क्या बुखार में बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना सही है या गलत?
punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2025 - 04:34 PM (IST)
नारी डेस्क: नई मां के लिए बीमार पड़ना और आफत की बात होती है। उसे अपनी देखभाल के साथ-साथ अपने बेबी को भी दूध पिलाना होता है। कहते हैं कि नई मां को बुखार होने पर बच्चे को दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को भी बुखार हो सकता है। अगर आप भी यही सोचती हैं कि बुखार होने पर ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवानी चाहिए तो आप यहां जान सकती हैं कि ये बात सच है या केवल एक मिथ है।
क्या बुखार के दौरान ब्रेस्टफीडिंग करना सुरक्षित है
हाँ, बुखार में ब्रेस्टफीडिंग करना सुरक्षित है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन के मुताबिक, यह बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकता है। जब माँ को बुखार होता है, तो वो सोच सकती हैं कि बच्चे को दूध पिलाने से बच्चे को बुखार हो सकता है या उसे बीमारी हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ब्रेस्ट मिल्क में एंटीबॉडी होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। यही एंटीबॉडी आपके बेबी की भी मदद करते हैं।
बुखार होने पर भी क्यों सेफ है ब्रेस्टफीडिंग
अगर आप फ्लू जैसे लक्षणों के लिए एंटीवायरल दवाइयां ले रही हैं, तो भी आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवा सकती हैं। मां के दूध से बच्चे को इंफेक्शन से लड़ने के लिए जरूरी एंटीबॉडी मिलते हैं। अगर मां को जुकाम या बुखार है, तो उसे ब्रेस्टफीडिंग बंद नहीं करनी चाहिए। अचानक दूध पिलाना बंद करने से मां को एंगॉजमेंट और मैस्टाइटिस का खतरा हो सकता है।
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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान क्या सावधानियां बरतें?
हाइजीन का ध्यान रखें: जब आपको बुखार हैं, तो हाथ धोना और पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इंफेक्शन के फैलाव से बचने के लिए अपने हाथ धोकर ही बच्चे को दूध पिलाएँ।
अच्छी हाइड्रेशन: बुखार के दौरान शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए खूब पानी पीने का ध्यान रखें। यह आपके शरीर को ठीक करने में मदद करेगा और ब्रेस्ट मिल्क बनाने में भी मदद करेगा।
आराम करें: अपने शरीर को आराम दें ताकि आप जल्दी ठीक हो सकें। बुखार होने पर शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है, और आराम से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं।
कब ब्रेस्टफीडिंग नही करना चाहिए?
कुछ स्थितियां जैसे कि हिव (HIV) या ट्यूबरक्लोसिस (TB) के मामलों में ब्रेस्टफीडिंग पर रोक हो सकती है। इन मामलों में, माँ को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि क्या ब्रेस्टफीडिंग जारी रखना सुरक्षित है या नहीं।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको बहुत ज्यादा बुखार हो, या बुखार के साथ अन्य लक्षण जैसे कि सांस लेने में कठिनाई, तेज सिर दर्द, या तेज खांसी दिखाई दें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसी तरह, अगर आपका बच्चा दूध पीने में मुश्किल महसूस करता है, तो भी डॉक्टर से सलाह लें।
बुखार होने पर ब्रेस्टफीडिंग करना सुरक्षित और फायदेमंद है, क्योंकि यह बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।यह जरूरी है कि माँ बुखार के दौरान अपने शरीर का ध्यान रखें, सही हाइड्रेशन और आराम करें, ताकि वह अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग में सही तरीके से मदद कर सकें।