करवा चौथ 2024: यदि चांद निकलने से पहले टूट जाए व्रत, तो क्या करें? जानें धार्मिक उपाय और नियम
punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2024 - 10:53 AM (IST)
नारी डेस्क: करवा चौथ सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास और पवित्र त्योहार है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ के व्रत में पानी या भोजन ग्रहण नहीं किया जाता, और यह तब तक चलता है जब तक महिलाएं रात को चंद्र दर्शन कर चंद्र देवता को अर्घ्य नहीं दे देतीं। इसके बाद ही व्रत का समापन होता है। हालांकि, कई बार जाने-अनजाने में यह व्रत खंडित हो सकता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ उपायों को अपनाकर आप इस गलती का प्रायश्चित कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि करवा चौथ का व्रत टूटने पर आपको क्या करना चाहिए और इसके लिए कौन-कौन से उपाय बताए गए हैं।
करवा चौथ 2024 तिथि और मुहूर्त
साल 2024 में करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर को रखा जाएगा। वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 06:46 बजे होगा और इसका समापन अगले दिन 21 अक्टूबर को प्रात: 04:16 बजे होगा। इस दिन चंद्रमा के उदय का समय शाम 07:54 बजे का है। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:46 से 07:09 बजे तक रहेगा, जब महिलाएं चंद्र दर्शन कर अपने व्रत का पारण करेंगी।
करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो क्या करें?
यदि करवा चौथ के दिन गलती से आपका व्रत चांद निकलने से पहले टूट जाए, यानी आपने अनजाने में कुछ खा लिया या पानी पी लिया, तो घबराएं नहीं। शास्त्रों में इसका समाधान दिया गया है। आप कुछ धार्मिक उपाय करके इस गलती का प्रायश्चित कर सकती हैं:
स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें
सबसे पहले पवित्रता का पालन करते हुए स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। यह शुद्धिकरण की प्रक्रिया का पहला कदम है।
भगवान से माफी मांगें, व्रत को पुनः जारी रखें
स्नान के बाद देवी करवा, भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा करें और उनसे अपनी गलती के लिए क्षमा प्रार्थना करें। भगवान से क्षमा मांगना महत्वपूर्ण है, ताकि व्रत का संकल्प बना रहे। पूजा के बाद अपने व्रत को जारी रखें और शाम को विधि-विधान से चंद्र देवता की पूजा करें। चंद्र देवता को अर्घ्य देकर उनसे भी अपनी गलती के लिए माफी मांगें। यह प्रक्रिया आपको मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करेगी।
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मंत्रों का जाप करें
व्रत का पारण करने से पहले रुद्राक्ष माला से चंद्र मंत्र और शिव मंत्र का जाप करें। इससे आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ेगी और आपकी गलती का प्रायश्चित होगा। आप निम्नलिखित मंत्रों का जाप कर सकती हैं
1. चंद्र मंत्र "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः"
2. शिव मंत्र "ॐ नमः शिवाय"
16 श्रृंगार का दान करें
शास्त्रों में कहा गया है कि किसी भी दोष से बचने के लिए दान करना उत्तम उपाय है। अगर आपका करवा चौथ व्रत टूट जाता है, तो अपनी सामर्थ्य के अनुसार 16 श्रृंगार के सामान का दान जरूर करें। इस दान से व्रत की खंडित स्थिति का प्रभाव समाप्त हो जाता है और चंद्र दोष भी नहीं लगता।
करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ का व्रत भारतीय संस्कृति में पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन बिना पानी और भोजन के अपने पति की दीर्घायु के लिए उपवास करती हैं। यह कठिन व्रत न केवल उनके समर्पण और प्रेम को दर्शाता है, बल्कि यह दिन उनके लिए आत्मसंयम और आस्था का प्रतीक भी है।
अगर आपका करवा चौथ व्रत अनजाने में टूट जाता है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। शास्त्रों में दिए गए उपायों को अपनाकर आप अपनी गलती का प्रायश्चित कर सकती हैं। पूजा-पाठ, स्नान और दान जैसे धार्मिक कार्य न केवल आपकी मनःस्थिति को संतुलित करेंगे, बल्कि इससे आपके व्रत का संकल्प भी पूरा माना जाएगा।
इस प्रकार, करवा चौथ का व्रत अपनी श्रद्धा और समर्पण के साथ पूरी करें और देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करें।