बच्चे की दूध की बोतल की सफाई में इन 5 बातों का रखें ध्यान, वरना बीमार पड़ सकता है बच्चा
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 03:30 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल की वर्किंग महिलाएं अक्सर बच्चों को फॉर्मूला मिल्क पिलाती हैं, खासकर जब वे कामकाजी होती हैं। इसके लिए वे निप्पल वाली बोतल का इस्तेमाल करती हैं। यह बोतल दिखने में तो आकर्षक लगती है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से साफ नहीं किया जाए, तो यह बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। कई बार देखा जाता है कि मांएं बोतल को सिर्फ पानी से धोती हैं या फिर हफ्ते में एक-दो बार साबुन से साफ करती हैं, लेकिन यह तरीका बिल्कुल गलत है। इस तरह से साफ की गई बोतल में बैक्टीरिया और कीटाणु पनप सकते हैं, जो बच्चे को बुखार, डायरिया, और पेट से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं। अगर आपके घर में भी बच्चा है और वह बोतल से दूध पीता है, तो यहां हम आपको बताएंगे कि बच्चे की बोतल को साफ करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि बच्चे को किसी भी प्रकार की बीमारी से बचाया जा सके।
बच्चे की बोतल धोते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
लखनऊ स्थित बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बच्चों की दूध की बोतल को सही तरीके से धोने के बारे में जानकारी दी।
साबुन के पानी से धोएं
डॉ. तरूण के अनुसार, बच्चे को दूध पिलाने के बाद बोतल को तुरंत साबुन और पानी से धोना चाहिए। इससे बोतल पर जमे हुए दूध के अवशेष आसानी से हट जाते हैं। बच्चे की बोतल के अलावा, इसके ढक्कन और निप्पल को भी हर बार दूध पिलाने के बाद धोना जरूरी है। बोतल के सभी हिस्सों को अलग-अलग धोने से गंदगी पूरी तरह से निकल जाती है और बच्चे को हर बार एक साफ बोतल मिलती है, जिससे उसकी सेहत सुरक्षित रहती है।
ब्रश का इस्तेमाल करें
बोतल के किनारों पर दूध के अवशेष और गंदगी न जमें, इसके लिए हमेशा एक खास ब्रश का इस्तेमाल करें। डॉ. तरूण के अनुसार, आजकल बाजार में कई ऐसे ब्रश उपलब्ध हैं जो सिर्फ बच्चों की बोतल को साफ करने के लिए होते हैं। यह ब्रश बोतल के कोनों और दरारों तक पहुंचने में मदद करता है, जिससे कीटाणुओं का संपर्क नहीं हो पाता है। सिलिकॉन या प्लास्टिक ब्रश का उपयोग करना सबसे बेहतर होता है।
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गर्म पानी में भिगोएं
अगर आपको लगता है कि बच्चे की बोतल पर कुछ अवशेष जमा हो गए हैं और वह साबुन और ब्रश से ठीक से साफ नहीं हो पा रही है, तो बोतल को गर्म पानी में 10 मिनट तक भिगोएं। गर्म पानी में भिगोने से गंदगी फूल जाती है, जिससे उसे आसानी से साफ किया जा सकता है।
खुली हवा में सुखाएं
कई पेरेंट्स दूध की बोतल धोने के बाद तुरंत उसे फिर से बच्चे को दूध पिलाने के लिए देते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। डॉ. तरूण का कहना है कि दूध पिलाने से पहले बोतल को स्टेरलाइज करना जरूरी है। बोतल को धोने के बाद उसे खुली हवा में सुखाएं। गीली बोतल में दूध पिलाने से बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए हमेशा बोतल को अच्छे से सूखा लें।
पानी में उबालें
बच्चे की बोतल को स्टेरलाइज करने का सबसे अच्छा तरीका भाप देना है, लेकिन कई घरों में स्टेरलाइज़र नहीं होते हैं। ऐसे में आप बच्चे की बोतल को पानी में 2 से 4 मिनट तक उबालकर भी स्टेरलाइज कर सकते हैं। इस तरीके से बोतल में सभी बैक्टीरिया मर जाते हैं और बोतल पूरी तरह से सुरक्षित हो जाती है।
इस तरह से आप अपने बच्चे की दूध की बोतल को साफ करके उसकी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं। सही तरीके से बोतल की सफाई बच्चे को बीमारियों से बचाती है और उसे सेहतमंद रखने में मदद करती है।