Holi 2025: शुगर, लिवर -किडनी के मरीजों के लिए जरूरी टिप्स - क्या खाएं और क्या न खाएं?
punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 03:49 PM (IST)

नारी डेस्क: होली, रंगों का त्योहार, भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन खुशी, प्यार और उत्साह का होता है, लेकिन अगर आप शुगर, लिवर या किडनी की बीमारियों से जूझ रहे हैं, तो इस दिन को अच्छे से मनाना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। खासकर उन खाद्य पदार्थों और रंगों से बचना जरूरी है जो आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शुगर, लिवर और किडनी के मरीजों को होली के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या खाएं और क्या नहीं।
मीठे पकवानों से बचें
होली पर जो पारंपरिक मीठे पकवान जैसे गुजिया, लड्डू, बर्फी आदि बनते हैं, वे शुगर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इनमें उच्च मात्रा में चीनी और घी होता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर अचानक बढ़ सकता है। अगर आप मिठाई खाना चाहते हैं, तो शुगर-फ्री या हल्के मीठे मिठाई का ही चुनाव करें। आप गुजिया या लड्डू की जगह शुगर-फ्री बर्फी या गुड़ और ताजे फलों से बनी मिठाई का सेवन कर सकते हैं। शुगर को नियंत्रित करने के लिए इन मिठाईयों का सेवन सीमित मात्रा में करें।
फलों का सेवन करें
होली के दौरान ताजे और मौसमी फल खाएं, जैसे पपीता, सेब, अनार, संतरा आदि। ये फल शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, क्योंकि इनमें मौजूद प्राकृतिक शुगर शरीर के लिए सुरक्षित होती है। ताजे फल शरीर को आवश्यक विटामिन्स और फाइबर भी प्रदान करते हैं, जो पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, फल आपके शरीर को हाइड्रेट भी रखते हैं और आपको ताजगी का अहसास दिलाते हैं। आप इन फलों को सलाद के रूप में भी खा सकते हैं, या फिर ताजे फलों का जूस बना सकते हैं।
ये भी पढ़ें: Breast Cancer से बचाव के लिए 30 के बाद महिलाओं को करवानी चाहिए ये मेडिकल स्क्रीनिंग
वह शरबत पिएं जो बिना शक्कर के हो
होली पर रंगों के साथ-साथ ताजे फलों का शरबत पीना भी बहुत अच्छा रहता है। पर शक्कर के बजाय शहद का इस्तेमाल करें या बिना शक्कर वाले शरबत का सेवन करें। शरबत में शुगर का ज्यादा सेवन करने से बचें क्योंकि यह ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। आप नींबू पानी, संतरे का रस या पुदीना शरबत जैसे विकल्प चुन सकते हैं, जो न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि शरीर को ताजगी भी देते हैं। इनका सेवन करने से शरीर को हाइड्रेशन मिलता है, और यह पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाए रखता है।
नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें
होली के समय लोग अक्सर नमकीन खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स, भुजिया, पापड़ आदि का सेवन करते हैं। हालांकि, इनका सेवन शुगर, लिवर और किडनी के मरीजों को कम से कम करना चाहिए, क्योंकि इनमें सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ज्यादा नमक से रक्तचाप बढ़ सकता है और शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे किडनी पर असर पड़ सकता है। इसके बजाय, आप घर में बने हेल्दी स्नैक्स जैसे भुने चने, मुंग दाल, या ताजे सलाद का सेवन कर सकते हैं। इन्हें बनाने में कम नमक और घी का इस्तेमाल करें, ताकि ये सेहतमंद रहें।
जल्द सैर करें और हल्के व्यायाम का अभ्यास करें
होली के त्योहार के दौरान खानपान पर ध्यान देने के साथ-साथ आपको हल्के-फुल्के व्यायाम और सैर का अभ्यास भी करना चाहिए। थोड़ी देर की सैर से शरीर में रक्त संचार बेहतर रहता है, जिससे ब्लड शुगर और रक्तचाप नियंत्रित रहते हैं। यह वजन को भी नियंत्रित करने में मदद करता है, जो कि लिवर और किडनी से संबंधित समस्याओं को दूर रखने में सहायक होता है।
पानी की सही मात्रा पिएं
होली के दौरान रंगों के साथ पानी की सही मात्रा का सेवन करना भी बहुत जरूरी है, खासकर यदि आप शुगर, लिवर या किडनी के मरीज हैं। हाइड्रेशन से शरीर की सारी क्रियाएं बेहतर रहती हैं और यह आपके पाचन तंत्र को भी सही रखता है। खूब पानी पिएं और रंगों के दौरान पानी के अलावा ताजे फलों का जूस या शहद वाला पानी भी लें। इससे शरीर को पोषण मिलता है और पानी की कमी नहीं होती।
स्वस्थ तेलों का उपयोग करें
होली के पकवानों में तली हुई चीजें बहुत बनाई जाती हैं, लेकिन इन तली हुई चीजों में अत्यधिक घी या तेल होता है, जो लिवर और किडनी पर दबाव डाल सकता है। कोशिश करें कि आप हल्का और स्वस्थ तेल जैसे जैतून का तेल या मूंगफली का तेल इस्तेमाल करें। यदि संभव हो, तो तले हुए पदार्थों की जगह भाप में पकाए गए या ग्रिल किए गए खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
इस प्रकार, अगर आप इन टिप्स को ध्यान में रखते हुए होली का आनंद लेंगे, तो आप न सिर्फ अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख पाएंगे, बल्कि इस खुशी के मौके को भी स्वस्थ तरीके से मना सकेंगे।
लिवर के मरीजों के लिए सावधानियां
लिवर के मरीजों को होली के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि वे पहले से ही शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन में समस्या महसूस कर सकते हैं।होली के दौरान तली हुई चीजें जैसे पकोड़े, समोसे, पकौड़ी आदि खाते समय सतर्क रहें। इन खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में ट्रांसफैट और तेल होता है, जो लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है।
नशे से बचें
होली के दौरान शराब या अन्य नशे का सेवन करना लिवर के लिए खतरनाक हो सकता है। शराब पीने से लिवर की क्षति बढ़ सकती है, जिससे आपकी बीमारी बिगड़ सकती है। शराब से बचें।
हल्के और स्वच्छ भोजन का सेवन करें
लिवर के मरीजों को हल्का और सुपाच्य भोजन जैसे खिचड़ी, दलिया, सूप और स्टीम्ड वेजिटेबल्स का सेवन करना चाहिए। इनसे लिवर पर दबाव नहीं पड़ेगा और शरीर को सही पोषण मिलेगा।
किडनी के मरीजों के लिए होली टिप्स
किडनी के मरीजों के लिए होली के दौरान और भी सावधानी की आवश्यकता होती है, क्योंकि अधिक नमक और पानी की कमी से किडनी पर दबाव पड़ सकता है।
नमक का सेवन कम करें
होली पर नमकीन पकवानों का सेवन बढ़ जाता है। किडनी के मरीजों को नमक की अधिकता से बचना चाहिए क्योंकि इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और रक्तचाप बढ़ सकता है। कोशिश करें कि आप कम नमक वाले भोजन का सेवन करें।
पानी और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं
किडनी के मरीजों को पानी की सही मात्रा का सेवन करना जरूरी है। अगर आपके पास होली के दौरान खेलने का मौका है, तो तरल पदार्थों का सेवन करें, जैसे नारियल पानी, ताजे फलों का जूस और पानी। इससे शरीर में हाइड्रेशन बना रहेगा।
चॉकलेटी मिठाई से बचें
चॉकलेट और अन्य बेकरी उत्पादों में अधिक चीनी और फैट होता है, जो किडनी पर दबाव डाल सकते हैं। इस प्रकार की मिठाई से बचें और हल्की मिठाई का सेवन करें, जैसे फल का सलाद या शकरकंदी।
रंगों से सावधान रहें
होली के रंगों में केमिकल्स और धूल हो सकते हैं, जो किडनी और लिवर पर असर डाल सकते हैं। कोशिश करें कि आप हर्बल और ऑर्गेनिक रंगों का इस्तेमाल करें।
शारीरिक गतिविधि और आराम
होली के दिन रंग खेलने के साथ-साथ हल्का व्यायाम करें। बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम न करें और ज्यादा थकावट से बचें, ताकि आपकी सेहत पर कोई असर न पड़े। होली एक खुशियों का त्योहार है, लेकिन शुगर, लिवर और किडनी के मरीजों के लिए यह थोड़ा सावधानी से मनाने का समय होता है। अगर आप इन बीमारियों से ग्रस्त हैं, तो यह जरूरी है कि आप खाने-पीने और शारीरिक गतिविधियों में ध्यान रखें। स्वस्थ और सावधान तरीके से होली मनाएं और अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार सावधानियों का पालन करें।