Vastu Tips: नया घर बनवाने से पहले जान लें किस दिशा में होना चाहिए मुख्य द्वार?
punjabkesari.in Monday, Jun 21, 2021 - 11:12 AM (IST)
वास्तु में दिशाओं का विशेष महत्व है। ऐसे में खासतौर पर घर का मुख्य द्वार उचित दिशा में होना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। इसतरह घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है। ऐसे में अगर आप नया घर बनवाने की सोच रहे हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं घर का मुख्य किस दिशा में होना चाहिए। साथ ही इसके अलग-अलग दिशाओं में होने से कैसा असर पड़ता है।
उत्तर-पूर्व दिशा
वास्तु में उत्तर-पूर्व दिशा को बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिशा पर लोग खासतौर पर पूजाघर बनवाते हैं। वहीं घर की उत्तर-पूर्व दिशा पर मुख्य द्वार होना भी शुभ कहा जाता है। वास्तु अनुसार इस दिशा से सूर्य देव की सबसे अधिक रोशनी आती है। इसलिए यह दिशा सबसे अधिक ऊर्जावान मानी जाती है। ऐसे में यहां पर मुख्य द्वार बनवाने से घर-परिवार में ऊर्जा का संचार होता है। साथ घर व जीवन में सुख-शांति, समृद्धि की बरकत बनी रहती है।
उत्तर दिशा
वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिशा में मुख्य द्वार बनवाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सौभाग्य की प्राप्ति होती है। घर में हमेशा अन्न व धन की बरकत बनी रहती है। साथ ही घर के सदस्यों कभी किसी चीज की कमी व परेशानी नहीं होती है। साथ ही उन्हें जीवन के हर पड़ाव पर सफलता हासिल होती है।
पूर्व दिशा
वास्तु में घर की पूर्व दिशा पर बना मुख्य द्वार शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि व पॉजिटिव एनर्जी प्रवेश करती है। घर में खुशियों व उत्सवों कि माहौल बना रहता है। घर-परिवार पर हमेशा देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। इसके साथ ही ग्रहों के राजा सूर्य देव की भी असीम कृपा मिलती है। इसतरह जीवन में खुशहाली व करियर में तरक्की मिलती है।
दक्षिण-पूर्व दिशा
अगर आपके घर में प्रवेश दक्षिण दीवार से हो सकता है तो इस बात का ध्यान रखें कि मुख्य द्वार दक्षिणी-पूर्व कोने पर रखें। इसके साथ ही दक्षिण-पश्चिम दीवार पर मुख्य द्वार बनवाने से बचें। वास्तु में इस दिशा को अशुभ माना जाता है। हालांकि एक द्वार उत्तर तो दूसरा दक्षिण दिशा की दीवार पर हो सकता है।
उत्तर-पश्चिम
अगर आपका घर उत्तर दिशा में हैं तो मुख्य द्वार उत्तर-पश्चिम कोने पर बनवाएं। मान्यता है कि इस दिशा पर ढलते सूरज की ऊर्जा मिलती है। ऐसे में यह दिशा सुख-समृद्धि से भरी रहती है।