बच्चों के लिए खतरा बन सकती है पेरेंट्स को लगी वैक्सीन, इतनी दूरी रखना जरूरी
punjabkesari.in Tuesday, May 18, 2021 - 12:47 PM (IST)
बच्चों को लिए इस साल कोरोना वायरस साइलेंट कैरियर बताया जा रहा है। यहां तक कि 4 महीने के बच्चे भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। मुश्किल तो इस बात की है कि बच्चों के लिए अभी तक कोई भी वैक्सीन तैयार नहीं की गई है, जिसके कारण उन्हें इंफेक्शन से बचाना और भी मुश्किल हो गया है। वहीं, वैक्सीनेशन के बाद पेरेंट्स को भी सावधानी बरतनें की सलाह दी जा रही है, ताकि बच्चों को सुरक्षित रखा जा सके। चलिए आपको बताते हैं कि वैक्सीन लगवा चुके पेरेंट्स को बच्चों के नजदीक जाने से पहले किन-किन प्रोटोकॉल को फोलो करना होगा...
क्या वैक्सीनेटिड लोगों से मिलना सही?
बेशक वैक्सीन लेने के बाद लोगों के शरीर में इम्यूनिटी बनती है लेकिन इससे कोरोना का खतरा कम नहीं होता। मुसीबत की बात तो यह है कि ऐसे लोगों को ज्यादातर बिना लक्षण वाला कोरोना हो सकता है इसलिए बेहतर होगा कि आप बच्चों के नजदीक जाने से पहले सेफ्टी बरतें। कोई भी वैक्सीन 80 से 90% ही असरदार होती है।
दूसरी बात, कोरोना वायरस के स्ट्रेन सिर्फ हाथ या स्किन ही नहीं बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है जैसे कि कपड़ों, पर्स आदि। ऐसे में यह स्ट्रेन बच्चों को बीमार कर सकते हैं इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना, मास्क पहनना जैसे नियमों का पालन करें।
बच्चों को कब तक रखनी है दूरी
फिलहाल, इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं है लेकिन टीका लगवाने के बाद अगर किसी भी तरह की दिक्कत हो तो बच्चों से 6 गज की दूरी पर रहें। क्योंकि अभी यह भी नहीं कहा जा सकता कि वैक्सीन लगवाने के बाद इम्यूनिटी कब तक रहेगी।
वैक्सीन के बाद भी फैला सकते हैं वायरस
चूंकि हवा से फैलने वाला यह वायरस अलग-अलग चीजों पर जिंदा रहा सकता है इसलिए वैक्सीन के बाद भी आप इसे फैला सकते हैं। कोई भी वैक्सिन जिंदगीभर के लिए सुरक्षा की गंरटी नहीं देती इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चों से उचित दूरी बनाकर रखें।
बच्चों में गंभीर नहीं कोरोना
एक्सपर्ट के मुताबिक, बच्चों में कोरोना के ज्यादा गंभीर नहीं हैं और व्यस्कों के मुकाबले जल्दी रिकवर भी कर रहे हैं। हालांकि अब बच्चों में कोरोना के लक्षणों बदल रहे हैं। पहले से ही बीमार या कमजोर बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
बच्चों में कोरोना के लक्षण
- 102 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा बुखार
- ठंड लगना, दर्द और कमजोरी
- लगातार खांसी और जुकाम
- चक्कर आना और थकान
- नींद की कमी और बेचैनी
- पेट दर्द, पेट फूलना, भारीपन और ऐंठन
कैसे करें इलाज?
. चूंकि बच्चों में कोरोना के लक्षण हल्के नजर आते हैं इसलिए इन्हें घर पर ठीक किया जा सकता है। उन्हें कोई स्पेशल ट्रीटमेंट जरूरत नहीं पड़ती लेकिन अगर बुखार 5 दिन बाद भई ना उतरें तो डॉक्टर से संपर्क कर लें।
. लक्षण दिखने पर बच्चों का कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं।
. डॉक्टर की सलाह से आप बच्चों को पैरासिटामोल और मल्टीविटामिन दे सकते हैं लेकिन लक्षण गंभीर हो तो डॉक्टर से सलाह कर लें।
. बच्चों को ज्यादा आराम और लिक्विड डाइट लेने के लिए कहें।