कैसे पता चलेगा कि हार्ट में ब्लॉकेज हो रही है? ये कुछ संकेत समझना जरूरी

punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 09:28 PM (IST)

नारी डेस्कः हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की बात करें तो दिल सबसे खास है लेकिन अनहैल्दी लाइफस्टाइल के चलते दिल से जुड़ी समस्याएं ही बढ़ती जा रही हैं। चलिए आज हार्ट हैल्थ से जुड़ी ही कुछ जरूरी जानकारी आपके साथ साझा करते हैं। एक स्वस्थ दिल हर मिनट में लगभग 5 लीटर रक्त पंप करता है! यह रक्त पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को भेजता है, जिसके चलते ही शरीर के सभी अंग अपना कार्य अच्छे से कर पाते हैं लेकिन जब दिल अपना काम सही से नहीं करता तो सारा शरीर गड़बड़ा जाता है और अब जरा सोचिए अगर दिल की धड़कन रूक जाए या स्लो हो जाए तो क्या होगा? दरअसल इस स्थिति को हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता है और हार्ट ब्लॉकेज होने के संकेत क्या है इस बारे में भी विस्तार से समझते हैं। 

हार्ट ब्लॉकेज क्या है? | Heart Blockage Kya Hai

हार्ट ब्लॉकेज एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है और यह तब शुरू होती है जब रक्त वाहिकाओं में प्लाक नामक चिपचिपा पदार्थ जम जाता है और रक्त के बहाव को रोकता है। इसके बाद ही सारी हैल्थ संबंधी दिक्कतें शुरू होती है। यह प्लाक फैट, कोलेस्ट्रॉल, शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थ, कैल्शियम और फाइब्रिन नामक एक पदार्थ से बनता है। जब प्लाक नसों में जमती है तो संकुचन का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को  मेडिकल भाषा में एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) कहा जाता है। इस स्थिति में संकुचन के कारण रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है।

कैसे पता चलेगा कि हार्ट में ब्लॉकेज हो रही है? | Heart Blockage Causes

मेरे हार्ट में ब्लॉकेज हो रही है मुझे कैसे पता चलेगा। यह सवाल आम ही लोगों के मन में आता है कि अगर ब्लॉकेज की शुरूआत हो रही है तो पता कैसे चलेगा तो इसके कुछ शुरुआती लक्षण आपको बता दें।छाती में दर्द रहना।
सांस फूलना या सांस की समस्या, थोड़ा सा चलने पर ही ऐसा होना।
लगातार या बार-बार सिरदर्द होना।
चक्कर आना या बेहोश होना।
अधिक थकान महसूस होना।
गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना।
पैरों या हाथों में दर्द के साथ उन अंगों का सुन्न हो जाना।
कमजोरी या ठंड लगना।
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हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण दिखने पर तुरंत एक अच्छे हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें। अगर आर्टरी ब्लॉकेज है तो इसके लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर ऐसा कर रहे हैं तो भविष्य में हार्ट अटैक का खतरा बना रहेगा। 

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हार्ट में ब्लॉकेज होती क्यों हैं? | Heart Blockage Kyu Hoti hai 

हार्ट ब्लॉकेज क्यों होती है ये सवाल आम ही पूछे जाते हैं। ब्लॉकेज खत्म होने का बड़ा कारण जब हृदय की धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल, और अन्य पदार्थ जम जाते हैं। इससे धमनियां संकुचित हो जाती हैं और रक्त का प्रवाह भी कम हो जाता है। इससे हृदय में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी आती है, जिससे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, और यहां तक कि दिल का दौरा भी पड़ सकता है।

दिल में ब्लॉकेज होने के बहुत से रिस्क फैक्टर हो सकते हैं। चलिए कुछ बड़े कारणों के बारे में आपको बताते हैं। 

हाई ब्लड प्रेशर: दिल को सबसे बड़ा खतरा हाई ब्लड प्रेशर से है। अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर के कारण नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे नसों में संकुचन की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और रक्त के बहाव में रुकावट आती है। 

हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल अगर ज्यादा है तो इसे  "खराब" कोलेस्ट्रॉल के रूप में भी जाना जाता है। रक्त में अगर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल ज्यादा है तो समझ लें कि नसों में प्लाक का निर्माण हो गया है, जिससे धमनियों में रुकावट आ गई है जो हार्ट ब्लॉकेज का मुख्य कारण बन सकता है। 

मोटापा, अनहैल्दी लाइफस्टाइल और कम फिजिकल एक्टिविटी: अधिक वजन, मोटापा और अनहैल्दी लाइफस्टाइल, ये हृदय की धड़कन की रुकावट के लिए जिम्मेदार होते हैं। अगर आपका वजन ज्यादा है आपके खाने पीने की रूटीन खराब है और आप ना के बराबर फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो आपके दिल को खतरा है। 

धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: धूम्रपान और तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह रक्त वाहिकाओं को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है, जिसकी वजह से वह सिकुड जाते हैं। तंबाकू और धूम्रपान सिर्फ दिल ही नहीं बल्कि बाकी अंगों के लिए भी नुकसानदेह है। 

हार्ट ब्लॉकेज का कैसे पता करें?

यदि हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत हार्ट विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलें। सबसे पहले वह स्थिति के आधार पर कुछ टेस्ट कराते हैं, ताकि सही स्वास्थ्य स्थिति का आकलन हो सके। इसके लिए डाक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या ईसीजी, एंजियोग्राफी टेस्ट, एमआरआई , कार्डियक कैथीटेराइजेशन करवा सकता है जिससे दिल के आसपास के क्षेत्र की जांच होती है। 

कोरोनरी कैल्शियम स्कैन, कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स, और लिपोप्रोटीन की जांच के लिए रक्त परीक्षण करवा सकते हैं। 

नसों में रक्त के प्रवाह की पहचान के लिए स्ट्रेस टेस्ट। इन सभी जांच के परिणाम हार्ट ब्लॉकेज ट्रीटमेंट में एक अहम योगदान निभाते हैं इसलिए टेस्ट बहुत ज्यादा महत्व रखते हैं। 
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हार्ट ब्लॉकेज का इलाज

अगर दिल में ब्लॉकेज है तो डॉक्टरी आपको इलाज की  योजनाएं समस्या देखकर बताते हैं हालांकि हैल्दी लाइफस्टाइल में बदलाव कर दिल को हैल्दी किया जा सकता है लेकिन कुछ मामलों में सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। ब्लड प्रेशर, सीने में दर्द, कोलेस्ट्रॉल, रक्त के थक्कों को कम करने के लिए कुछ दवाइयां दे सकते हैं। 

कुछ गंभीर  ब्लॉकेज को ठीक करने के लिए सर्जरी का विकल्प चुना जा सकता है। कार्डियोलॉजिस्ट (दिल के रोग के डॉक्टर), एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) और स्टेंट प्लेसमेंट (Stent Placement) का विचार किया जा सकता है। बाईपास सर्जरी भी हार्ट ब्लॉकेज के इलाज का एक अच्छा और प्रभावी विकल्प है।

सबसे जरूरी है कि आप स्वस्थ आहार खाएं। बाहर का जंकफूड-फास्ट फूड खाने से परहेज करें।
फिजिकिली एक्टिव रहे और नियमित व्यायाम करें। 
स्ट्रेस फ्री रहने की कोशिश करें और पूरी नींद लें। 

हार्ट ब्लॉकेज में क्या खाना चाहिए?

हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति से निपटने के लिए अपना खान-पान और डेली रूटीन के कामों पर फोक्स करने की जरूरत रहती है।
हल्दी दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
तुलसी में औषधीय गुण पाए जाते हैं। 
अनार का जूस फायदेमंद है। इससे हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति में सुधार हो सकता है।
दालचीनी भी बढ़िया मानी जाती है लेकिन इसकी सही मात्रा का सेवन करना जरूरी है। 
लहसुन रक्त के बहाव को तेज करता है, जिससे हार्ट ब्लॉकेज खोलने में मदद मिलती है।खाने में अदरक का सेवन हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति को ठीक करने में लाभकारी साबित होगा।

हार्ट ब्लॉकेज में क्या नहीं खाना चाहिए?

तला हुआ भोजन
मीठी चीजें 
पैकेटबंद खाद्य पदार्थ
प्रोसेस्ड मीट-फास्ट फूड
इन खाद्य पदार्थों में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य तत्व होते हैं जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

हार्ट में ब्लॉकेज के कितने स्टेज होते हैं?

हार्ट ब्लॉकेज के अलग-अलग स्टेज होते हैं। शुरुआती चरण में लक्षण नहीं होते हैं। दूसरे स्टेज में दिल की धड़कन असामान्य रहती है। तीसरे स्टेज में हृदय रुक-रुक कर काम करता है। दूसरे या तीसरी स्टेज में दिल का दौरा भी पड़ सकता है। यही कारण है कि दूसरे चरण से ही इलाज की आवश्यकता होती है।

बिना सर्जरी के हार्ट ब्लॉकेज कैसे खोलें?

हालांकि इसके लिए डॉक्टरी परामर्श ही जरूरी है।  कुछ दवाओं से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे हार्ट ब्लॉकेज की प्रक्रिया धीरे हो जाएगी और स्थिति में सुधार होने लग जाएगा। इसके अतिरिक्त कुछ माइनर सर्जरी है, जिससे ब्लॉकेज खुल सकती है जैसे - एंजियोप्लास्टी और स्टेंट प्लेसमेंट।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए क्या करें?

अपने लाइफस्टाइल को हैल्दी रखें। 
अगर दवाई ले रहे हैं तो नियमित और सही समय पर खाएं। 
सर्जरी जैसे कोरोनरी बाईपास ग्राफ्ट (CABG)
 


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Content Writer

Vandana

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