कंधे की जकड़न और दर्द को नॉर्मल समझने की गलती ना करें, कारण और होम्योपैथी इलाज
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 09:14 PM (IST)

नारी डेस्कः कंधे का दर्द एक आम मस्कुलोस्केलेटल (हड्डी और मांसपेशी से संबंधित) समस्या है, जो दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। कंधा शरीर का एक अत्यधिक गतिशील और जटिल जोड़ (जॉइंट) है, जो हड्डियों, मांसपेशियों, लिगामेंट्स और टेंडन से मिलकर बना होता है। इसकी अत्यधिक गतिशीलता (mobility) ही इसे चोट, सूजन और अपघटन (degeneration) के प्रति संवेदनशील बनाती है। यदि कंधे के जोड़ या आसपास की मांसपेशियों, लिगामेंट्स और टेंडन में गड़बड़ी हो तो इसे कंधे का दर्द (Shoulder Pain) कहा जाता है।
कंधे के दर्द के कारण
फ्रोजन शोल्डर (Adhesive Capsulitis) – जोड़ की कैप्सूल के मोटा और सख्त होने से दर्द और जकड़न।
रोटेटर कफ इंजरी – कंधे को स्थिर रखने वाली मांसपेशियों और टेंडन में सूजन, खिंचाव या आंशिक/पूर्ण रूप से फटना।
टेंडनाइटिस और टेंडन टियर – टेंडन की सूजन या क्षय, जिससे आंशिक या पूर्ण रूप से टूट-फूट हो सकती है।
इम्पिंजमेंट सिंड्रोम – कंधे की हड्डियों में रोटेटर कफ टेंडन का दब जाना।
बर्साइटिस – कंधे के जोड़ में तरल से भरी बर्सा (bursa) की सूजन।
आर्थराइटिस – ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटॉइड आर्थराइटिस या संक्रामक आर्थराइटिस के कारण जोड़ में सूजन और क्षय।
ओवरयूज या लगातार एक जैसी गतिविधि – अधिक उपयोग से होने वाली चोटें।
हड्डी टूटना या कंधे का डिसलोकेशन – किसी आघात (ट्रॉमा) के कारण।
रिफर्ड पेन (Referred Pain) – शरीर के अन्य अंगों (जैसे लीवर या गॉलब्लैडर) से संबंधित दर्द, जो कंधे में महसूस होता है।
लक्षण:
कंधे में जकड़न और गतिशीलता में कमी।
जोड़ के आसपास सूजन, लालिमा या गर्माहट।
कमजोरी या भारी वस्तु उठाने में कठिनाई।
हल्का या तेज दर्द, जो कुछ विशेष गतिविधियों से बढ़ सकता है।
कंधे के दर्द के लिए होम्योपैथिक उपचार
होम्योपैथी एक प्राकृतिक और संपूर्ण चिकित्सा पद्धति है, जो बिना किसी दुष्प्रभाव (side effects) के कंधे के दर्द से राहत प्रदान करती है। यह सूजन, चोट या अपघटन जैसे मूल कारणों को ठीक करने पर केंद्रित होती है।
यह शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को उत्तेजित करता है और स्टेरॉयड या पेनकिलर्स के बिना राहत प्रदान करता है।
हाल ही की चोटों से लेकर पुरानी स्थितियों (जैसे आर्थराइटिस या फ्रोजन शोल्डर) तक प्रभावी।
मांसपेशियों और लिगामेंट्स को मजबूत बनाकर बार-बार होने वाले दर्द की संभावना को कम करता है।
फिजियोथेरेपी और जीवनशैली में बदलाव के साथ सबसे अधिक प्रभावी।
यदि टेंडन या लिगामेंट्स पूरी तरह से फट गए हैं, या गंभीर दर्द दैनिक गतिविधियों को सीमित कर रहा है, या बुखार, विकृति (डिफॉर्मिटी) या सुन्नता (numbness) महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कुछ मामलों में, पूर्ण कार्यक्षमता बहाल करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
कंधे के दर्द के लिए सबसे अधिक संकेतित दवाएं रस टॉक्स, सांगुइनारिया कैन, फेरम मेट, रुटा ग्रेवोलेंस, ब्रायोनिया अल्बा, कैलकेरिया कार्ब और अर्निका।
अपना उपचार कैसे शुरू करें?
यदि आप कंधे के दर्द से पीड़ित हैं तो किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करें।
विशिष्ट लक्षणों के आधार पर होम्योपैथिक उपचार से दर्द को प्रभावी रूप से कम किया जा सकता है।
प्राकृतिक और संपूर्ण दृष्टिकोण अपनाकर, आप अपने कंधे के स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त कर सकते हैं और दर्द-मुक्त जीवन जी सकते हैं।
-होम्योपैथी स्पेशलिस्ट डॉक्टर रौनक शाह (Dr. Ronak Shah)