छोटे बच्चे को कब्ज हो जाए तो क्या करें? जानें डॉक्टर की आसान और असरदार सलाह

punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 05:03 PM (IST)

नारी डेस्क: छोटे बच्चों में कब्ज (Constipation) होना एक आम लेकिन चिंता का विषय है। जब बच्चा रोज़ाना मल त्याग न कर पाए या बहुत ज़्यादा ज़ोर लगाकर करे, तो यह संकेत हो सकता है कि उसे कब्ज हो गया है। बच्चे के पेट का सही तरीके से काम करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि इससे उसकी भूख, नींद और मूड सभी पर असर पड़ता है। आइए जानते हैं डॉक्टरों की सलाह के अनुसार बच्चों में कब्ज से राहत पाने के लिए क्या किया जा सकता है।

 बच्चे को भरपूर तरल दें

छोटे बच्चों को कब्ज से राहत दिलाने के लिए सबसे पहले उन्हें पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ देना जरूरी होता है। यदि बच्चा 6 महीने से छोटा है और केवल मां का दूध पीता है, तो मां को खुद हाइड्रेटेड रहना चाहिए। वहीं, 6 महीने से ऊपर के बच्चों को आप उबला हुआ ठंडा पानी, पतला छाछ या थोड़ा सा नारियल पानी भी दे सकते हैं।

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फाइबर युक्त आहार शुरू करें

जैसे ही बच्चा 6 महीने का हो जाए और ठोस आहार शुरू कर दे, उसमें रेशेदार (फाइबर युक्त) चीजें जरूर शामिल करें। जैसे – उबला हुआ मैश किया हुआ आलू, गाजर, सेब की प्यूरी, केला (पर पका हुआ), दलिया, सूजी और दाल का पानी कब्ज में राहत देते हैं।

 बच्चे की पेट की मसाज करें

पेट की हल्की मसाज भी कब्ज से राहत दिला सकती है। बच्चे के पेट पर धीरे-धीरे घड़ी की दिशा में तेल से मसाज करें। इससे आंतों की गति (bowel movement) बेहतर होती है और गैस भी निकल जाती है।

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बच्चे के पैरों की एक्सरसाइज़ करें

छोटे बच्चों की टांगों को धीरे-धीरे साइकिल चलाने जैसी हरकत में हिलाना कब्ज में काफी मदद करता है। यह उनके पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और मल त्याग में सहूलियत मिलती है।

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 डॉक्टर से सलाह लिए बिना दवा न दें

कई माता-पिता घबराकर बिना डॉक्टर की सलाह के कब्ज की दवाएं या सपोसिटरी देने लगते हैं, जो बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर बच्चा 3 दिन से ज्यादा से टॉयलेट नहीं कर पा रहा है, रो रहा है, या पेट फूला हुआ है – तो तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ से मिलें।

मां के खान-पान का रखें ध्यान (स्तनपान कराने वाली मां के लिए)

यदि बच्चा पूरी तरह से मां का दूध पी रहा है, तो मां को अपने खाने में रेशेदार चीजें, खूब पानी, ताजे फल और दालें शामिल करनी चाहिए। मां की डाइट का सीधा असर बच्चे के पाचन पर पड़ता है।

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छोटे बच्चों में कब्ज की समस्या को घरेलू उपायों और संतुलित आहार से बहुत हद तक रोका जा सकता है। धैर्य और सही जानकारी के साथ आप अपने बच्चे को स्वस्थ और खुश रख सकते हैं। यदि कब्ज बार-बार होता है या गंभीर लग रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लेना सबसे सुरक्षित तरीका है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी उपचार या दवा के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

  


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Content Editor

Priya Yadav

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