क्या फैटी लिवर से हार्ट अटैक आ सकता है? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 10:20 AM (IST)

नारी डेस्क:  फैटी लिवर और हार्ट अटैक, दोनों ही बीमारियां गंभीर होती हैं और इनका सीधा संबंध हमारी जीवनशैली से है। आजकल फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है और कई लोग इस सवाल से परेशान रहते हैं कि क्या फैटी लिवर से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है?

इस सवाल का जवाब देते हैं भारत के जाने-माने लिवर विशेषज्ञ डॉ. शिव कुमार सरीन, जो कहते हैं कि लिवर शरीर का एक ऐसा अंग है जो हमारे बाकी अंगों की सेहत से जुड़ा हुआ है। अगर लिवर कमजोर होता है, तो उसका असर दिल, किडनी, ब्लड प्रेशर और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों तक पहुंच सकता है।

कैसे बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा

जब किसी को फैटी लिवर की बीमारी होती है, तो लिवर में चर्बी जमा हो जाती है। इससे लिवर की काम करने की क्षमता घट जाती है और खाना पचाने में दिक्कत आती है। इसके कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ने लगता है।जैसे-जैसे खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, दिल की धमनियों में ब्लॉकेज बनने लगता है, जिससे हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। फैटी लिवर और हार्ट अटैक के कुछ लक्षण भी एक जैसे होते हैं जैसे-

मोटापा

हाई ब्लड प्रेशर

हाई शुगर लेवल

एक्सपर्ट्स ने बताए बचाव के उपाय

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वजन कंट्रोल में रखें

अपने वजन को अपनी ऊंचाई के अनुसार संतुलित रखना बहुत जरूरी है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी हाइट 170 सेंटीमीटर है, तो आपका वजन लगभग 70 किलो के आसपास होना चाहिए। यह वजन आपकी सेहत और लिवर दोनों के लिए अनुकूल माना जाता है। फैटी लिवर की समस्या वाले लोगों को खासतौर पर वजन कम करने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अतिरिक्त वजन लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है और वसा जमा होने की प्रक्रिया तेज कर देता है। अगर आपकी फैटी लिवर की समस्या जेनेटिक यानी परिवार में पहले से है, तो डॉक्टर वजन को और कम, करीब 65 किलो तक रखने की सलाह देते हैं। नियमित व्यायाम और सही खान-पान के साथ वजन नियंत्रित करना लिवर को स्वस्थ बनाए रखने का एक अहम तरीका है।

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 कमर पतली रखें

फैटी लिवर से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए अपनी कमर का माप भी बहुत मायने रखता है। महिलाओं के लिए वेस्ट-हिप रेशियो यानी कमर और हिप के अनुपात को 0.7 और पुरुषों के लिए 0.9 तक बनाए रखना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर माना जाता है। डॉ. सरीन बताते हैं कि अक्सर लोग अपनी कमर के अनुसार कपड़े नहीं बल्कि कपड़ों के हिसाब से अपनी फिटनेस को तौलते हैं, जो गलत है। इसका मतलब यह है कि आपको अपनी कमर को फिट रखने के लिए खुद को व्यायाम और संतुलित आहार के जरिए तैयार करना होगा। नियमित एक्सरसाइज से न केवल वजन घटता है बल्कि शरीर में जमा अतिरिक्त फैट भी कम होता है, जो लिवर और दिल दोनों के लिए फायदेमंद है।

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 गर्दन पर मस्से और काली लाइनें

यदि आपकी गर्दन के पास मस्से या काली रेखाएं यानी ‘मैल’ जैसी निशानियां दिखने लगें, तो यह फैटी लिवर की शुरुआती चेतावनी हो सकती हैं। यह त्वचा पर एक तरह का संकेत होता है जो बताता है कि आपके शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस या लिवर की समस्या बढ़ रही है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये संकेत जल्दी जांच और इलाज की जरूरत बताते हैं। अगर आपको ये निशान दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी पूरी जांच करवाएं ताकि समय रहते लिवर की बीमारी का पता चल सके और उसका सही उपचार शुरू हो।

 देसी घी खाएं

आजकल बाजार में कई तरह के तेल उपलब्ध हैं, लेकिन लिवर की सेहत के लिए घर का बना हुआ शुद्ध देसी घी सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है। तेल के मुकाबले देसी घी लिवर को नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि उसे स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। देसी घी में स्वस्थ वसा होती हैं जो शरीर में आवश्यक ऊर्जा देती हैं और लिवर की सफाई में भी सहायता करती हैं। ध्यान रखें कि घी की मात्रा सीमित और उचित होनी चाहिए, ज्यादा घी भी नुकसान पहुंचा सकता है। रोजाना की डाइट में घी को शामिल करना, खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका लिवर कमजोर है या फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं।

क्या न करें?

बाहर का तला-भुना और पैक्ड फूड खाने से बचें।

मीठे और ज़्यादा फैट वाले खाद्य पदार्थ न खाएं।

रोज़ाना वॉक और एक्सरसाइज करें।

अगर परिवार में फैटी लिवर या हार्ट की बीमारी रही है, तो नियमित रूप से जांच करवाएं।

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फैटी लिवर के लक्षण

लगातार थकान महसूस होना

पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द

पेट फूला हुआ लगना या सूजन

वजन तेजी से घटना

स्किन में खुजली और पैरों में सूजन

फैटी लिवर कोई मामूली बीमारी नहीं है। यह अगर समय रहते न सुधारी जाए, तो हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि समय पर जांच कराएं, अपनी लाइफस्टाइल सुधारें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।   

 


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Content Editor

Priya Yadav

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