इस बार 17 जून को मनाई जाएगी गायत्री जयंती, नोट कर लें पूजा का मुहूर्त
punjabkesari.in Monday, Jun 17, 2024 - 10:45 AM (IST)
नारी डेस्क: हिन्दू धर्म में गायत्री जयंती का बेहद खास महत्व है। इस साल गायत्री जयंती 17 जून को रवि योग, शिवयोग तथा चित्रा नक्षत्र में मनाई जाएगी। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस दिन वेदों की माता गायत्री का प्राकट्य हुआ था। सिर्फ यही नहीं बल्कि पौराणिक कथाओं के मुताबिक ये भी कहा जाता है कि माता गायत्री से ही चार वेदों की उत्पत्ति हुई थी। गायत्री मंत्र में चारों वेदों का सार देखने को मिलता है। माता गायत्री को संपूर्ण ज्ञान की देवी माना जाता है। अब हम जानते हैं इस खास दिन का पूजा मुहूर्त रवि योग कब बन रहा है।
कब है 2024 में गायत्री जयंती?
इस बार 17 जून दिन सोमवार प्रातः काल 4:43 से प्रारंभ हो रही है और इसके अगले दिन यानी 18 जून दिन मंगलवार प्रातः काल 06:24 पर इसकी समाप्ति होगी। ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक मुख्य रूप से गायत्री जयंती 17 जून दिन सोमवार को मनाई जाएगी।
रवि योग और चित्रा नक्षत्र में गायत्री जयंती
उस दिन रवि योग प्रातः काल 5:23 से दोपहर 1:50 तक रहेगा। इसके साथ ही परिधि योग प्रातः काल से रात्रि 9:35 तक रहेगा। उसके पश्चात शिव योग प्रारंभ हो जाएगा।गायत्री जयंती के दिन चित्रा नक्षत्र प्रातः काल से लेकर दोपहर 1:50 तक रहेगा जिसके बाद स्वाति नक्षत्र प्रारंभ हो जायेगा।
गायत्री जयंती 2024 पूजा मुहूर्त
गायत्री जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रातः काल 4:03 से 4:43 तक रहेगा और इस दिन सूर्योदय का समय रहेगा 5:23 मिनट। गायत्री जयंती के पावन पर्व पर अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त प्रातः काल 5:23 से प्रातः काल 7:08 तक और शुभ उत्तम मुहूर्त प्रातः काल 8:53 से सुबह 10:37 तक रहेगा।
पाताल की भद्रा
इस वर्ष गायत्री जयंती पर 17 जून को भद्रा लग रही है। भद्रा सायं काल 5:38 से प्रारंभ हो जाएगी। इसके अगले दिन यानी 18 जून समय 5:23 पर इसकी समाप्ति होगी। इस भद्रा का वास पाताल लोक में है, इस कारण से यह अशुभ फल नहीं देगा।