एक्ट्रेस Lara Dutta भी थी इस बिमारी का शिकार, जानिए क्या है लक्षण और बचाव के उपाय
punjabkesari.in Monday, Mar 17, 2025 - 06:32 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल के मॉडर्न लाइफस्टाइल में डिजिटल स्क्रीन का बढ़ता उपयोग, पॉल्यूशन और जंक फूड का ज्यादा सेवन, इन सबका असर हमारी आंखों पर पड़ रहा है। इनमें से एक प्रमुख समस्या है ड्राई आई (Dry Eye), जो अब केवल आम लोगों तक सीमित नहीं रही, बल्कि इससे सेलिब्रिटीज भी बच नहीं पा रहे हैं। हाल ही में एक्ट्रेस और पूर्व मिस यूनिवर्स लारा दत्ता ने इस समस्या पर अपने अनुभव शेयर किए। उन्होंने बताया कि वे भी ड्राई आई की शिकार हो चुकी हैं और इससे निपटने के लिए उन्होंने क्या उपाय किए। आइए जानते हैं, ड्राई आई के बारे में और इसे कैसे रोका जा सकता है।
ड्राई आई क्या है?
ड्राई आई एक ऐसी समस्या है, जिसमें आंखों में सूखापन महसूस होता है। यह तब होता है जब आंखें पर्याप्त आंसू नहीं बना पाती, या आंसू की गुणवत्ता इतनी खराब होती है कि वे जल्दी सूख जाते हैं। आंसू हमारी आंखों को नमी, सुरक्षा और स्पष्ट दृष्टि (Clear Vision) प्रदान करते हैं। जब आंसू की मात्रा सही नहीं होती या उनकी गुणवत्ता खराब होती है, तो आंखें लाल, सूखी, और संवेदनशील हो जाती हैं।
कौन लोग ड्राई आई से प्रभावित होते हैं?
उम्रदराज लोग: 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में आंसू कम बनने लगते हैं, जिससे यह समस्या ज्यादा बढ़ती है।
डिजिटल स्क्रीन यूज करने वाले लोग: जो लोग लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल या टीवी स्क्रीन पर समय बिताते हैं, उनमें यह समस्या आमतौर पर पाई जाती है।
महिलाएं: महिलाओं में हार्मोनल बदलाव, गर्भावस्था, मेनोपॉज या ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव लेने से ड्राई आई होने की संभावना अधिक होती है।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोग: लंबे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करने से आंखों की नमी कम हो सकती है।
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ड्राई एटमॉस्फियर में रहने वाले लोग: जो लोग ज्यादा धूल, प्रदूषण, या एयर कंडीशनर (AC) वाले वातावरण में रहते हैं, उनके लिए यह समस्या और बढ़ जाती है।
कुछ बीमारियों से पीड़ित लोग: डायबिटीज, गठिया (Rheumatoid Arthritis), थायरॉइड और स्जोग्रेन सिंड्रोम जैसी बीमारियों से प्रभावित लोगों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है।
ड्राई आई के अन्य कारण ये भी है: आंसू बनाने में कमी, आंखों को बार-बार रगड़ना, विटामिन A की कमी, कुछ दवाओं का सेवन (जैसे एंटी-हिस्टामिन, डिप्रेशन की दवाएं आदि)
ड्राई आई से बचाव के उपाय
डिजिटल स्क्रीन का सीमित उपयोग करें: आजकल अधिकांश समय हम कंप्यूटर, मोबाइल या टीवी स्क्रीन पर बिताते हैं। स्क्रीन पर नजरें टिकाए रखने से आंखों की नमी कम हो सकती है। हर 20 मिनट बाद, 20 सेकंड का ब्रेक लें और अपनी नजरें दूर कहीं पर डालें।
पलकें झपकाने की आदत डालें: स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने पर पलकें कम झपकती हैं, जिससे आंखों में नमी की कमी हो सकती है। इसलिए, स्क्रीन देखते वक्त पलकें झपकाना जरूरी है।
पर्याप्त पानी पिएं: हाइड्रेशन बनाए रखना आंखों की नमी के लिए जरूरी है। इसलिए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
बैलेंस डाइट लें: विटामिन A और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें। ये आंखों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, बादाम, और गाजर आपके आहार में जरूर शामिल करें।
आंखों को सुरक्षित रखें: धूल, प्रदूषण, और तेज हवाओं से अपनी आंखों की सुरक्षा करें। चश्मा पहनने की आदत डालें, खासकर जब आप बाहर जा रहे हों।
आंखों में आई ड्रॉप डालें: अगर आंखों में सूखापन महसूस हो, तो डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें। यह आंखों को नम बनाए रखने में मदद करते हैं।
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सही एयर फ्लो बनाए रखें: ऐसी जगहों पर रहें, जहां एयर कंडीशनर या हीटर का प्रभाव ज्यादा न हो। ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें ताकि हवा में नमी बनी रहे।
सिगरेट और शराब से बचें: सिगरेट और शराब से आंखों की नमी कम हो सकती है, जिससे ड्राई आई की समस्या और बढ़ सकती है।
पर्याप्त नींद लें: आंखों के लिए 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। इससे आंखों को आराम मिलता है और सूखापन कम होता है।
यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन कुछ खास कारणों से इसका खतरा अधिक होता है। यदि आप इन साधारण उपायों का पालन करते हैं, तो आप इस समस्या से बच सकते हैं और अपनी आंखों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं।