#HealthFirst: कोरोना काल में प्रेग्नेंसी और उससे जुड़ी सावधानियां
punjabkesari.in Saturday, May 22, 2021 - 02:47 PM (IST)
भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा रहा है। अब स्तनपान करने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन की मंजूरी दी गई है जबकि प्रैग्नेंट महिलाओं के लिए अभी गाइडलाइंस जारी नहीं कि गई। ऐसी स्थिति में अगर महिला ने कंसीव करना है तो क्या वह वैक्सीनेशन लगवाएं या नहीं। महिला गर्भावस्था में कोविड-19 पॉजिटिव हो जाती हैं तो क्या करें ऐसे सवालों महिलाओं के मन में आ रहे हैं। इन सवालों की स्ष्ट जानकारी गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. आरती गुप्ता तुली ने पंजाब केसरी के माध्यम से दी।
1. कोरोना काल में कंसीव करना कितना सुरक्षित?
कोरोना के चलते पहले जहां महिलाओं को कुछ समय कंसीव ना करने की हिदायत दी जा रही थी लेकिन कोरोना कब खत्म होगा इसकी अभी स्पष्ट पुष्टि भी नहीं हो पाई है इसलिए जो महिलाएं कंसीव करने का सोच रही हैं वो पहले कोरोना की वैक्सीनेशन करवाएं। कोरोना की दोनों डोज लेने के बाद वह प्रेग्नेंसी कंसीव करें तो बेहतर है।
2. इस समय प्रेग्नेंट महिला के लिए कैसी सावधानियां बरतनी जरूरी?
कोविड के नियमों का हर उम्र के लोगों को पूरा पालन करना है चाहे वो महिला है या पुरुष, बच्चा है या बुजुर्ग। जितना हो सके, घर में बाहर कम निकलें। भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। घर से बाहर अगर जाना पड़ रहा है तो डबल मास्क लगाकर ही बाहर निकलें, खासकर कंसीव की प्लानिंग करने वाली महिलाएं।
-मास्क लगाना ही काफी नहीं है बल्कि मास्क को सही ढंग से लगाना भी जरूरी है। मास्क से नाक व ठुड्डी तक का हिस्सा अच्छे से कवर रखें। बार-बार मास्क को छुएं ना और ना ही आंख, नाक और मुंह को बार-बार हाथ लगाएं।
-हाथों को साफ करना ना भूलें। साबुन का इस्तेमाल करें व अच्छी क्वालिटी के सेनिटाइज का इस्तेमाल करें।
-बाहर जा रहे हैं तो दूसरे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें। भले ही आपने मास्क लगाया है लेकिन आपस में 6 गज की दूरी बना कर ही रखें।
3. अजन्मे बच्चे पर कोरोना इंफैक्शन का कोई दुष्प्रभाव?
गर्भवती महिला अगर कोरोना की चपेट में आ गई है तो घबराए नहीं हालांकि प्रेग्नेंसी में महिला का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और गर्भावस्था में सांस की नली व शरीर के हिस्सों में सूजन हो जाती है इसलिए उन्हें खास केयर की जरूरत होती है।
स्टडी के मुताबिक, अजन्मे बच्चे पर कोविड-19 का दुष्प्रभाव नहीं देखने को मिला लेकिन अगर गर्भवती महिला को सांस लेने में दिक्कत हैं। वह वेंटिलेटर पर है तो बच्चे के विकास पर इसका असर पड़ सकता है लेकिन ऐसे केसेज बहुत कम सामने आए हैं।
4. गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव हो जाएं तो क्या करें ?
ऐसी स्थिति में घबराए नहीं। अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कोरोना के दौरान शरीर में दिखने वाले सारे लक्षणों की जानकारी दें। आपके लक्षणों की गंभीरता को देखकर चिकित्सक आपको दवाइयां और टेस्ट बताएंगे।
5. गर्भवती महिला को वैक्सीन लगवानी चाहिए?
भारत में अभी यह गाइडलाइंस नहीं आई कि गर्भवती महिला वैक्सीन लगवा सकती हैं लेकिन जल्द कोरोना गाइडलाइंस में ऐसी अनुमति दी जा सकती है। जो महिलाएं पहली डोज लेने के बाद प्रेगनेंट हुई हैं वो दूसरी डोज जरूर लगवाएं। अभी तक इससे जुड़ा कोई साइड इफैक्ट सामने नहीं आया है।
6. गर्भवती महिला अपनी डाइट कैसी रखें?
डाइट का अहम रोल है। तरल चीजें जैसे- नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी का सेवन करें। मौसमी फल, दूध-दही का सेवन करें। तली-भुनी, मसालेदार चीजें ना खाएं। कोल्ड कफ है तो ठंडी चीजों से परहेज करें। खुद को फिजिकली भी एक्टिव रखें। सैर और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
7. कोरोना पॉजिटिव मां से नवजात को संक्रमण का कितना खतरा?
अभी तक ऐसा नहीं देखा गया कि मां से नवजात को यह संक्रमण ट्रांस्फर हो रहा हो। केवल 1 प्रतिशत केस में मां पॉजिटिव हो तो नवजात संक्रमित होने की संभावना है। हालांकि अब 48 से 72 घंटे के बीच नवजात का कोरोना टेस्ट किया जाता है। फिर पांच से सात दिन बाद दोबारा टेस्ट किया जाता है, जिसमें नवजात की स्थिति पता लगाई जाती है।
8. कोरोना पॉजिटिव मां, नवजात को स्तनपान करवा सकती हैं?
बच्चे को स्तनपात करवाना जरूरी है। मां का दूध बच्चे को पोषण प्रदान करता है। मां अच्छे से अपने हाथ साफ करके बच्चे को स्तनपान करवा सकती हैं।
9. गर्भवती महिला को बुखार की शिकायत हो तो क्या करें?
पहले तो यह देखें कि बुखार कितना रह रहा है। अगर बुखार नौवे या दसवे दिन भी 99 बुखार ही रह रहा है तो 650 मिलीग्राम पैरासिटामोल 6-6 घंटे बाद ले सकते हैं। एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
10. कोरोना में गर्भवती के लिए कौन से टेस्ट करवाना जरूरी?
जिन महिलाओं में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं वह टेस्ट जरूर करवाएं। डाक्टरी जांच जरूर करवाते रहें।
11. प्रेग्नेंंसी के दौरान 'कोविड दवाइयां' लेना कितना सुरक्षित?
डाक्टरी सलाह के बिना किसी तरह की दवाई का सेवन ना करें। लिक्विड चीजों का सेवन ज्यादा करें। बुखार रहता है तो डाक्टरी सलाह लेकर पैरोसिटामोल लें। कोल्ड कफ की समस्या है तो पहले होम रेमिडीज लें जैसे घर पर गर्म पानी पीएं, गरारे करें। अगर फर्क नहीं पड़ रहा तो डाक्टर से संपर्क करें। किसी भी दवा का इस्तेमाल बिना डाक्टरी सलाह के ना लें।
12. इस दौरान Chest X-Ray और CT Scan करवानी चाहिए या नहीं ?
नॉर्मल प्रैगनेंसी में चेस्ट एक्स-रे और सीटी स्कैन नहीं करवाया जाता लेकिन अगर महिला में कोरोना के लक्षण दिख रहे है। सांस लेने में दिक्कत या लंग्स इंफैक्शन है तो ऐसी स्थिति में सीटी स्कैन और एक्स-रे करवाया जा सकता है।
-वंदना डालिया