कॉलेज में बत्ती गुल, मोबाइल टॉर्च जलाकर छात्रों ने दिया एग्जाम, वायरल हुआ वीडियो
punjabkesari.in Friday, May 23, 2025 - 11:28 AM (IST)

नारी डेस्क: बिहार के बेतिया शहर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में स्नातक मिड टर्म परीक्षा के दौरान ऐसा नजारा सामने आया जिसने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। परीक्षा भवन में बिजली नहीं होने के कारण छात्र अपनी कॉपियों पर उत्तर लिखने के लिए मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर परीक्षा दे रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
विधायक रश्मि वर्मा ने जताई कड़ी नाराजगी
जब यह खबर विधायक रश्मि वर्मा तक पहुंची तो वह अपने समर्थकों के साथ तुरंत कॉलेज पहुंच गईं। वहां उन्हें भी छात्र मोबाइल की रोशनी में परीक्षा देते हुए देखा गया। यह देखकर विधायक का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि जिस कॉलेज की नींव मेरे पूर्वजों ने रखी थी, आज वही अंधकार में डूबा हुआ है। यह केवल बिजली की समस्या नहीं बल्कि पूरी व्यवस्था की असफलता है।
बिहार के बेतिया के एक प्रमुख कॉलेज में मिड टर्म परीक्षा के दौरान शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति उजागर हुई, जब बिजली गुल होने के चलते छात्र मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में पेपर हल करते नजर आए. यह दृश्य कैमरे में कैद होकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे अधिकारियों में हलचल मच गई।… pic.twitter.com/lqu6GGdUYg
— Panchayati Times (@panchayati_pt) May 23, 2025
कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप
विधायक रश्मि वर्मा ने कॉलेज प्रशासन पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने बताया कि कॉलेज में जनरेटर की व्यवस्था है लेकिन बिजली न होने पर उसे चालू नहीं किया गया। उन्होंने सवाल किया कि जब बिजली नहीं थी तो जनरेटर क्यों नहीं चलाया गया। लेकिन मौके पर प्रशासन की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
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परीक्षा के नियमों के अनुसार मोबाइल फोन लेकर जाना और उसका उपयोग करना सख्त मना है। लेकिन बिजली न होने की वजह से छात्र मजबूरन मोबाइल की टॉर्च जलाकर ही परीक्षा दे रहे थे। यह घटना सीधे तौर पर कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है।
बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
यह पूरा मामला बिहार की शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त कमियों को भी उजागर करता है। ऐसे हालात में छात्र कैसे अपना भविष्य बेहतर बना पाएंगे, यह सोचने वाली बात है। सरकार और संबंधित विभागों को इस पर तुरंत ध्यान देना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।