेवल 500 से ऊपर पहुंच गया। स्थिति इतनी खराब हो गई कि बच्ची कोमा में चली गई और फिर उसे बचाया नहीं जा सका।
डायबिटिक कीटोएसिडोसिस क्या होती है?
डॉक्टर बताते हैं कि जब किसी को डायरिया होता है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में कई लोग सोचते हैं कि शुगर का पानी देना फायदेमंद होगा। लेकिन वास्तव में इससे शरीर में अचानक शुगर बहुत बढ़ जाती है जिससे एक गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है जिसे डायबिटिक कीटोएसिडोसिस कहते हैं। इसमें ब्रेन में सूजन आ जाती है और मरीज कोमा में चला जाता है। बच्ची के साथ भी यही हुआ।
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घर का शक्कर पानी या जूस न दें
डॉ. मंडाविया का साफ कहना है कि डायरिया की स्थिति में किसी भी बच्चे या बड़े को सिर्फ WHO द्वारा मान्यता प्राप्त ORS (ओ.आर.एस.) ही देना चाहिए। घर पर बना हुआ शक्कर का पानी, नींबू पानी या फ्रूट जूस इस समय बहुत नुकसानदेह हो सकते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि अगर बच्चा ORS या पानी नहीं पी रहा है तो खुद से कोई घरेलू उपाय करने की बजाय तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कभी भी बिना सलाह के नींबू पानी या शक्कर घोल न दें।
डॉ. पवन मंडाविया लगातार पेरेंटिंग और बच्चों की सेहत से जुड़े जरूरी विषयों पर वीडियो शेयर करते रहते हैं। उनके वीडियो लोगों को सही जानकारी देते हैं और उन्हें जागरूक बनाते हैं। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर उनके कंटेंट को खूब पसंद और शेयर किया जाता है।
डॉक्टर से सलाह लेना और सही उपाय अपनाना ही बच्चे की जान बचा सकता है। छोटी-छोटी लापरवाहियाँ कई बार बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।