भीम शिला ने कैसे बचाया केदारनाथ मंदिर को बाढ़ से, जानें इसका अद्भुत रहस्य
punjabkesari.in Wednesday, May 21, 2025 - 11:45 AM (IST)

नारी डेस्क: केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के चार धाम यात्रा का प्रमुख हिस्सा है और यह भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भीम जो पांडवों में सबसे शक्तिशाली थे ने इस मंदिर को युद्ध के दौरान नष्ट होने से बचाने के लिए स्थापित किया था।
2013 की बाढ़: एक भयानक प्राकृतिक आपदा
वर्ष 2013 में आई बाढ़ भारत की सबसे भयानक प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी। इस बाढ़ ने उत्तराखंड में भारी तबाही मचाई थी और इस आपदा में 6,000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा बैठे थे। भारी बारिश और चोराबाड़ी ग्लेशियर के पिघलने से चोराबाड़ी झील टूट गई, जिससे भीषण बाढ़ आ गई और पूरी केदार घाटी में पानी भर गया।
भीम शिला: चमत्कारी रक्षा
इसके बावजूद, केदारनाथ मंदिर अपनी जगह मजबूती से खड़ा रहा। इसकी वजह थी एक चमत्कारी चट्टान, जिसे भीम शिला कहा जाता है। कहा जाता है कि यह चट्टान पांडवों के समय से मंदिर के पीछे स्थित है, और यह चमत्कारी रूप से बाढ़ के दौरान मंदिर के ठीक पीछे आकर रुक गई। इस चमत्कारी चट्टान ने केदारनाथ मंदिर को बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव से बचा लिया। बाढ़ के दौरान जब पूरे केदार घाटी में पानी भर गया था और सब कुछ बह गया, तो केदारनाथ मंदिर लगभग अछूता खड़ा रहा। कुछ लोग इसे संयोग मानते हैं, जबकि अन्य इसे एक दिव्य चमत्कार के रूप में देखते हैं। यह चमत्कारी घटना आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय है।
ये भी पढ़े: क्या है कैलाश पर्वत के रहस्यमयी द्वार का सच? सिर्फ ये लोग ही कर पाते हैं प्रवेश
भीम शिला सिर्फ एक चट्टान नहीं है, बल्कि यह आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गई है। यह चमत्कारी चट्टान हमें याद दिलाती है कि जब भगवान में विश्वास हो, तो किसी भी मुश्किल समय का सामना किया जा सकता है। यह हमें दिखाती है कि भक्ति और विश्वास में कितनी शक्ति होती है, और यही शक्ति हमें हर चुनौती से पार पाने की प्रेरणा देती है।
भीम शिला: एक दिव्य प्रेरणा
भीम शिला आज भी लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। यह चमत्कारी घटना हमें यह सिखाती है कि मुश्किलों के बावजूद हमें उम्मीद और विश्वास बनाए रखना चाहिए। यह चट्टान न केवल भक्ति और आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह विज्ञान और विश्वास के बीच एक गहरे संबंध का प्रतीक भी बन गई है।
भीम शिला की यह रहस्यमयी और चमत्कारी घटना आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है। यह घटना यह साबित करती है कि जब आस्था मजबूत हो, तो कोई भी प्राकृतिक आपदा और चुनौती हमें नष्ट नहीं कर सकती। केदारनाथ मंदिर और भीम शिला की यह कहानी हमें भक्ति, विश्वास और ईश्वर की रक्षा शक्ति का एहसास कराती है।