घुटनों में गैप आने की निशानियां, गैप आने के बड़े कारण और पढ़ें देसी उपचार

punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 08:00 PM (IST)

नारी डेस्कः घुटनों का दर्द अक्सर सर्दियों के दिनों में बहुत ज्यादा परेशान करता है। ये समस्या महिलाओं को पुरुषों के मुकाबलें ज्यादा होती है और कई बार समस्या इतनी बढ़ जाती है कि डॉक्टर घुटनों की सर्जरी (KneePain) की सलाह दे देते हैं लेकिन सर्जरी तक नौबत ना पहुंचे इसलिए इसे पहले ही पकड़ कर कट्रोल करना जरूरी है। घुटनों में दर्द की समस्या गैप के चलते होती है। यह समस्या बहुत आम होती जा रही है, घुटनों के बीच गैप (Knee Gap) या जिसे साधारण भाषा में टांगों का सीधा न होना भी कहा जाता है। इसमें घुटने एक-दूसरे से दूर दिखाई देते हैं, जिसे मेडिकल भाषा में Bow Legs (Genu Varum) या Knock Knees (Genu Valgum) कहा जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं इसके कारण, लक्षण, बचाव और देसी इलाज।

घुटनों में गैप क्यों आता है?

घुटनों में गैप आने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। चलिए इसके कारणों के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं। 

विटामिन D और कैल्शियम की कमी: हड्डियों के विकास के लिए विटामिन D और कैल्शियम जरूरी हैं। इनकी कमी से हड्डियाँ कमजोर होकर टेढ़ी होने लगती हैं।

रिकेट्स (Rickets): बच्चों में यह बीमारी बहुत आम है, जिससे हड्डियाँ मुलायम होकर घुटनों का आकार बिगाड़ देती हैं। हड्डियां टेढ़ी और मुड़ी हुई नजर आती है। 

गलत मुद्रा (Posture): लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना, खड़े रहना या चलना भी टांगों की बनावट पर असर डालता है।

मोटापा: अधिक वजन हड्डियों और घुटनों पर दबाव डालता है, जिससे गैप बढ़ता जाता है। ज्यादातर मामलों में महिलाओं को यहीं समस्या रहती है। 

बुढ़ापा या हड्डियों का घिसना (Osteoarthritis): उम्र बढ़ने पर हड्डियों के जोड़ों के बीच का cartilage घिसने लगता है, जिससे घुटनों का alignment बिगड़ सकता है।
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घुटनों में गैप के लक्षण

पैरों को सीधा करने पर घुटनों के बीच स्पष्ट अंतर (gap) दिखना।
चलने में थकान या दर्द महसूस होना।
पैरों में टेढ़ापन या झुकाव।
लंबे समय तक खड़े रहने में घुटनों में जकड़न या भारीपन।
घुटनों के आसपास सूजन या असंतुलन।

घुटनों में गैप के बचाव के उपाय जानिए 

विटामिन D की पर्याप्त मात्रा लें।
रोजाना 15–20 मिनट धूप में बैठें। दूध, अंडे की जर्दी, मछली और विटामिन D सप्लिमेंट लें।
कैल्शियम से भरपूर भोजन करें: तिल, दूध, पनीर, मेथी, पालक, सोया प्रोटीन आदि चीजें शामिल करें।
वजन नियंत्रित रखें: ज्यादा वजन होने से घुटनों पर दबाव बढ़ता है, इसलिए संतुलित डाइट और व्यायाम जरूरी है।
सही मुद्रा अपनाएं: सीधे बैठें, टाँगें मोड़कर देर तक न बैठें, चलने की मुद्रा ठीक रखें।
योग और एक्सरसाइज करें: नियमित रूप से ताड़ासन, वृक्षासन, उष्ट्रासन जैसे योगासन घुटनों को सीधा और मजबूत रखते हैं।
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घुटनों के गैप में देसी इलाज

मेथी दाना: रोज सुबह एक चम्मच मेथी दाना गुनगुने पानी से खाएं। इससे हड्डियों और जोड़ों में लचीलापन आता है।
अश्वगंधा और शतावरी चूर्ण: दूध के साथ लेने से हड्डियाँ मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द घटता है।
सरसों या तिल के तेल की मालिश: रोजाना गर्म तेल से मालिश करने से रक्तसंचार बढ़ता है और जोड़ों की अकड़न कम होती है।
हल्दी दूध: हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन कम करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
अलसी के बीज: इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो जोड़ों की सूजन कम करता है और cartilage को सुरक्षित रखता है।

डॉक्टर को कब दिखाएं?

चलने में दिक्कत हो
घुटनों में लगातार सूजन या दर्द रहे
बच्चों में पैरों का टेढ़ापन बढ़ता दिखे
घुटनों से आवाज या क्रैकिंग साउंड आने लगे।

 


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Content Writer

Vandana

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