बाल-बाल बचे राकेश रोशन, एक लापरवाही ले सकती जान, 40 के बाद ज़रूर कराएं ये जांच

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 04:59 PM (IST)

नारी डेस्क:  बॉलीवुड के मशहूर एक्टर और डायरेक्टर राकेश रोशन ने हाल ही में एक ऐसा हेल्थ अपडेट शेयर किया है, जो सभी के लिए आंखें खोलने वाला है। उन्होंने बताया कि वो एक सामान्य हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल गए थे, लेकिन वहां डॉक्टर की सलाह पर गर्दन (नेक) की सोनोग्राफी करवाई, जिससे पता चला कि उनकी दोनों कैरोटिड आर्टरी 75% से ज्यादा ब्लॉक थीं और उन्हें इसका कोई लक्षण भी नहीं था। अगर समय रहते ये पता न चलता, तो यह स्ट्रोक (लकवा) या ब्रेन हैमरेज जैसी गंभीर बीमारी में बदल सकता था।

क्या है कैरोटिड आर्टरी ब्लॉकेज?

कैरोटिड आर्टरी वह नस होती है, जो आपके दिल से दिमाग तक खून पहुंचाती है। जब ये नसें चर्बी या किसी और वजह से ब्लॉक हो जाती हैं, तो ब्रेन को ऑक्सीजन और खून की सप्लाई कम हो जाती है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

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 ये लक्षण दिखें तो तुरंत सतर्क हो जाएं

अचानक चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नपन या कमजोरी

बोलने या समझने में परेशानी

एक या दोनों आंखों से धुंधला दिखना

संतुलन बिगड़ना या चक्कर आना

अचानक तेज सिरदर्द

ये लक्षण स्ट्रोक की ओर इशारा कर सकते हैं, खासकर अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है।

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नेक सोनोग्राफी क्या है और क्यों जरूरी है?

नेक सोनोग्राफी यानी अल्ट्रासाउंड टेस्ट जो गर्दन की नसों, ग्रंथियों और टिशूज़ की जांच करता है। इससे पता चलता है कि कैरोटिड आर्टरी में ब्लॉकेज है या नहीं। यह जांच दर्दरहित, आसान और कम खर्चीली होती है।

 इस टेस्ट से क्या-क्या पता चलता है

कैरोटिड आर्टरी में ब्लॉकेज

थायरॉइड की सूजन, गांठ या ट्यूमर

गले की कोई गांठ या असामान्य ग्रोथ

स्ट्रोक का जोखिम

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कब करानी चाहिए ये जांच?

अगर आपकी उम्र 45 से 50 के बीच है

गले में गांठ या सूजन महसूस होती है

बार-बार चक्कर आते हैं

परिवार में दिल या स्ट्रोक की बीमारी रही है

थायरॉइड की शिकायत हो

राकेश रोशन का कहना है कि हर किसी को 45 की उम्र के बाद यह जांच जरूर करानी चाहिए, ताकि साइलेंट बीमारियों का समय रहते इलाज हो सके।

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 राकेश रोशन की अपील

उन्होंने लोगों से अपील की है कि "जैसे मैंने समय पर जांच करवा कर एक बड़ी बीमारी से खुद को बचा लिया, वैसे ही आप भी अपनी सेहत को नजरअंदाज न करें। ये साइलेंट किलर होते हैं जो बिना लक्षणों के शरीर में बढ़ते जाते हैं।"

डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी बीमारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 


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Content Editor

Priya Yadav

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