बच्चे को Dengue के हैं ये लक्षण ! ये 3 गलतियां बिलकुल ना करें Parents, जानलेवा हो सकती
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 08:57 PM (IST)

नारी डेस्कः डेंगू बुखार (Dengue Fever) एक वायरल संक्रमण है जो मच्छरों (विशेष रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर) के काटने से होता है। यह मच्छर दिन में काटता है, खासकर सुबह और शाम के समय। बच्चों को डेंगू से बचाना बेहद जरूरी है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम बड़ों के मुकाबले कमजोर होता है और डेंगू उन्हें जल्दी और गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो एडीज एजिप्टी मच्छर (Aedes aegypti) के काटने से फैलता है।
बच्चों में डेंगू के लक्षण (Dengue Symptoms in kids)
बच्चे को डेंगू के लक्षण होंगे तो कुछ खास लक्षण बच्चे के शरीर में दिखने लगेंगे जैसेः
तेज बुखार (100°F से ऊपर)
तेज सिरदर्द या आंखों के पीछे दर्द
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
त्वचा पर चकत्ते (rash)
कमजोरी और थकावट
भूख ना लगना।
यदि आपके बच्चे में ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
डेंगू में डिहाइड्रेशन का संकेत (Dehydration Signs in Dengue)
डेंगू में बुखार, उल्टी और कम पानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। अगर ऐसा होगा तो डिहाइड्रेशन से जुड़े ये लक्षण दिखेंगे।
मुंह सूखना और बार-बार प्यास लगना
पेशाब कम आना या बहुत पीला पेशाब
त्वचा रूखी और कम लचीली होना
बहुत ज्यादा थकान
खड़े होने पर चक्कर आना
आंखें धंसी हुई लगना (खासकर बच्चों में)
चिड़चिड़ापन या भ्रम की स्थिति
बिना आंसू के रोना
तेज़ धड़कन या तेज़ सांसें
पेरेंट्स बिलकुल ना करें ये गलतियां
डेंगू के बुखार में ब्रूफेन या एस्पिरिन न दें, इससे रक्तस्राव बढ़ सकता है। डॉक्टरी सलाह से ही दवाई लें।
सिर्फ वायरल समझकर लापरवाही न बरतें।
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी घरेलू काढ़ा या दवा बार-बार न दें।
ऐसी स्थिति में क्या करें?
बच्चे को पूरा आराम दें।
नियमित अंतराल में पानी, नारियल पानी, ORS पिलाएं।
बुखार के लिए पैरासिटामोल दें (Ibuprofen/ Aspirin से बचें)
खून बहने, उल्टी या सांस लेने में दिक्कत जैसे संकेतों पर ध्यान दें।
डेंगू होने पर बच्चे को क्या खिलाएं?
हल्का और आसानी से पचने वाला खाना दें जैसे फलों का ताजा रस,सूप, खिचड़ी, दलिया, उबली हर सब्जियां खाने को दें।
बच्चे को तेज मसालेदार और ऑयली फूड ना दें ये पेट खराब कर सकती है।
डेंगू से बचाव के उपाय (Prevention Tips)
मच्छर भगाने वाली क्रीम और मच्छरदानी का प्रयोग करें
घर के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, घर के बाहर गमलों आदि में।
बच्चों को फुल स्लीव्स कपड़े पहनाएं।
1. मच्छर से बचाव ही सबसे बड़ा बचाव है
बच्चों के शरीर को ढककर रखें: आधी बाजू और निक्कर की जगह फुल स्लीव्स कपड़े और पायजामा पहनाएं। सोते समय भी हल्के और ढंके हुए कपड़े पहनाएं।
मच्छरदानी का इस्तेमाल करें: दिन हो या रात, बच्चों के सोते समय मच्छरदानी जरूर लगाएं।
मच्छर भगाने वाले उपाय करें: घर में नीम का धुआं, कपूर, लेमनग्रास ऑयल, या मच्छर भगाने वाली क्रीम (बच्चों के लिए सुरक्षित) लगाएं।
2. पानी जमा न होने दें
घर के अंदर-बाहर पानी न जमा होने दें: कूलर, गमले, बर्तन, टंकी, छत, एसी ट्रे – इनमें पानी जमा ना हो। हर हफ्ते इनकी सफाई करें और सुखाएं।
साफ पानी भी खतरनाक होता है: डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही अंडे देता है, इसलिए साफ-सफाई बहुत जरूरी है।
3. मच्छर से बचाने वाले घरेलू उपाय
नीम और तुलसी का पत्ता घर में जलाने से मच्छर भागते हैं।
नीलगिरी और लेमनग्रास ऑयल को बच्चों के कपड़ों पर थोड़ा-सा लगाएं।
लहसुन या पुदीना का रस भी मच्छर भगाने में मददगार होता है।
4. बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं (Immunity Booster)
खाने में दें: गिलोय का रस (डॉक्टर की सलाह से), पपीते के पत्तों का काढ़ा, तुलसी, शहद और अदरक का मिश्रण।
विटामिन C से भरपूर चीजें: आंवला, नींबू, संतरा-मौसमी दें।
ध्यान दें: बच्चों को स्वच्छ, ताजा और पौष्टिक भोजन दें। बाहर के कटे फलों या खुले खाने से बचाएं।
नोटः डेंगू बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है लेकिन अगर समय पर लक्षण पहचान लिए जाएं, भरपूर आराम, तरल पदार्थ और सही खान-पान दिया जाए, तो बच्चे जल्दी ठीक हो सकते हैं। सबसे ज़रूरी है मच्छरों से बचाव और साफ-सफाई।