पितृपक्ष में नई चीज खरीदना क्यों होता है अशुभ? जानिए क्या कहता है शास्त्र
punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2023 - 06:29 PM (IST)
इन दिनों श्राद्ध चल रहे हैं। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के श्राद्धों का बहुत ही महत्व बताया गया है। इस दौरान लोग पितरों को प्रस्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए पिंडदान और श्राद्ध कर्म करते हैं। 15 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष के श्राद्ध के कुछ खास नियम भी बताए गए हैं जिनका पालन करने से पितरों को शांति मिलती है और वह प्रसन्न होकर पूर्वजों को आशीर्वाद देते हैं। पूर्वजों के आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इन 15 दिनों के कुछ नियम भी बताए गए हैं। पितृ पक्ष में कोई भी नई चीज जैसे कपड़ा, सोना, गाड़ी या घर नहीं खरीदना चाहिए लेकिन पितृ पक्ष में यह चीजें क्यों नहीं खरीदी जाती आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं...
क्यों नहीं खरीदी जाती पितृ पक्ष में नई चीज?
पितृ पक्ष को लेकर लोगों के मन में एक धारणा होती है कि यह अशुभ समय है। इन दिनों में कुछ भी शुभ चीज खरीदने से व्यक्ति की जिंदगी में अशुभ प्रभाव पड़ता है। माना जाता है कि इस दौरान नई चीजें खरीदने से पितृ नाराज होते हैं क्योंकि इस दौरान खरीदी गई वस्तु पितरों को समर्पित होती है। इन वस्तुओं को जीवित लोगों के लिए इस्तेमाल करना सही नहीं होता। यह समय पितरों के प्रति सम्मान व्यक्त करना और उन्हें याद करने का होता है। यदि कोई इस दौरान शॉपिंग, नया काम या कोई शुभ काम करे तो यह सही नहीं माना जाता।
पितरों का होता है अपमान
यह समय पितरों के प्रति शोक प्रकट करने का होता है ऐसे में नया सामान खरीदना, नए काम शुरु करने से पितरों का अपमान होता है जबकि इस समय में पितरों को याद करना चाहिए। हालांकि पूजा-पाठ या दान पुण्य करने के लिए नई चीजें खरीदी जा सकती हैं।
नॉनवेज भी होता है अशुभ
पितृ पक्ष के श्राद्धों में नॉनवेज, शराब का सेवन करने पर भी मनाही होती है। इससे व्यक्ति का ध्यान पूजा पाठ में नहीं लगता और पितृ नाराज होते हैं। इस दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए और इस समय में ब्राह्माणों, गरीबों को भोजन, कुत्ते और गाय को भोजन भी करवाना चाहिए। इसके अलावा पितृ पक्ष में गरीबों को दान भी जरुर करना चाहिए।