बैडमिंटन खेलते खिलाड़ी को अचानक हार्ट: युवाओं में बढ़ रहा खतरा जानें इसके साइलेंट लक्षण
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 12:00 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में हैदराबाद में 25 साल के एक युवा बैडमिंटन खिलाड़ी राकेश को खेलते समय अचानक हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई। वह शटल उठाने के लिए झुका था, लेकिन फिर कभी उठ नहीं पाया। यह मामला एक बार फिर से सवाल खड़ा करता है कि आखिर इतने युवा और स्वस्थ लोग भी कैसे हार्ट अटैक की चपेट में आ रहे हैं?
खेलते-खेलते हार्ट अटैक: क्या कारण हैं?
खेल और व्यायाम शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन कभी-कभी तेज और ज़्यादा दबाव वाला खेल हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। हाई इंटेंसिटी वाले खेलों में दिल पर अचानक ज़्यादा दबाव पड़ता है, जिससे दिल रुक सकता है यानी कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। कई बार खिलाड़ियों को पहले से कोई दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल भी होता है, जो अचानक हार्ट अटैक का कारण बनता है।
युवाओं में हार्ट अटैक क्यों बढ़ रहा है?
SAAOL हार्ट सेंटर के डॉक्टर बिमल छाजेड़ बताते हैं कि आजकल की जीवनशैली और कुछ आदतें युवाओं में हार्ट अटैक बढ़ने का बड़ा कारण हैं। कुछ युवा हैवी वर्कआउट के साथ-साथ स्टेरॉयड्स या हानिकारक सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, जो दिल पर दबाव बढ़ा देते हैं। इसके अलावा, नसों में ब्लॉकेज (रक्त नलिकाओं का बंद होना) भी तेजी से युवाओं में देखा जा रहा है। स्ट्रेस, धूम्रपान, शराब पीना और शरीर में पानी या मिनरल्स की कमी भी हार्ट अटैक के कारक हैं।
हैदराबाद में 25 साल के राकेश badmintion खेलने के दौरान हार्ट से मृत्यु हो गई। pic.twitter.com/eyN5Jpwzbp
— Peak Male Content (@PMALECONTENT) July 28, 2025
हार्ट अटैक के साइलेंट लक्षण (पहचानने के संकेत)
अगर आपको या आपके जानने वालों को ये लक्षण लगातार महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
सीने में दर्द या भारीपन महसूस होना
दिल की तेज धड़कनें या अनियमित धड़कन
बार-बार चक्कर आना
सांस फूलना
शरीर में असामान्य थकान महसूस होना
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हार्ट अटैक से बचाव कैसे करें?
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं: खासकर हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच।
व्यायाम करते समय सावधानी रखें: ज़्यादा भारी और तेज एक्सरसाइज से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
सही और संतुलित आहार लें: हेल्दी डाइट में ताजे फल, सब्जियां, और कम तेल-मसाले वाली चीजें शामिल करें।
स्ट्रेस कम करें: तनाव से दिल पर असर पड़ता है। ध्यान, योग या रिलैक्सेशन की आदत डालें।
धूम्रपान और शराब से बचें: ये दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाते हैं।
पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी ना होने दें।
खेलकूद सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन बिना सावधानी के हाई इंटेंसिटी खेल आपकी जान भी ले सकते हैं। दिल की बीमारी के साइलेंट लक्षणों को नजरअंदाज न करें। छोटे-छोटे संकेतों को समझें और समय पर डॉक्टर से जांच कराएं ताकि आप और आपके करीबियों की जान बचाई जा सके।
याद रखें: स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित जीवनशैली और समय-समय पर हेल्थ चेकअप जरूरी है। खेलें, फिट रहें लेकिन समझदारी से!