पीरियड्स में ज्यादा नींद क्यों आती है? जानें इसके पीछे के कारण
punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2024 - 05:53 PM (IST)
नारी डेस्क: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पेट में दर्द, पीठ में दर्द और मूड स्विंग जैसी कई तरह की समस्याएं होती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पीरियड्स के दौरान उन्हें हार्मोनल बदलाव से गुजरना पड़ता है, जिसका असर उनकी हल्थ पर पड़ता है पर क्या आपने कभी सोचा है पीरियड्स के दौरान आपको भी ज्यादा नींद क्यो आती है? ऐसा क्यों होता है?ऐसे सवाल अक्सर हमारे मन में भी आते है। आज हम आपको बताएंगे में कि पीरियड्स में नींद बढ़ने के पीछे क्या कारण होते हैं और इसे कैसे मैनेज किया जा सकता है।
पीरियड्स के दौरान नींद आने के कारण
ब्लड शुगर और एनर्जी लेवल में बदलाव
पीरियड्स के दौरान शरीर के ब्लड शुगर लेवल में बदलाव भी हो सकता है, जिससे एनर्जी लेवल कम हो सकता है और ज्यादा नींद की जरूरत महसूस हो सकती है।कभी शरीर में शुगर की कमी हो सकती है, जिससे कमजोरी और थकान महसूस होती है, और कभी ज्यादा शुगर की वजह से शरीर में कम एनेर्जी की स्थिति बन सकती है।
आयरन की कमी
अगर शरीर में आयरन की कमी होती है, तो ऐसे में व्यक्ति को थकान और कमजोरी महसूस होती है। कमजोरी और थकान अक्सर लोगों को ज्यादा से सोने और आराम करने के लिए मजबूर करती है। ऐसा ही पीरियड्स के दौरान भी हो सकता है। अगर महिला की बॉडी आयरन डेफिशियेंसी यानी आयरन की कमी है, तो महिला को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा थकान हो सकती है। ऐसे में उन्हें ज्यादा नींद आ सकती है। इस स्थिति की अनदेखी न करें।
शारीरिक थकावट और दर्द
पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट मे क्रैम्प और शरीर में दर्द थका हुआ महसूस कराते हैं। दर्द के कारण शरीर को रेस्ट की जरूरत होती है और यह नींद की जरूरत बढ़ा सकता है। इस दौरान आराम करने की इच्छा नेचुरल होती है क्योंकि शरीर को खुद को ठीक करने और आराम देने की जरूरत होती है।
थायराइड की समस्या
हमारी गर्दन में होने वाला एक छोटे से ग्लैंड को थायराइड कहा जाता है। यह हमारे शरीर में थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए अहम भूमिका निभाता है। थायराइड हार्मोन हमारे लिए बहुत ही जरूरी है। अगर थायराइड हार्मोन में उतार-चढ़ाव होते हैं, तो महिला को थकान, कमजोरी हो सकती है। ऐसे में जरा-सा काम करते ही महिला थक जाती है, जिससे वे सोकर अपनी थकान मिटाने की कोशिश करती हैं। पीरियड्स के दौरान यह कंडीशन ज्यादा बिगड़ जाती है। ऐसा होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
स्ट्रेस और चिंता
पीरियड्स के दौरान महिलाएं ज्यादा स्ट्रेस और चिंता महसूस कर सकती हैं, अगर उनके साथ और भी शारीरिक लक्षण जैसे सिर दर्द, पीठ में दर्द, या अन्य असुविधाएं हों। स्ट्रेस भी नींद को प्रभावित करता है और शरीर को आराम की आवश्यकता होती है।
खून की कमी (Anemia)
पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग के कारण शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे थकान और सुस्ती महसूस होती है। जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो यह एनर्जी लेवल को प्रभावित करता है और नींद का एहसास बढ़ सकता है।
पीरियड्स के दौरान नींद को बेहतर बनाने के टिप्स
सही डाइट
पीरियड्स के दौरान आयरन, विटामिन बी12, और मैग्नीशियम से भरपूर आहार खाने से थकान को कम किया जा सकता है। हरी सब्जियां, फल, और अनाज आपके एनर्जी लेवल को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
हाइड्रेशन
अच्छी हाइड्रेशन भी बहुत जरूरी है। पानी और हर्बल चाय जैसे नींद को बढ़ावा देने वाली चीजें पीने से शरीर को आराम मिलता है और नींद भी बेहतर हो सकती है।
स्ट्रेस और चिंता कम करें
तनाव और चिंता को कम करने के लिए मेडिटेशन, गहरी सांसों की तकनीक, और आराम कर सकते हैं। ये तरीके मानसिक शांति प्राप्त करने में सहायक होते हैं, जिससे नींद में सुधार हो सकता है।
हल्की एक्सरसाइज
हल्की एक्सरसाइज जैसे योग, पैदल चलना, या स्ट्रेचिंग से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और थकान कम होती है। ये एक्सरसाइज पीरियड्स के दर्द को भी कम कर सकती हैं।
पीरियड्स के समय शरीर को आराम की जरूरत होती है, और ज्यादा नींद इस दौरान आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए जरूरी हो सकती है। इस समय अपना ख्याल रखे।