बचपन से इस बीमारी से लड़ रही है प्रियंका चोपड़ा, जानें महिलाओं को क्यों है इससे अधिक खतरा
punjabkesari.in Tuesday, Jul 18, 2023 - 10:39 AM (IST)
चाहे अमीर हो या गरीब किसी भी इंसान की जिंदगी आसान नहीं होती। हर किसी को कभी ना कभी मुश्किलों का सामना करना ही पड़ता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा को ही देख लीजिए उन्हें देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता कि वह अस्थमा जैसी बीमारी से लड़ रही हैं। 5 साल की उम्र से ही इस बीमारी ने उन्हें घेर रखा है।
बॉलीवुड की देसी गर्ल की खासियत यह है कि उन्होंने अपनी इस बीमारी को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया है ना ही इसे रास्ते का कांटा बनने दिया। प्रियंका ने खुद इस बात का जिक्र करते हुए कहा था कि कैसे अस्थमा भी उन्हें करियर की ऊंचाइयों पर जाने से नहीं रोक सका। अस्थमा होने के बावजूद वह सारा दिन अपने काम में बिजी रहती है। उनका कहना है कि इस रोग को छिपाने जैसी कोई बात नहीं है, क्योंकि इसने उनके करियर में कभी बाधा नहीं डाली।
क्या है अस्थमा?
अस्थमा सांस से जुड़ी एक बीमारी है, इसमें सांस की नली में सूजन आ जाती है। अस्थमा होने पर फेफड़ों पर दबाव महसूस होता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसकी गिरफ्त में हर उम्र के लोग आ जाते हैं, हालांकि महिलाओं पर इसका असर पुरुषों के मुकाबले अलग होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि महिलाओं में बनने वाला सेक्स हॉर्मोन अस्थमा जैसी समस्याएं पैदा करता है।
महिलाएं क्यों हो रही है इसका शिकार
मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है, जिससे सूजन और अस्थमा के दौरे बढ़ सकते हैं। अस्थमा से पीड़ित लगभग 20% से 25% महिलाओं को पीरियड शुरू होने से ठीक पहले छाती में जकड़न, घरघराहट और सांस फूलने की शिकायत होती है। दरसअल महिलाएं अधिक समय किचन में खाना पकाने में बीतता है और किचन का प्रदूषण उनके फेफड़ों को प्रभावित करता है। जिन लोगों को यह बीमारी बचपन में ही घेर लेती है, उन्हें यदि समय पर सही इलाज और माहौल ना मिले तो उनके लिए एक स्वस्थ जिंदगी जीना बहुत मुश्किल हो जाता है।
अस्थमा के लक्षण
- सांस फूलना
- खांसी
- छाती में कफ जमा होना
- सीने में जकड़न
- थकावट महसूस होना
अस्थमा के मरीज इन चीजों का रखें ख्याल
-सुबह शहद जरूर खाएं। डाइट में हरी सब्जियां, शलगम, पुदीना, अदरक, लहसुन, ब्रोकली को शामिल करें।
-जिन लोगों को एलर्जी से संबंधित स्थितियां एक्जिमा और एलर्जिक राइनाइटिस हैं, उनमें अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है।
-वर्किंग वुमन वायु प्रदूषण से बचें। नाक को अच्छी तरह कवर कर चलें। यदि संभव हो तो वायु प्रदूषण वाले रास्ते को एवोइड करें।
कब आता है अस्थमा का अटैक
- मौसम बदलने पर
-ज्यादा कसरत करने के बाद
- ठंड के मौसम में
- धुआं इक्टठा होने पर
- बारिश के मौसम में