पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा है फैटी लिवर का खतरा! जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 11:28 AM (IST)

 नारी डेस्क: आजकल फैटी लिवर एक आम बीमारी बनती जा रही है, जो लिवर से जुड़ी गंभीर समस्या है। यह बीमारी तब होती है जब लिवर में चर्बी (फैट) जमा होने लगती है। इसका मुख्य कारण गलत जीवनशैली, खराब खानपान, शराब-सिगरेट का सेवन और मोटापा होता है।

हाल ही में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में लिवर की जांच के लिए एक विशेष मशीन से स्क्रीनिंग की गई। इस जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं फैटी लिवर की बीमारी से अधिक पीड़ित हैं। लिवर की जांच में कई लोगों में फैटी लिवर की पुष्टि हुई, जिनमें महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा पाई गई।

कैसे हुई जांच?

जांच में बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) का उपयोग किया गया। बीएमआई एक ऐसा मापदंड है जिसमें व्यक्ति की ऊंचाई, वजन और कमर के आकार को देखकर शरीर में चर्बी की मात्रा का अंदाजा लगाया जाता है। महिलाओं के लिए यदि कमर की माप 80 सेंटीमीटर से अधिक हो, तो उन्हें फैटी लिवर की श्रेणी में रखा जाता है। स्क्रीनिंग के बाद ब्लड टेस्ट से भी इसकी पुष्टि की गई।

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महिलाओं में फैटी लिवर के प्रमुख कारण क्या हैं?

शराब का सेवन (हालांकि सभी महिलाओं में यह कारण नहीं होता)

डायबिटीज (शुगर)

कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना

ज्यादा दवाइयों का सेवन

हार्मोनल बदलाव या असंतुलन

मोटापा और कम शारीरिक गतिविधि

फैटी लिवर के लक्षण (संकेत)

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लगातार थकान महसूस होना

पेट के दाहिने हिस्से में दर्द

आंखों और त्वचा का पीला पड़ना

गहरे रंग का पेशाब

शरीर में सूजन

भूख न लगना और वजन घटाना

सुबह के समय मतली या उल्टी

अपच और गैस की समस्या

फैटी लिवर से बचाव कैसे करें?

वजन कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें।   संतुलित आहार लें, जिसमें साबुत अनाज, ताजे फल और हरी सब्जियां हों। शराब और धूम्रपान से पूरी तरह परहेज करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। फाइबर युक्त चीजों का सेवन करें। ग्रीन टी और हर्बल टी का सेवन करें, जिससे मेटाबॉलिज़्म सुधरता है।

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फैटी लिवर आज की तेजी से बिगड़ती जीवनशैली का एक बड़ा परिणाम है, और महिलाओं में इसके बढ़ते मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। समय रहते जांच, सावधानी और सही जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
  

 
 


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Content Editor

Priya Yadav

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