पेट में जुड़वां बच्चे लेकर पैदा हुआ बच्चा! डॉक्टर भी रह गए दंग, कुदरत का अनोखा चमत्कार

punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 04:05 PM (IST)

नारी डेस्क:  कुदरत का खेल कई बार ऐसा चौंकाने वाला होता है जिसे समझना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। एक नवजात शिशु के पेट में दो जुड़वां भ्रूण (बच्चे) पल रहे थे। यह घटना बेहद दुर्लभ मानी जा रही है और पूरी दुनिया में अब तक ऐसे केवल 200 केस ही सामने आए हैं।

 क्या हुआ था मामला?

32 साल की महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन जब डॉक्टरों ने बच्चे की मेडिकल जांच की, तो एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। डॉक्टर प्रसाद अग्रवाल, जिन्होंने बच्चे की स्कैनिंग की, उन्होंने बताया कि शिशु के पेट में कुछ असामान्य हलचलें और आकार दिखाई दिए। जब जांच को और गहराई से किया गया, तो पाया गया कि उस नवजात के पेट में दो भ्रूण विकसित हो रहे थे।

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 भ्रूण के लक्षण: हड्डियां और बाल

इनमें से एक भ्रूण में हड्डियों और बालों का विकास भी हो चुका था, जबकि दूसरा भ्रूण बच्चे के पेट के निचले हिस्से में था। यह स्थिति बेहद असामान्य है और इसे "फीटस इन फीटू (Foetus in Fetu)" कहा जाता है। इसका मतलब है – एक भ्रूण के अंदर दूसरा भ्रूण पलना।

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 सर्जरी से दोनों भ्रूण हटाए गए

जन्म के बाद डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी की और बच्चे के पेट से दोनों भ्रूण को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया। अच्छी बात ये रही कि दोनों भ्रूण जीवनक्षम नहीं थे, यानी वे जीवित रहने लायक विकसित नहीं हुए थे। अब बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उसकी मां की हालत भी सामान्य है।

 “फीटस इन फीटू” क्या होता है?

इस दुर्लभ स्थिति को मेडिकल साइंस में Foetus in Fetu कहा जाता है। ये एक भ्रूणीय विकास की गड़बड़ी होती है, जिसमें जुड़वां बच्चों में से एक पूरी तरह विकसित हो जाता है और दूसरा अधूरा भ्रूण पहले के शरीर में रह जाता है। ऐसा तब होता है जब गर्भ में जुड़वा भ्रूण एक-दूसरे से ठीक से अलग नहीं हो पाते।

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 पहले भी हो चुका है ऐसा चौंकाने वाला मामला

साल 2023 में भी चीन में ऐसा ही एक केस सामने आया था, जहां एक 3 साल की बच्ची के दिमाग में भ्रूण पल रहा था। बच्ची के सिर का आकार तेजी से बढ़ने लगा और जांच में पता चला कि उसके मस्तिष्क में 4 इंच लंबा भ्रूण मौजूद है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उसे सफलतापूर्वक निकाल दिया।

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि कुदरत के रहस्य अकल्पनीय हैं। विज्ञान ने भले ही बहुत तरक्की कर ली हो, लेकिन ऐसी घटनाएं अब भी डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को हैरान कर देती हैं। शुक्र है कि सही समय पर पहचान और इलाज के चलते बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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