Lip Cancer: होंठों पर भी हो सकता है कैंसर! जानें इसके कारण और बचने के उपाय
punjabkesari.in Sunday, Mar 30, 2025 - 11:45 AM (IST)

नारी डेस्क: कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जो कई प्रकार का हो सकता है। इनमें से एक है लिप कैंसर, जो कि ओरल कैंसर (मौखिक कैंसर) का ही हिस्सा है। लिप कैंसर तब होता है जब होंठों की बाहरी या अंदरूनी त्वचा में कैंसर का असर होता है। यह बीमारी आमतौर पर सिगरेट, तंबाकू सेवन और सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के ज्यादा संपर्क में आने से होती है। हालांकि, सही जानकारी और सतर्कता से लिप कैंसर से बचा जा सकता है।
होंठों पर कैंसर के कारण
तंबाकू और शराब
सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, पान मसाला और शराब का अत्यधिक सेवन लिप कैंसर का प्रमुख कारण बन सकता है। इन पदार्थों में मौजूद हानिकारक रसायन होंठों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और धीरे-धीरे कैंसर की ओर बढ़ सकते हैं। तंबाकू और शराब का सेवन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर कर सकता है, जिससे कैंसर से लड़ने की क्षमता घट जाती है। यही वजह है कि तंबाकू और शराब से बचना लिप कैंसर से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है।
सूर्य की हानिकारक किरणें (UV Rays)
लंबे समय तक धूप में रहना होंठों की त्वचा को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के संपर्क में आने से होंठों की त्वचा पर जलन, सूजन, और जल्दी उम्र बढ़ने के लक्षण दिख सकते हैं। यह सीधे तौर पर कैंसर का कारण बन सकता है, खासकर अगर आपने समय-समय पर अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं किया है। इसलिए, जब भी बाहर जाएं, तो सनस्क्रीन लिप बाम का उपयोग करें और धूप से बचने की कोशिश करें।
मानव पेपिलोमा वायरस (HPV)
मानव पेपिलोमा वायरस (HPV) एक ऐसा वायरस है जो मुख्य रूप से यौन संबंधों के दौरान शरीर में प्रवेश करता है। यह वायरस खासकर मौखिक क्षेत्र, गले और होंठों पर भी असर डाल सकता है। HPV के संक्रमण के कारण लिप कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि यह वायरस कोशिकाओं को असामान्य रूप से बदलने के लिए जिम्मेदार होता है। HPV से बचाव के लिए, सुरक्षा उपायों का पालन करें और यदि आपको कोई संदेह हो तो डॉक्टर से जांच करवाएं।
पोषक तत्वों की कमी
विटामिन A, C और E जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी भी होंठों के कैंसर का कारण बन सकती है। ये विटामिन शरीर में कोशिकाओं की मरम्मत, सुरक्षा और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। अगर शरीर में इनकी कमी हो जाती है, तो होंठों की कोशिकाएं कमजोर हो सकती हैं और उनमें कैंसर बनने की संभावना बढ़ जाती है। संतुलित आहार लें, जिसमें हरी सब्जियां, फल, और पर्याप्त मात्रा में पानी शामिल हो, ताकि आपके होंठ स्वस्थ रहें और कैंसर से बचाव हो सके।
पारिवारिक इतिहास
अगर आपके परिवार में किसी को ओरल कैंसर हुआ है, तो आपको भी लिप कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है। कैंसर का पारिवारिक इतिहास होने पर जीन और आनुवंशिक कारणों से यह बीमारी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित हो सकती है। ऐसे में, यदि आपके परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इसके अलावा, लाइफस्टाइल को स्वस्थ बनाए रखने और कैंसर से बचने के उपायों को अपनाने से इस खतरे को कम किया जा सकता है।
लंबे समय तक ठीक न होने वाला घाव या छाला
अगर होंठों पर कोई घाव या छाला है जो लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहा है, तो यह लिप कैंसर का एक गंभीर संकेत हो सकता है। यह घाव या छाला दर्द रहित हो सकता है, लेकिन यह धीरे-धीरे बढ़ता रहता है और एक समय पर स्थिर हो सकता है। यदि यह घाव 2 से 3 सप्ताह से अधिक समय तक ठीक नहीं हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, ताकि कैंसर के शुरुआती चरणों का पता चल सके।
ये भी पढ़ें: किडनी फेल, High BP और हड्डियों का टूटना... इस चीज़ से हो सकती है ये सारी समस्याएं!
लाल या सफेद धब्बे
होंठों पर अचानक लाल या सफेद धब्बे या धारी का उभरना लिप कैंसर के संकेत हो सकते हैं। ये धब्बे आमतौर पर होंठों की त्वचा पर असामान्य रूप से दिखाई देते हैं और इनका आकार बढ़ सकता है। यदि आप पाते हैं कि होंठों पर कुछ असामान्य बदलाव हो रहे हैं, तो इसे अनदेखा न करें, क्योंकि यह कैंसर की शुरुआत हो सकती है। समय रहते उपचार लेने से इस स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है।
गांठ या मोटापन महसूस होना
होंठों की त्वचा में अचानक मोटापन या गांठ का महसूस होना लिप कैंसर का एक प्रमुख लक्षण हो सकता है। यह गांठ आमतौर पर पहले छोटी होती है, लेकिन यह समय के साथ बढ़ सकती है। अगर आपको होंठों में ऐसा महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें और जल्दी से डॉक्टर से जांच कराएं। यह लक्षण अक्सर कैंसर कोशिकाओं के फैलने का संकेत देता है।
खुजली या जलन
होंठों में लगातार खुजली या जलन का महसूस होना भी लिप कैंसर के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है। यह लक्षण किसी अन्य त्वचा समस्या जैसे सूजन, इन्फेक्शन या एलर्जी से संबंधित हो सकता है, लेकिन यदि यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे और बार-बार हो, तो यह कैंसर के संभावित संकेत हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से जांच करवाना महत्वपूर्ण है, ताकि समय रहते समस्या का समाधान किया जा सके।
बोलने और खाने में परेशानी
अगर आपको होंठों को हिलाने, बोलने या खाने-पीने में दर्द और परेशानी हो रही है, तो यह लिप कैंसर का संकेत हो सकता है। यह दर्द हल्का हो सकता है, लेकिन समय के साथ बढ़ सकता है, जिससे रोजमर्रा के कामों में समस्या आने लगती है। जब होंठों के पास कोई असामान्यता महसूस हो, तो यह बताता है कि कैंसर की कोशिकाएं होंठों की अंदरूनी संरचना को प्रभावित कर रही हैं। ऐसे लक्षणों की अनदेखी न करें और चिकित्सक से मिलकर सही उपचार लें।
रंग में बदलाव
होंठों का रंग असामान्य तरीके से बदलना, जैसे कि वह लाल या काले हो जाएं, लिप कैंसर का संकेत हो सकता है। यह रंग में बदलाव तब होता है जब कैंसर कोशिकाएं होंठों की कोशिकाओं को प्रभावित करती हैं और उनमें असामान्यता उत्पन्न होती है। यह लक्षण खासतौर पर तब ध्यान में आता है जब होंठों की त्वचा अचानक सूखी या फीकी लगने लगे। यदि आप अपने होंठों में रंग के बदलाव को नोटिस करते हैं, तो यह कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें: Navratri 2025: अगर व्रत नहीं रख पा रहे हैं, तो ये काम करें और प्राप्त करें पूरा फल
सुन्नता या झुनझुनी
होंठों के आसपास सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना लिप कैंसर का एक और लक्षण हो सकता है। जब कैंसर कोशिकाएं होंठों की नसों पर दबाव डालती हैं, तो होंठों में इस प्रकार की संवेदनहीनता महसूस हो सकती है। यह लक्षण आमतौर पर शुरुआत में हल्का होता है, लेकिन समय के साथ यह बढ़ सकता है। अगर आपको होंठों या उनके आसपास कोई असामान्य महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से तुरंत जांच कराएं।
लिप कैंसर से बचाव के उपाय
तंबाकू और शराब से बचें: धूम्रपान और तंबाकू का सेवन बिल्कुल न करें, और शराब से भी दूरी बनाएं।
सनस्क्रीन लिप बाम का उपयोग करें: सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन लिप बाम का इस्तेमाल करें।
संतुलित आहार लें: विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार का सेवन करें।
होंठों की नियमित जांच: होंठों में किसी भी असामान्य लक्षण का सामना करने पर डॉक्टर से जांच कराएं।
लिप कैंसर का इलाज
जल्द पहचान से इलाज संभव: लिप कैंसर का समय पर पता चलने पर इलाज संभव है और इसका इलाज किया जा सकता है।
सर्जरी: सर्जरी के जरिए कैंसर वाले टिश्यू (ऊतक) को हटाया जा सकता है।
रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
कीमोथेरेपी और दवाइयां: कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए कीमोथेरेपी या दवाइयों का उपयोग किया जाता है।
टार्गेटेड थेरेपी: इस उपचार में कैंसर कोशिकाओं पर विशेषत: अटैक करने वाली दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है।
लिप कैंसर को समय रहते पहचानने और उपचार करने से बचा जा सकता है। अगर आप तंबाकू और शराब का सेवन करते हैं, तो इस पर तुरंत रोक लगाएं और सूर्य की किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। साथ ही, यदि होंठों पर कोई असामान्य लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।