भारतीय इतिहास से रूबरू करवाते हैं ये शहर, एक बार जरूर बनाएं घूमने का प्लान
punjabkesari.in Friday, Aug 13, 2021 - 04:13 PM (IST)
भारत संस्कृति, सभ्यता व वीरताओं की धरती है। वहीं देश को आजाद करवाने से लिए कई योद्धाओं ने अपना खून बहाया है। वहीं भारत के इतिहास पर गौर किया जाए तो आपको इसकी संस्कृति, सभ्यता और साम्राज्य का पता चलेगा। वहीं देशभर में आज भी कई ऐसी जगहें है जो अपनी विरासत से विश्व में बेहद मशहूर है। चलिए आज हम आपको भारतीय इतिहास से रूबरू करवाने वाली तीन जगहों के बारे में बताते हैं...
कलिंग, धौली
धौली, ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर है। कहा जाता है कि सम्राट अशोक ने अपने जीवनकाल में कलिंग का युद्ध अंतिम किया और जीत हासिल भी की थी। इतिहासकारों की मानें तो इसके बार सम्राट अशोक ने शस्त्र न उठाने की कसम खा ली थी। यह युद्ध 261 ईसा पूर्व में हुई था। साथ ही उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। वहीं हर साल धौली शांति स्तूप में कलिंग महोत्सव का आयोजन होता है जिसका उद्देश्य देश में शांति स्थापित करना माना जाता है।
पानीपत
पानीपत की लड़ाई के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। बता दें, पानीपत की कुल तीन लड़ाइयां हुई थी। इसका पहला लड़ाई (21 अप्रैल 1526) बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था जिसमें बाबर ने जीत हासिल की थी। दूसरी लड़ाई ( 5 नवम्बर 1556) सम्राट अकबर और विक्रमादित्य हेम चंद्र के बीच हुई और इसमें अकबर ने जीत हासिल की थी। पानीपत की तीसरी और आखिरी लड़ाई (14 जनवरी 1761) अफगान और मराठा सम्राज्य के बीच हुई थी और इसमें अफगानों ने जीत का झंडा फहराया था। आज के समय में पानीपत में काबुली शाह मकबरा और म्यूजियम है। ऐसे में जो लोग इतिहास से रूबरू होना चाहते हैं उन्हें एक बार जरूर पानीपत शहर (हरियाणा) घूमने का प्लान बनाना चाहिए।
प्लासी
प्लासी की लड़ाई के बारे में आपने स्कूल की किताबों में जरूर पढ़ा होगा। इसका पहला युद्ध 23 जून 1757 में हुआ था। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना और नवाब सिराजुद्दौला के बीच का यह युद्ध मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर नदिया जिले में गंगा नदी के किनारे बंगाल के गांव 'प्लासी' पर हुआ था। इसमें बंगाल के नवाब को हार का सामना करना पड़ा था। आप इसके इतिहास के बारे में पूरी तरह जानने के लिए बंगाल के प्लासी घूमने जा सकते हैं।