महिलाओं की सबसे बड़ी दुश्मन है ये बीमारी, जानिए 3 ऐसे लक्षण
punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 03:50 PM (IST)

नारी डेस्क: एनीमिया महिलाओं की सेहत को धीरे-धीरे कमजोर कर देता है। इसके कारण शरीर की ताकत कम हो जाती है, काम करने या खड़े होने की हिम्मत तक नहीं रहती। अक्सर यह बीमारी आयरन की कमी से होती है, लेकिन इसके लक्षण इतने आसान नहीं होते कि हर बार डॉक्टर इसे तुरंत पहचान सकें। इसलिए इस बीमारी के शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज न करें।
महिलाओं में कई तरह की बीमारियां होती हैं, जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और ऑटोइम्यून डिजीज। लेकिन इन सबमें सबसे ज्यादा खतरा होता है एनीमिया का, खासकर 15 से 49 साल की उम्र की महिलाओं में। इस उम्र की लगभग 30% महिलाएं और गर्भवती महिलाओं में तो 37% को यह समस्या होती है।
एनीमिया क्यों होता है?
एनीमिया तब होता है जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। आयरन रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है, जो हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन के जरिए शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं। जब आयरन कम होता है, तो हीमोग्लोबिन भी कम हो जाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और कमजोरी महसूस होने लगती है।
डॉक्टर भी चकमा खा जाते हैं ये 3 लक्षण
लगातार थकान और कमजोरी (क्रोनिक फटीग)
अगर आपको हमेशा थकावट महसूस होती है और बिस्तर पर लेटने का मन करता है, तो हो सकता है आयरन की कमी हो। यह थकान आम तनाव या नींद की कमी से भी हो सकती है, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहे तो डॉक्टर से जांच कराएं।
सिर घूमना या चक्कर आना
आयरन की कमी के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिससे खासकर खड़े होते या चलने पर सिर घूमने लगता है। यह भी हीमोग्लोबिन कम होने का संकेत हो सकता है।
ये भी पढ़ें: क्या प्राइवेट पार्ट के हेयर हटाना जरूरी है? 90% लोग नहीं जानते होंगे ये बात, यहां जान लें Gyne की राय
हाथ-पैर ठंडे रहना
यह लक्षण ब्लड सर्कुलेशन खराब होने से होता है, जो आयरन की कमी की वजह से शरीर में रक्त संचार सही से नहीं हो पाता।
फेरिटिन की जांच क्यों जरूरी है?
आयरन की कमी का पता लगाने के लिए सिर्फ आयरन लेवल टेस्ट पर्याप्त नहीं होता। क्योंकि कई बार आयरन का लेवल सही होता है, लेकिन फेरिटिन (एक प्रोटीन जो शरीर में आयरन को स्टोर करता है) की कमी होती है। इसलिए डॉक्टर फेरिटिन की जांच भी करवाने की सलाह देते हैं ताकि बीमारी की शुरुआत को सही समय पर पहचाना जा सके।
एनीमिया से बचाव कैसे करें?
आयरन युक्त आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, नट्स और रेड मीट का सेवन बढ़ाएं। विटामिन C युक्त फल और सब्जियां भी लें, क्योंकि यह आयरन के अवशोषण में मदद करता है। अगर डॉक्टर ने दवा दी है तो उसे नियमित लें और जांच करते रहें।
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हों, तो इसे हल्के में न लें। जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर आयरन और फेरिटिन का टेस्ट कराएं ताकि एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके। स्वस्थ शरीर के लिए सही पोषण और समय पर इलाज बहुत जरूरी है।