फिजियो वर्ल्ड कार्यशाला पुरुष और महिला असंयम

punjabkesari.in Thursday, Jul 20, 2023 - 12:05 PM (IST)

पुरुष स्तंभन दोष और उनके सर्जिकल उपचार विकल्पों पर इंटरैक्टिव सत्र * डॉ. आनंद सहगल, निदेशक यूरोलॉजी और किडनी प्रत्यारोपण, दीप अस्पताल लुधियाना ने पुरुष और महिला मूत्र असंयम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं में मूत्र असंयम की व्यापकता बहुत अधिक (30% तक) है लेकिन अज्ञानता के कारण वे अपने डॉक्टर से परामर्श नहीं करती हैं। मूत्र असंयम तीन प्रकार का होता है- अतिप्रवाह असंयम, आग्रह असंयम और तनाव असंयम। व्यक्ति को असंयम के प्रकार की पहचान करनी होगी और उसके अनुसार उसका इलाज करना होगा। महिलाओं में तनाव असंयम एक बहुत ही निराशाजनक समस्या है और इसका इलाज टीओटी/टीवीटी स्लिंग प्रक्रिया नामक सरल सर्जरी से किया जा सकता है। पुरुष नपुंसकता पर भी विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें इसके कारण और दवाओं, इंजेक्शन और प्रत्यारोपण सर्जरी सहित विभिन्न उपचार विकल्प शामिल हैं। स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल (यूके) में पीजी डॉ. सुनीता पटेल ने पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों के विभिन्न शारीरिक और शारीरिक पहलुओं पर चर्चा की, जिनका मूत्र निरंतरता और यौन कार्य पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि मूत्र असंयम और पेल्विक फ्लोर को मजबूत बनाने में तंत्रिका उत्तेजना उपकरणों की सिद्ध और आगामी भूमिका है। डॉ. पोमिला चोपड़ा (एमपीटी) निदेशक फिजियो वर्ल्ड ने मूत्र असंयम के निदान और उपचार के लिए विभिन्न बायोफीडबैक उपकरणों और निगरानी विधियों पर बहुमूल्य जानकारी दी। डॉ आनंद सहगल ने अस्पताल में ऐसी उपयोगी कार्यशालाओं की व्यवस्था करने के लिए डॉ बलदीप सिंह और डॉ मनप्रीत को धन्यवाद दिया जो डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों के लिए भी उपयोगी हैं।

PunjabKesari

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

palak

Related News

static