सर्दी में Heart Attack आ रहे, बड़े कारण सामने फिर भी लापरवाही

punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 05:33 PM (IST)

नारी डेस्कः सर्दियों का मौसम दिल के मरीजों के लिए खासा संवेदनशील माना जाता है। हर साल ठंड बढ़ते ही हार्ट अटैक के मामलों में इजाफा देखा जाता है। कई बार पूरी तरह स्वस्थ दिखने वाले लोगों को भी अचानक दिल का दौरा पड़ जाता है। इसके पीछे मौसम से जुड़े कई शारीरिक और लाइफस्टाइल कारण होते हैं, जिन्हें समझना बेहद जरूरी है।

सर्दी में हार्ट अटैक आने के मुख्य कारण

ठंड में रक्त नलिकाओं का सिकुड़ना

सर्दी में शरीर की रक्त नलिकाएं (ब्लड वेसल्स) सिकुड़ जाती हैं ताकि शरीर की गर्मी बनी रहे। इससे खून का प्रवाह धीमा हो जाता है और दिल को खून पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। यही स्थिति हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देती है। हाई बीपी सीधे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाता है।

ब्लड प्रेशर का बढ़ जाना

ठंड के मौसम में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आम हो जाती है। ठंड की वजह से नसें सिकुड़ती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है। अगर किसी को पहले से बीपी की समस्या है और वह दवा या जांच में लापरवाही करता है तो हार्ट अटैक का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।

खून का गाढ़ा होना

सर्दियों में पसीना कम आता है और लोग पानी भी कम पीते हैं। इससे शरीर में खून गाढ़ा हो सकता है, जिससे थक्के (ब्लड क्लॉट) बनने की संभावना बढ़ जाती है। यही थक्का अगर दिल की धमनियों में फंस जाए, तो हार्ट अटैक हो सकता है।  ठंड के मौसम में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे खून थोड़ा गाढ़ा (Thick) हो जाता है। गाढ़ा खून नसों में थक्का (Clot) बनने की संभावना बढ़ा देता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
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ठंड में शारीरिक गतिविधि कम होना

सर्दी में लोग एक्सरसाइज, मॉर्निंग वॉक और एक्टिव लाइफस्टाइल से दूरी बना लेते हैं। लंबे समय तक बैठे रहना, ज्यादा आराम करना और कम मूवमेंट दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। इससे मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और शुगर बढ़ती है, जो हार्ट अटैक का बड़ा कारण बनते हैं।

ऑयली और हैवी भोजन का ज्यादा सेवन

ठंड में अक्सर लोग ज्यादा घी, तेल, मिठाइयां और भारी भोजन खाने लगते हैं। यह सब खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ाता है, जिससे धमनियों में ब्लॉकेज बनने लगती है। यह ब्लॉकेज आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।

अचानक ठंड के संपर्क में आना

सुबह-सुबह ठंडे पानी से नहाना या अचानक बहुत ठंडे वातावरण में जाना दिल के लिए झटका हो सकता है। इससे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर तेजी से बदलता है, जो हार्ट अटैक को ट्रिगर कर सकता है, खासकर बुजुर्गों और दिल के मरीजों में।

सर्दी में सांस की बीमारियां और इंफेक्शन

सर्दियों में सर्दी-खांसी, फ्लू और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां बढ़ जाती हैं। इन बीमारियों के दौरान शरीर में सूजन और तनाव बढ़ता है, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

तनाव और नींद की कमी

ठंड में दिन छोटे और रातें लंबी हो जाती हैं, जिससे कई लोगों की नींद का पैटर्न बिगड़ जाता है। नींद की कमी और मानसिक तनाव हार्ट अटैक के बड़े ट्रिगर माने जाते हैं, खासकर अगर व्यक्ति पहले से हाई रिस्क में हो।

सुबह-सुबह ठंड में निकलना

सर्दियों में सुबह अचानक ठंड के संपर्क में आने से हार्ट पर अचानक दबाव पड़ता है। यही कारण है कि सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले सुबह के समय ज्यादा देखे जाते हैं।

फिजिकल एक्टिविटी कम होना

ठंड में लोग एक्सरसाइज कम कर देते हैं और ज्यादा समय बैठे रहते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, वजन बढ़ता है और दिल कमजोर होता है।

पहले से मौजूद बीमारियां

जिन लोगों को पहले से डायबिटीज, हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा या पहले हार्ट की समस्या रही हो, उन्हें सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है।
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ध्यान देने वाली बातें

सर्दी का मौसम दिल की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। सही कपड़े पहनना, नियमित एक्सरसाइज करना, संतुलित भोजन लेना, पानी पर्याप्त मात्रा में पीना और ब्लड प्रेशर व शुगर की नियमित जांच करवाना बेहद जरूरी है। थोड़ी-सी सावधानी अपनाकर सर्दियों में हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

यह भी पढ़ेंः सर्दी में इस गलती से आ रहे Brain Stroke, सेहत के सबसे खतरनाक

सर्दियों में हार्ट अटैक से बचाव कैसे करें?

ठंड से खुद को बचाकर रखें।
गर्म कपड़े पहनें।
सिर, छाती और कान को ढककर रखें।
बहुत ठंड में बाहर निकलने से बचें।

सुबह अचानक ठंड में न जाएं

उठते ही ठंडे पानी से न नहाएं।
थोड़ी देर कमरे में बैठकर शरीर को नॉर्मल होने दें।
मॉर्निंग वॉक सूरज निकलने के बाद करें।

हेल्दी डाइट लें

नमक और तली-भुनी चीजें कम खाएं।
हरी सब्जियां, फल, ओट्स, दलिया शामिल करें।
गुनगुना पानी पीते रहें।

रोज हल्की एक्सरसाइज जरूर करें

घर के अंदर योग, स्ट्रेचिंग या वॉक, डॉक्टर की सलाह से एक्सरसाइज करें। एकदम भारी कसरत से बचें

दवाइयां नियमित लें

अगर आप BP, शुगर या हार्ट की दवा लेते हैं तो सर्दियों में लापरवाही बिल्कुल न करें। बिना डॉक्टर की सलाह दवा न रोकें।

सिगरेट और शराब से दूरी

ठंड में शराब पीने से शरीर गर्म लगता है, लेकिन यह दिल के लिए बहुत खतरनाक है। स्मोकिंग भी हार्ट अटैक का बड़ा कारण है।

हार्ट अटैक के शुरुआती संकेत पहचानें

अगर सर्दियों में ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, सीने में दर्द या भारीपन, बाएं हाथ, जबड़े या पीठ में दर्द, सांस फूलना, ठंडा पसीना, चक्कर, अचानक कमजोरी। याद रखिए कि  सर्दियों में थोड़ी सी लापरवाही हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। सही लाइफस्टाइल, समय पर दवा, गर्म कपड़े और सतर्कता से इस खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है।
 


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Content Writer

Vandana

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