अचानक कभी नहीं आता Heart Attack, महीनों पहले देता है ये 5 खतरनाक संकेत
punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 03:25 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। युवा से लेकर बुजुर्ग तक, हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक अचानक आता है और इससे बचाव संभव नहीं है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर रोबिन शर्मा के अनुसार, हार्ट अटैक कई महीनों पहले संकेत देना शुरू कर देता है। बस जरूरत है उन संकेतों को पहचानने की और समय रहते सही इलाज व जीवनशैली में बदलाव की।
हार्ट अटैक साइलेंट नहीं है, बस हम ध्यान नहीं देते
हार्ट अटैक को अक्सर "साइलेंट किलर" कहा जाता है लेकिन डॉक्टरों की मानें तो यह बिल्कुल साइलेंट नहीं होता। शरीर हमें पहले ही कई संकेत देता है, जिन्हें हम जानकारी के अभाव में नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इन संकेतों को समझना और समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी है।
फास्ट फूड से बनता है हार्ट अटैक का रास्ता
आजकल लोग ज्यादा मात्रा में चीज़, बर्गर, समोसा, नान और मैदा से बनी चीजें खाते हैं। इन सभी चीजों में अनहेल्दी फैट भरा होता है जो शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल नसों में जमा होकर ब्लड फ्लो को रोकता है और फिर यही हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण बन जाता है।
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हार्ट अटैक से पहले आने वाले 5 चेतावनी संकेत
चक्कर आना या आंखों के सामने अंधेरा छाना: बैठने से उठते समय या झुकने पर अगर आपको बार-बार चक्कर आता है या सामने अंधेरा छाने लगता है, तो यह खतरनाक हो सकता है। दिल जब कमजोर हो जाता है तो वह शरीर में पर्याप्त ब्लड पंप नहीं कर पाता। इससे दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और चक्कर आने लगते हैं। यह संकेत दिल की ब्लड पंपिंग क्षमता में कमी का साफ संकेत हो सकता है।
पैरों में सूजन आना: पैरों या टखनों में सूजन आना भी एक गंभीर संकेत हो सकता है। जब दिल ठीक से काम नहीं करता तो शरीर का फालतू फ्लूइड बाहर नहीं निकल पाता। गुरुत्वाकर्षण के कारण यह फ्लूइड पैरों में जमा हो जाता है, जिससे सूजन आ जाती है। यह हार्ट फेलियर की ओर इशारा करता है।
हर वक्त थकावट महसूस होना: अगर आप बिना किसी खास काम के भी हमेशा थकान महसूस करते हैं तो यह सामान्य नहीं है। दिल का काम है शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाना। जब दिल कमजोर हो जाता है और ब्लड ठीक से पंप नहीं कर पाता, तो शरीर की मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इससे मांसपेशियां कमजोर होती हैं और व्यक्ति हमेशा थका-थका महसूस करता है।
सांस फूलना और घबराहट: चलने, दौड़ने या सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना, घबराहट या बेचैनी महसूस होना और बैठते ही आराम मिलना – ये सभी एक्सर्शनल डिस्पैसिया के लक्षण हैं। जब दिल की ब्लड पंप करने की क्षमता कम होती है, तो फेफड़ों में ब्लड जमा होने लगता है और शरीर को ऑक्सीजन कम मिलने लगती है। इससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है जो हार्ट अटैक के पहले का बड़ा संकेत हो सकता है।
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छाती में भारीपन या जकड़न: छाती में लगातार भारीपन महसूस होना, जकड़न रहना या दर्द का गर्दन, जबड़े या बाएं हाथ तक फैलना ये सब एंजाइना के लक्षण हो सकते हैं। जब दिल को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता, तो यह लक्षण सामने आते हैं। इन्हें नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।
कैसे बचें इस खतरे से?
समय-समय पर दिल की जांच करवाएं
अनहेल्दी और ऑयली फूड से दूरी बनाएं
रोजाना हल्की फिजिकल एक्टिविटी करें
तनाव और अधिक वजन को कंट्रोल में रखें
कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें