मां बनने से पहले ही टूट गया रिश्ता, पाकिस्तानी प्रेग्नेंट महिला का छलका दर्द
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 05:49 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं और उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस सरकारी फैसले से कई परिवारों की ज़िंदगी प्रभावित हो रही है। इन्हीं में से एक है समरीन नाम की पाकिस्तानी महिला, जो पिछले 6 महीनों से भारत में अपने भारतीय पति के साथ रह रही थीं। दोनों की शादी 12 अक्टूबर 2024 को हुई थी।
सरकार की सख्ती के बाद अब छोड़ना पड़ रहा भारत
समरीन ने शादी के बाद भारत में लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन महीनों बाद भी उसे मंजूरी नहीं मिली। इतने में पहलगाम की आतंकी घटना हुई, और सरकार की सख्ती के बाद समरीन को अब भारत छोड़ना पड़ रहा है। हालांकि समरीन गर्भवती हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपने पति को छोड़कर पाकिस्तान लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सारे नियमों का पालन किया फिर भी मिली सजा
समरीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा- "हमने तो सारे नियमों का पालन किया, फिर भी सज़ा हमें क्यों मिल रही है? हम बेकसूर हैं। हमारी शादी सच्चाई पर आधारित है, फिर भी हमें अलग किया जा रहा है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी सजा है।"
वहीं समरीन के भारतीय पति का कहना है
"मेरी पत्नी प्रेग्नेंट है, वो पाकिस्तान जाकर क्या करेगी? बच्चा कहां और कैसे होगा? क्या सरकार इसकी कोई गारंटी लेगी कि वो फिर लौट पाएगी? हमारा कोई कसूर नहीं है, फिर भी हमें इसकी सजा मिल रही है।"
उन्होंने बताया कि वीजा आवेदन कई महीनों से "पेंडिंग" है और जब भी पूछते हैं तो जवाब मिलता है कि मामला "ऊपर" का है।
सरकार की सख्ती
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार आतंकियों और उनके नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए जा रहे हैं और उन्हें भारत छोड़ने को कहा जा रहा है। मगर इससे ऐसे परिवारों को भी नुकसान पहुंच रहा है, जिनका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या सरकार ऐसे मामलों के लिए कोई मानवीय रास्ता निकाल पाएगी? या फिर इस तरह के निर्दोष रिश्ते राजनीति और सुरक्षा के साए में टूटते रहेंगे?