हर साल 1.8 करोड़ लोग मार देती है ये बीमारी, सोते-सोते चली जाती है जान, इन 8 लक्षणों से करें पहचान
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 12:33 PM (IST)

नारी डेस्क: पिछले 25 सालों से दिल की बीमारियां सबसे ज्यादा मौत का कारण बन रही हैं। खासकर हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या बहुत ज़्यादा है। दिल की बीमारियों के लक्षण अक्सर बहुत मामूली होते हैं, इसलिए हम उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जब ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरूरी है। अगर आप ज्यादा तला-भुना या बाहर का खाना खाते हैं तो आपको दिल की गंभीर बीमारी हो सकती है। ऐसी बीमारी जिससे व्यक्ति सोते-सोते भी मर सकता है और उसे पता भी नहीं चलता। यह एक बहुत ही खतरनाक स्थिति है।
हर साल 1.8 करोड़ मौतें
आपको जानकर हैरानी होगी कि हर साल दुनिया में करीब 1.8 करोड़ लोग दिल की बीमारी के कारण मर जाते हैं। यह संख्या बेहद बड़ी है और हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए। इसलिए दिल की बीमारियों को इग्नोर करना बहुत बड़ी गलती होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल दिल की बीमारी से लगभग 1.79 करोड़ लोगों की मौत होती है। इसमें हार्ट अटैक, कोरोनरी हार्ट डिजीज, और सेरेब्रोवैस्कुलर डिजीज जैसी बीमारियां शामिल हैं। इन मौतों में से लगभग 80% हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कारण होती हैं।
कम उम्र में भी खतरा बढ़ा
पहले दिल की बीमारियां ज़्यादातर बुजुर्गों में देखी जाती थीं,लेकिन अब ये 70 साल से कम उम्र के लोगों को भी तेजी से प्रभावित कर रही हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिल की बीमारी पिछले 25 वर्षों में तेजी से बढ़ी है। 2000 के दशक की शुरुआत में भी यह गैर-संक्रामक बीमारी के कारण सबसे ज्यादा मौतों में शामिल थी। हालांकि मेडिकल क्षेत्र में प्रगति हुई है और जागरूकता भी बढ़ी है, फिर भी दिल की बीमारियों को पूरी तरह रोकना संभव नहीं हो पाया है।
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हार्ट अटैक के 8 मुख्य लक्षण
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दिल की बीमारी के कुछ खास लक्षण होते हैं जिन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। इनमें शामिल हैं
सीने में दर्द या भारीपन
बाएं कंधे, बाएं हाथ या कमर में दर्द
सांस फूलना
मिचली आना या उल्टी होना
सिर में चक्कर आना
ठंडा पसीना आना
शरीर पीला पड़ना
बेहोशी आना
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
दिल की बीमारी कम करने वाली दवाएं
दिल की बीमारी के इलाज के लिए कई दवाएं दी जाती हैं। ये दवाएं बीमारी के कारण और हालत पर निर्भर करती हैं। कुछ आम दवाओं में शामिल हैं एस्पिरिन, कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं जैसे स्टेटिन, बीटा ब्लॉकर्स, एंजियोटेंसिन-कंवर्टिंग एंजाइम इनहिबिटर्स। डॉक्टर से सही सलाह लेकर ही दवाइयां लें।
किन लोगों को ज्यादा खतरा होता है?
दिल की बीमारी का खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है जिनकी लाइफस्टाइल सही नहीं होती। अगर आपकी रोज़मर्रा की जिंदगी में ये सब शामिल हैं तो खतरा बढ़ जाता है जैसे अनहेल्दी डाइट लेना, शारीरिक गतिविधि की कमी, तंबाकू का सेवन, शराब पीना। इन आदतों के कारण हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा बढ़ता है, जो दिल की बीमारी के मुख्य जोखिम कारक हैं।
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खाने-पीने में क्या बचें?
ज्यादा चीनी
अधिक नमक
ज्यादा फैट
रेड मीट
सोडा और मीठे ड्रिंक
प्रोसेस्ड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड
शराब
इन चीज़ों को कम करके आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं।
दिल की सेहत का ख्याल रखना जरूरी
दिल की बीमारी एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, लेकिन सही सावधानी और समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें, हेल्दी खाना खाएं, नियमित एक्सरसाइज करें और अगर कोई लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आप इस बीमारी के लक्षणों को समझेंगे और समय रहते इलाज करवाएंगे तो अपने और अपने परिवार की जान बचा सकते हैं। दिल की सेहत को हल्के में न लें, इसे प्राथमिकता दें।