नॉर्मल नहीं है सुबह के समय पीला पेशाब आना, चीख-चीखकर दे रहा है किडनी खराब होने के संकेत

punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 07:00 PM (IST)

नारी डेस्क: सुबह के समय पीला पेशाब आना आमतौर पर एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया होती है, लेकिन अगर पेशाब लगातार बहुत ज्यादा पीला, बदबूदार, झागदार या दर्द के साथ हो तो यह शरीर के अंदर किसी गंभीर रोग जैसे किडनी या लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है। इसका  समय पर पहचान और इलाज बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं इसके बार में विस्तार से। 
 

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 सुबह ज्यादा पीला क्यों होता है  पेशाब ?


रातभर पानी नहीं पीने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे पेशाब में पानी की मात्रा कम और यूरिया की मात्रा ज्यादा हो जाती है। गुर्दे (Kidneys) फिल्टर तो करते रहते हैं, लेकिन पेशाब रुका रहता है इस कारण यूरिन अधिक गाढ़ा और पीले रंग का होता है। यह आमतौर पर सामान्य है जब तक कि पेशाब में जलन, बदबू, झाग या खून न दिखे।


 खास लक्षण जिन पर तुरंत ध्यान देना चाहिए

-पेशाब में तेज गंध
-पेशाब में झाग बनना
-कमर के निचले हिस्से में दर्द
-आंखों की सफेदी या त्वचा का पीला पड़ना
-बार-बार पेशाब आना, लेकिन कम मात्रा में
-पेशाब के साथ खून आना

 ये लक्षण किडनी, लीवर, या मूत्र तंत्र से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं।
 

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किडनी के लिए ज्यादा पीला पेशाब होता है खतरनाक 

यह संकेत देता है कि किडनी फिल्टरेशन में गड़बड़ी हो रही है। गुर्दे में सूजन या संक्रमण हो सकता है जिससे पेशाब का रंग और गंध बदलती है। लंबे समय तक अनदेखी करने पर क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) हो सकती है। अगर लंबे समय तक पानी की कमी बनी रहे, तो किडनी को ब्लड फिल्टर करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे उसका लोड बढ़ता है और यह धीरे-धीरे डैमेज हो सकती है।


 किडनी बचाने के लिए टिप्स

-दिनभर में 2.5–3 लीटर पानी पिएं
-ज्यादा *नमक व प्रोटीन का सेवन न करें
-ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखें
-स्मोकिंग और शराब से बचें
-साल में कम से कम एक बार किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) करवाएं


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Content Writer

vasudha

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