Outer Space में पीरियड्स को महिला अंतरिक्ष यात्री कैसे करती हैं मैनेज? मिलते हैं ये 2 ऑप्शन
punjabkesari.in Wednesday, Mar 19, 2025 - 10:56 AM (IST)

नारी डेस्क: हम सभी के मन में कभी न कभी यह सवाल जरूर आया होगा कि महिला अंतरिक्ष यात्री अपने मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान अंतरिक्ष में किस तरह से काम करती होंगी और क्या मुश्किलें आती होंगी। चूंकि महिला अंतरिक्ष यात्री को कई महीनों तक अंतरिक्ष में जीरो ग्रैविटी (मूल गुरुत्वाकर्षण) में रहना पड़ता है, तो यह सवाल और भी जटिल हो जाता है। अंतरिक्ष में पानी की बूँदें भी हवा में तैरने लगती हैं, तो पीरियड्स के दौरान खून का प्रवाह कैसे मैनेज होता होगा?
अंतरिक्ष में पहली महिला अंतरिक्ष यात्री वैलेन्टीना तेरेश्कोवा, 1963 में पहले मिशन पर गई थीं। इसके बाद से अब तक 99 महिलाएं अंतरिक्ष में मिशन पर जा चुकी हैं। इन महिलाओं को हर महीने पीरियड्स की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि जीरो ग्रैविटी में पीरियड्स को कैसे मैनेज किया जाता है? इस सवाल का जवाब अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और महिला अंतरिक्ष यात्रियों ने दिया है, और यह जानना बहुत दिलचस्प है कि पीरियड्स के दिनों में महिलाएं अंतरिक्ष में अपने शरीर और सेहत का ख्याल कैसे रखती हैं।
.@NASA+ is live as four @SpaceX #Crew9 members board Dragon before closing the hatch and undocking from the station at 1:05am ET on Tuesday. https://t.co/mQZkNe8wxe
— International Space Station (@Space_Station) March 18, 2025
पीरियड्स को मैनेज करने के दो विकल्प
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा की महिला अंतरिक्ष यात्री रिया ने इस मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में पीरियड्स के दौरान कई चीजों को ध्यान में रखना पड़ता है, जैसे कपड़ों पर दाग लगने का ध्यान रखना और टैम्पोन बदलने के लिए रिमाइंडर सेट करना। रिया ने यह भी कहा कि पीरियड्स को मैनेज करना कार्दशियन सिस्टर्स के साथ रहने से भी ज्यादा मुश्किल और तनावपूर्ण हो सकता है।
हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि जीरो ग्रैविटी में पीरियड्स के दौरान खून तैरता नहीं है, जैसा कि आमतौर पर पानी हवा में तैरता है। महिला अंतरिक्ष यात्रियों के पास पीरियड्स को मैनेज करने के दो विकल्प होते हैं-
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पीरियड्स के साथ अंतरिक्ष में रहना
महिला अंतरिक्ष यात्री पीरियड्स के दौरान वही तरीका अपना सकती हैं, जैसा वे पृथ्वी पर करती हैं, यानी सैनिटरी पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं।
हॉर्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव्स (गर्भनिरोधक गोलियों) का उपयोग
दूसरा विकल्प यह है कि वे गर्भनिरोधक गोलियां लें, जिनमें एस्ट्रोजन होता है और ये पीरियड्स को रोकने में मदद करती हैं। इस विकल्प को चुनने के लिए महिला अंतरिक्ष यात्री को हर रोज इन गोलियों का सेवन करना होता है। यह तरीका सुरक्षित और प्रभावी है, और इससे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
हालांकि, इन दोनों विकल्पों को चुनने का फैसला पूरी तरह से व्यक्तिगत होता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि मिशन की अवधि कितनी है और महिला अंतरिक्ष यात्री की सेहत कैसी है।
इस प्रकार, महिला अंतरिक्ष यात्री के पास अपने पीरियड्स को मैनेज करने के लिए दो आसान और प्रभावी तरीके हैं, जो उन्हें अंतरिक्ष में अपने मिशन को पूरी तरह से पूरा करने में मदद करते हैं।