क्या आप भी नहीं सो पाते रातभर? वजह हो सकती है इस विटामिन की कमी
punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2025 - 03:13 PM (IST)
नारी डेस्क: आजकल की तेज़-तर्रार और व्यस्त जीवनशैली के कारण कई लोग नींद की कमी का सामना करते हैं। सही समय पर नींद न लेना केवल शारीरिक थकान का कारण नहीं बनता, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और इम्यून सिस्टम पर भी बुरा प्रभाव डालता है। नींद की कमी से शरीर में ऊर्जा की कमी, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींद की समस्या केवल बाहरी कारणों से नहीं, बल्कि शरीर में कुछ महत्वपूर्ण विटामिन्स की कमी के कारण भी हो सकती है? जी हां, हाल ही में किए गए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि विटामिन D की कमी से भी नींद में गड़बड़ी हो सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि विटामिन D की कमी नींद पर किस प्रकार असर डालती है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
विटामिन D और नींद का संबंध
विटामिन D एक ऐसा विटामिन है जो हमारे शरीर को सूर्य की रोशनी से प्राप्त होता है। इसके अलावा, यह हमारे शरीर में कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। हालांकि, विटामिन D का संबंध केवल हड्डियों से नहीं है, बल्कि यह हमारी नींद और मानसिक स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। विटामिन D का प्रभाव मस्तिष्क में स्थित सर्काडियन रिदम (biological clock) पर भी पड़ता है, जो नींद और जागने के समय को नियंत्रित करता है।
हालांकि, विटामिन D की कमी के कारण नींद में कमी की समस्या अभी भी शोध का विषय है, लेकिन कई अध्ययन यह बताते हैं कि विटामिन D की कमी से नींद के दौरान आने वाली समस्याए जैसे अनिद्रा (insomnia), समय पर न सो पाना, और नींद का पूरी तरह से न आना बढ़ सकती हैं।
विटामिन D की कमी के लक्षण
नींद में गड़बड़ी
विटामिन D की कमी के कारण शरीर में मेलाटोनिन (Melatonin) हार्मोन का स्तर प्रभावित होता है, जो नींद को नियंत्रित करता है। इस वजह से रात में गहरी और आरामदायक नींद नहीं आ पाती। साथ ही, बार-बार नींद टूटना या जल्दी जाग जाना भी विटामिन D की कमी का एक प्रमुख संकेत हो सकता है। लंबे समय तक इस समस्या को नजरअंदाज करने से अनिद्रा (Insomnia) जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
थकान और कमजोरी
विटामिन D की कमी से शरीर की मांसपेशियों और ऊर्जा के स्तर में गिरावट आ सकती है। इसका कारण यह है कि विटामिन D शरीर के मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखने में मदद करता है। कमी होने पर, आप दिनभर थका हुआ महसूस कर सकते हैं, भले ही पर्याप्त नींद क्यों न ली हो। यह कमजोरी न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक थकान के रूप में भी प्रकट हो सकती है, जिससे काम करने की क्षमता में कमी आती है।
मूड स्विंग्स और डिप्रेशन
विटामिन D का सीधा संबंध सेरोटोनिन (Serotonin) नामक न्यूरोट्रांसमीटर से है, जो मूड को स्थिर रखने में मदद करता है। विटामिन D की कमी होने पर सेरोटोनिन का स्तर घट सकता है, जिससे उदासी, निराशा, और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। कई अध्ययन यह भी बताते हैं कि विटामिन D की कमी डिप्रेशन और चिंता (Anxiety) का प्रमुख कारण हो सकती है। इसके चलते मानसिक तनाव भी बढ़ जाता है, जो सीधे आपकी नींद पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
हड्डियों में दर्द
विटामिन D शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत रहती हैं। इसकी कमी होने पर हड्डियों में दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन (Cramps) जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। यह दर्द रात को अधिक महसूस होता है, जिससे सोने में बाधा उत्पन्न होती है। खासकर वृद्ध लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, क्योंकि उनके शरीर में विटामिन D का स्तर उम्र के साथ और कम हो जाता है।
कमजोर इम्यून सिस्टम
सुबह की थकान और रात की बेचैनी का असली कारण? इस विटामिन की कमी
विटामिन D शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी होने पर शरीर संक्रमण (Infection) और बीमारियों का शिकार जल्दी बन सकता है। जैसे ही शरीर किसी संक्रमण से लड़ता है, नींद पर इसका बुरा असर पड़ता है। साथ ही, बीमारी के दौरान शरीर अधिक आराम की मांग करता है, लेकिन विटामिन D की कमी के कारण यह आराम मिलना मुश्किल हो सकता है।
विटामिन D की कमी का कारण
विटामिन D की कमी कई कारणों से हो सकती है। सबसे प्रमुख कारण है सूर्य की रोशनी से उचित मात्रा में विटामिन D का न मिलना। खासकर उन लोगों में जिनका जीवन शैली मुख्य रूप से इनडोर होता है, जैसे कि ऑफिस में काम करने वाले लोग, घर में रहने वाले बुजुर्ग लोग, या जो लोग सूरज की रोशनी से बचने के लिए सनस्क्रीन का अत्यधिक इस्तेमाल करते हैं, उन्हें विटामिन D की कमी का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा, खराब आहार, जंक फूड की अधिकता, और पौष्टिक आहार की कमी भी विटामिन D की कमी का कारण बन सकती है।
विटामिन D की कमी को कैसे दूर करें
सूर्य की रोशनी: विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत सूर्य की रोशनी है। दिन में कम से कम 15-30 मिनट की धूप शरीर को विटामिन D प्राप्त करने में मदद करती है। सुबह या शाम की हल्की धूप में बाहर निकलने से शरीर में विटामिन D का स्तर बढ़ सकता है।
विटामिन D से भरपूर आहार: विटामिन D के अच्छे आहार स्रोतों में मछली (विशेष रूप से सैल्मन, टूना), अंडे की जर्दी, दुग्ध उत्पाद, और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, और ताजे संतरे का रस शामिल हैं।
विटामिन D सप्लीमेंट्स: यदि आपकी खुराक में विटामिन D की कमी हो रही हो, तो आप डॉक्टर की सलाह से विटामिन D के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं। ये विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं जो पर्याप्त धूप में नहीं जा पाते या आहार से इसे पूरा नहीं कर पाते।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: सही समय पर सोने और जागने की आदत डालें। नियमित व्यायाम करें, जिससे शरीर के हार्मोनल संतुलन में सुधार हो और नींद की गुणवत्ता भी बेहतर हो।
विटामिन D की कमी से न केवल हड्डियों और शरीर की अन्य समस्याएँ होती हैं, बल्कि यह आपकी नींद को भी प्रभावित कर सकती है। यदि आप नींद की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो पहले विटामिन D के स्तर की जांच कराएं और इसके बाद सही आहार और जीवनशैली को अपनाएं। सही समय पर विटामिन D का सेवन और पर्याप्त धूप में रहकर आप नींद की समस्याओं को दूर कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।