फूल बंगले की भव्य झांकी, लाइव टेलीकास्ट... अबकी बार अयोध्या में कुछ इस तरह मनाया जाएगा श्रीराम जन्मोत्सव

punjabkesari.in Monday, Mar 17, 2025 - 07:50 PM (IST)

नारी डेस्क: अयोध्या में भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान रामलला का जन्मोत्सव मनाने की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने बताया कि चैत्र शुक्ल नवमी संवत् 2081 यानी छह अप्रैल को रामलला का अभिषेक प्रात: साढ़े नौ बजे शुरु होकर साढ़े दस बजे तक चलेगा। प्रात: 10:30 बजे से दस मिनट तक रामलला पर पर्दा रहेगा जबकि 10:40 से 11:45 बजे तक रामलला का श्रृंगार होगा जिसमें पर्दा खुला रहेगा।

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 प्रात: 1145 बजे रामलला का भोग लगेगा।  ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया कि रामलला का जन्मोत्सव अपरान्ह 12 बजे मनाया जायेगा। आरती व सूर्यतिलक भुवन भास्कर सूर्य की किरणें रामलला के ललाट को प्रकाशित करेंगी, अर्थात् सूर्यनारायण अपने कुल में जन्म ले रहे रामलला को तिलक लगायेंगे। जन्मोत्सव कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जायेगा।  चम्पत राय ने यह भी बताया कि श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे दिव्य और भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य 96 प्रतिशत पूरा हो चुका है, साथ ही परकोटा का कार्य 70 प्रतिशत किया गया है। अब आगे यह कार्य सितम्बर 2025 तक पूरा होने की संभावना है।  

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राम मंदिर परिसर में शबरी, निषादराज और अन्य ऋषियों के मंदिर का कार्य मई तक पूरा कर लिया जायेगा। परिसर में भगवान शेषावतार मंदिर का कार्य भी चल रहा है, जो अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद है। राम मंदिर परिसर स्थित यात्री सुविधा केन्द्र में तुलसीदास की प्रतिमा को स्थापित किया गया है। आगामी रामनवमी पर मानस जयंती के दिन मूर्ति का अनावरण किया जायेगा।   रामजन्मभूमि परिसर में रामनवमी पर्व अर्थात् रामजन्मोत्सव पर नौ दिवसीय श्रीरामकथा का आयोजन श्रीरामजन्मभूमि परिसर में किया गया है, जिसमें आठ दिवसीय अनुष्ठान भी सम्पन्न किये जायेंगे। नवमी तिथि रामलला के गर्भगृह में फूल बंगले की भव्य झांकी भी सजेगी, जहां भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर बधाई गायन सहित विभिन्न कार्यक्रम भी सम्पन्न किये जायेंगे।

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 ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि रामनवमी उत्सव के दौरान परिसर स्थित अंगद टीले पर 29 मार्च से छह अप्रैल तक श्रीरामकथा का आयोजन किया जायेगा, जिसमें अतुलकृष्ण भारद्वाज कथाव्यास होंगे। श्रीरामजन्मभूमि परिसर में वाल्मीकि रामायण, रामचरित मानस और अध्यात्म रामायण का परायण होगा। इसके साथ-साथ दुर्गा सप्तशती अनुष्ठान भी सम्पन्न किया जायेगा, जिसमें एक लाख से अधिक आहुतियां डाली जायेंगी। इसके लिए दक्षिण के वैदिक आचार्य इस पूरे अनुष्ठान को सम्पन्न कराने के लिये अयोध्या पहुंचेगे। उन्होंने बताया कि नवमी तिथि पर श्रीराम जन्मोत्सव का लाइव टेलीकास्ट भी दूरदर्शन के माध्यम से किया जायेगा। अयोध्या के लगभग पचास से अधिक स्थानों पर एलईडी के माध्यम से श्रीरामजन्मोत्सव का प्रसारण कराया जायेगा। 
 


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Content Writer

vasudha

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