Sawan 2025: भूल से टूट जाए सावन सोमवार का व्रत तो क्या करें?

punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 03:50 PM (IST)

नारी डेस्क: सावन हिंदू पंचांग के अनुसार पांचवां महीना होता है। यह महीना भगवान शिव की पूजा और भक्ति के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में शिवभक्त पूरी श्रद्धा से शिव पूजन करते हैं। साल 2025 में सावन 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखने की परंपरा है। इसे "सावन सोमवार व्रत" कहते हैं। शिवभक्त इस दिन व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने की कामना करते हैं।

अगर व्रत टूट जाए तो क्या करें?

कभी-कभी जाने-अनजाने में व्रत टूट सकता है या कोई गलती हो सकती है। ऐसी स्थिति में भक्त के मन में शंका और पछतावा उत्पन्न होता है। लेकिन शास्त्रों में इसका समाधान भी बताया गया है। नीचे कुछ ऐसे उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप दोष मुक्त हो सकते हैं और व्रत का पुण्य भी प्राप्त कर सकते हैं।

भगवान से क्षमा याचना करें

अगर भूलवश व्रत टूट जाए या पूजा में कोई गलती हो जाए, तो सबसे पहले भगवान शिव से क्षमा मांगनी चाहिए। हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और मन से कहें कि यह गलती अनजाने में हुई है। सच्चे मन से क्षमा याचना करने पर भगवान शिव अवश्य क्षमा कर देते हैं क्योंकि वे भोलेनाथ हैं, जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।

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व्रत का दोबारा संकल्प लें (प्रायश्चित व्रत)

अगर व्रत दिन के पहले भाग (प्रहर) में ही टूट गया हो, तो आप उसी दिन या अगले दिन व्रत का पुनः संकल्प ले सकते हैं। इसे प्रायश्चित व्रत कहा जाता है। व्रत का संकल्प लेकर उसी विधि से व्रत का पालन करें, जिससे आपकी गलती सुधर सके और पुण्य बना रहे।

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महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें

शिव पुराण में बताया गया है कि अगर सावन सोमवार का व्रत खंडित हो जाए, तो अधिक से अधिक महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। यह मंत्र इस प्रकार है:
"ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥"
इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भूल-चूक को क्षमा कर देते हैं।

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दान करें और पुण्य कमाएं

अगर गलती से व्रत टूट गया हो, तो आप अपने सामर्थ्य अनुसार गरीबों, जरूरतमंदों या किसी मंदिर में दान कर सकते हैं। दान करने से मानसिक शांति मिलती है और पापों का प्रायश्चित होता है। शास्त्रों में भी कहा गया है कि दान से बड़े से बड़ा दोष दूर हो सकता है।

सावन सोमवार व्रत बहुत पवित्र और फलदायक होता है। अगर यह व्रत किसी कारणवश खंडित हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। शास्त्रों ने ऐसे समय के लिए भी उपाय बताए हैं। भगवान शिव बहुत ही दयालु हैं। सच्चे मन से की गई क्षमा याचना, मंत्र जाप, पुनः व्रत संकल्प और दान जैसे उपायों से आप पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस सावन में शिवभक्ति में लीन रहें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।
 


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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